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क्या सोने से पहले डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से हार्ट अटैक का खतरा होता है कम? जानें डॉक्टर से

Can Deep Breathing Exercises Before Bedtime Help Prevent Heart Attacks : क्या सोने से पहले ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है? आइए डॉक्टर से इसके पीछे की सच्चाई जानते हैं।
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क्या सोने से पहले डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से हार्ट अटैक का खतरा होता है कम? जानें डॉक्टर से

Can Deep Breathing Exercises Before Bedtime Help Prevent Heart Attacks : एक्सरसाइज हम सभी की सेहत के लिए फायदेमंद होती है। इससे शरीर की कई छोटी-बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। ऐसे में हेल्दी जीवन जीने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। कई लोग मानते हैं कि अगर रोजाना सोने से पहले डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज की जाती है, तो हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। ऐसे में हमारा यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि क्या सच में ब्रीदिंग एक्सरसाइज से हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है या यह सिर्फ एक मिथक है? आइए इस सवाल का जवाब डॉ. ऋचा अग्रवाल, सलाहकार - इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट, मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा (Dr. Richa Agarwal, Consultant - Interventional Cardiologist, Metro Hospital, Noida) से जान लेते हैं।

हार्ट अटैक क्या है और किन स्थितियों में आता है?- What is a Heart Attack and When Does it Come?

Deep Breathing Exercise

हार्ट अटैक एक चिकित्सीय आपातकाल स्थिति है। आमतौर पर यह तब होता है, जब ब्लड का थक्का दिल में ब्लड फ्लो को रोकता है या कम कर देता है। ऐसे में खून के बिना हार्ट के टिशूज ऑक्सीजन खो देते हैं और मर जाते हैं। हार्ट अटैक के लक्षणों में छाती, गर्दन, पीठ, बाहों में जकड़न या दर्द की समस्या होती है। साथ ही, थकान, चक्कर आना, असामान्य दिल की धड़कन और स्ट्रेस शामिल है। बता दें कि पुरुषों की तुलना में यह लक्षण महिलाओं में ज्यादा नजर आते हैं।

डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है?- Does Deep Breathing Exercise Reduce the Risk of Heart Attack

डॉ. ऋचा अग्रवाल के मुताबिक, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज से हार्ट अटैक का खतरा कम नहीं होता है। दरअसल,  ब्रीदिंग एक्सरसाइज और हार्ट अटैक का आपस में सीधा संबंध नहीं होता है। इस एक्सरसाइज से व्यक्ति अपने स्ट्रेस को कंट्रोल करता है। इससे पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम (Parasympathetic Nervous System) कंट्रोल होता है। बता दें कि यह नर्वस सिस्टम शरीर में आराम और पाचन को कंट्रोल करने के लिए जिम्मेदार होता है। ब्रीदिंग एक्सरसाइज की मदद से रात में बढ़ने वाले ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। इससे हार्ट हेल्थ को सीधे तौर पर फायदा नहीं होता है। हार्ट अटैक का खतरा पूरी तरह से लाइफस्टाइल की आदतों पर निर्भर करता है। इसका ब्रीदिंग एक्सरसाइज से संबंध नहीं है। आइए अब हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टरों के बारे में जानते हैं।

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किन कारणों से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा?-  What are the Reasons that Increase the Risk of Heart Attack

हार्ट अटैक की समस्या पूरी तरह से लाइफस्टाइल फैक्टर्स पर निर्भर करती है। अगर आप हेल्दी जीवन जीते हैं और अपनी डाइट समेत एक्सरसाइज, स्लीप शेड्यूल का ध्यान रखते हैं, तो हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। आइए इसके अन्य फैक्टरों के बारे में जानते हैं:
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई शुगर लेवल
- हाई कोलेस्ट्रॉल  
- ओबेसिटी
- स्ट्रेस
- जेनेटिक कारक
- स्मोकिंग
- अल्कोहल
अगर आप इन सभी रिस्क कारकों को कंट्रोल में रखते हैं, तो हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। साथ ही, यह सभी चीजें आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होती है।

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कुल मिलाकर, ब्रीदिंग एक्सरसाइज का आपकी हार्ट हेल्थ से सीधा संबंध नहीं होता है। हालांकि, इस एक्सरसाइज को करने से आप सांस से जुड़ी समस्यों से बचाव कर सकते हैं और यह एक्सरसाइज ओवरऑल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।

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