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बदलते मौसम में बीपी घट-बढ़ सकता है, बुजुर्ग बरतें ये जरूरी सावधान‍ियां

BP Fluctuations: बदलते मौसम में बुजुर्गों का बीपी अस्थिर हो सकता है। जानें जरूरी सावधानियां और टिप्स ताकि स्वास्थ्य सेहतमंद बना रहे।
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बदलते मौसम में बीपी घट-बढ़ सकता है, बुजुर्ग बरतें ये जरूरी सावधान‍ियां


बदलते मौसम में बुजुर्गों में ब्लड प्रेशर यानी बीपी में उतार-चढ़ाव होना कॉमन है। ठंडी और गर्म हवा, अचानक बारिश या हवा में नमी, शरीर के ब्‍लड वेसल्‍स और हार्ट पर असर डाल सकती है। बुजुर्ग लोग जो हाई बीपी या लो बीपी के मरीज हैं, उनके लिए मौसम का यह बदलाव खतरनाक साबित हो सकता है। बीपी में अचानक गिरावट से चक्कर आना, कमजोरी या बेहोशी की स्थिति हो सकती है। वहीं, अचानक बढ़ जाने पर दिल की धड़कन तेज होना, सिरदर्द, या हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि बुजुर्ग अपने खान-पान, दिनचर्या और दवा समय पर लेने का ध्यान रखें। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेड‍िस‍िन के एक शोध के मुताब‍िक, उत्तर भारत की सर्दियों में ब्‍लड प्रेशर, गर्मियों की तुलना में ज्‍यादा होता है, खासकर बुजुर्गों में। ठंडे मौसम में ब्‍लड वेसल्‍स का स‍िकुड़ना और शरीर की तापमान नियंत्रण प्रणाली की सक्रियता ब्‍लड प्रेशर को बढ़ाती है। इस लेख में हम उन सावधानियों को विस्तार से बताएंगे जो बदलते मौसम में बीपी को संतुलित रखने में मदद करेंगी। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ. सीमा यादव से बात की।

1. नियमित चेकअप जरूर करवाएं- Regular Health Checkup

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डॉ. सीमा यादव ने बताया क‍ि मौसम बदलने पर इम्‍यून‍िटी कमजोर हो जाती है और बीमार‍ियों का खतरा बढ़ जाता है इसल‍िए समय-समय पर जांच करवाएं। खासकर हर हफ्ते बीपी चेक करवाना जरूरी है। अगर ब्‍लड प्रेशर रीड‍िंग में बहुत ज्‍यादा उतार-चढ़ाव नजर आए, तो तुरंत डॉक्‍टर से सलाह लें।

इसे भी पढ़ें- हाई बीपी में वजन कंट्रोल करना क्यों जरूरी है? डॉक्‍टर से जानें

2. तनाव कम करें और नींद पूरी करें- Reduce Stress And Sleep Well

डॉ. सीमा यादव ने बताया क‍ि बदलते मौसम में बीपी के उतार-चढ़ाव से बचने के ल‍िए स्‍ट्रेस के लक्षणों को कम करें और नींद पूरी करें। स्‍ट्रेस घटाने के ल‍िए डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज और मेड‍िटेशन जैसी तकनीकों की मदद ले सकते हैं। बुजुर्गों को द‍िनभर में 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेना चाह‍िए।

3. हल्‍की एक्‍सरसाइज करें- Do Light Exercise

लो बीपी या हाई बीपी से बचने के ल‍िए हल्‍की एक्‍सरसाइज करें। योग, स्‍ट्रेच‍िंग, वॉक और लाइट एक्‍सरसाइज करने से ब्‍लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे ब्‍लड प्रेशर संतुल‍ित रहता है।

4. बीपी की दवा लें- Take Blood Pressure Medications

बुजुर्गों हैं और बीपी की दवा लेते हैं, तो उसे न‍ियम‍ित रूप से लें। अगर खुराक बदलना है, तो पहले डॉक्‍टर से सलाह लें। मौसम में बदलाव आने पर बीपी की दवा, आपको गंभीर खतरे से बचा सकती है।

5. शरीर को गर्म रखें- Keep Body Warm

अगर आप घर में ज्‍यादा समय ब‍िताते हैं, तो भी शरीर का तापमान अन‍ियंत्र‍ित हो सकता है। इससे बीपी अचानक बढ़ या घट सकता है। गुनगुने पानी से स्‍नान लें और शरीर के तापमान को सामान्‍य रखने का प्रयास करें।

6. नमक, तेल, मसाले सीम‍ित करें- Limit Salt, Oil And Spice Intake

मौसम बदलते ही नमक, तेल, मसालों की मात्रा को सीम‍ित करें। लो बीपी वाले लोगों को नमक और पानी का पर्याप्‍त मात्रा में सेवन करना चाह‍िए। सब्‍ज‍ी, फल, ओट्स जैसे हाई फाइबर फूड्स का सेवन करें, इससे ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में मदद म‍िलती है।

निष्कर्ष:

बदलते मौसम में बुजुर्गों को ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने के उपाय अपनाने चाह‍िए क्‍योंक‍ि इस दौरान बीपी में उतार-चढ़ाव हो सकता है। समय पर दवा लें, नींद पूरी करें, एक्‍सरसाइज करें और हेल्‍दी डाइट फॉलो करें।

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FAQ

  • बीपी में उतार-चढ़ाव के क्या कारण हैं?

    बदलता मौसम, स्‍ट्रेस, नींद की कमी, ज्‍यादा नमक या तली-भुनी चीजें, एल्‍कोहल या कैफीन का सेवन और हार्ट या किडनी की समस्याएं ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव के मुख्य कारण हैं।
  • ब्लड प्रेशर में कितना उतार-चढ़ाव ठीक है?

    सामान्य ब्लड प्रेशर में दिनभर 10 से 15 mmHg तक उतार-चढ़ाव कॉमन है। इससे ज्यादा बदलाव चिंता का कारण बन सकता है, खासकर बुजुर्गों या हृदय रोगियों में।
  • बीपी कंट्रोल होने में कितना समय लगता है?

    सही खान-पान, दवा, एक्‍सरसाइज और जीवनशैली अपनाने पर ब्लड प्रेशर 2 से 4 हफ्ते में कंट्रोल हो सकता है। गंभीर मामलों में डॉक्टर की निगरानी की जरूरत होती है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Sep 24, 2025 15:49 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

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