Doctor Verified

आर्टिफिशियल स्वीटनर से कैसे बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा, जानें डॉक्टर से

आज के समय में चीनी से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसे में कई बार कुछ लोगों द्वारा आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इससे भी आपको हार्ट से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। आगे जानते हैं इस बारे में
  • SHARE
  • FOLLOW
आर्टिफिशियल स्वीटनर से कैसे बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा, जानें डॉक्टर से


Can Artificial Sweeteners Cause Heart issues In Hindi: आज के दौर में खानपान में मिलावट आने लगी है। ऐसे में लोगों को हेल्दी और पौष्टिक चीजों के सेवन की सलाह दी जाती है। इसमें व्यक्ति को सबसे पहेल तला-भुना खाना और चीनी को डाइट से बाहर करने के लिए कहा जाता है। यही वजह है कि आज एक बड़ी आबादी अपनी डाइट में सलाद को शामिल करने लगी है। वहीं, कई लोग चीनी का उपयोग भी करना बंद कर रहे हैं। ऐसे में वह चीनी के विकल्प के रूप में आर्टिफिशियल स्वीटनर का उपयोग करते हैं। खासतौर पर डायबिटीज, वजन कम करने वाले लोगों और फिटनेस प्रेमियों के बीच आर्टिफिशयल स्वीटनर का चलन बढ़ रहा है। लेकिन क्या आर्टिफिशयल स्वीटनर वाकई स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हैं? हाल के रिसर्च बताते हैं कि आर्टिफिशयल स्वीटनर का अधिक सेवन हृदय संबंधी बीमारियों, खासकर हार्ट अटैक (Heart Attack) और स्ट्रोक (Stroke) के खतरे को बढ़ा सकता है। इस लेख में नारायणा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर गौरव जैन से जानते हैं कि आर्टिफिशयल स्वीटनर क्या है, यह हृदय को कैसे प्रभावित करती है, और इससे बचने के उपाय क्या हो सकते हैं।

आर्टिफिशयल स्वीटनर क्या हैं? - What is artificial sweeteners in Hindi 

आर्टिफिशयल स्वीटनर वे कैमिकल प्रोडक्ट होते हैं जिन्हें प्राकृतिक चीनी का विकल्प माना जाता है। इनमें मुख्य रूप से एस्पार्टेम, सुक्रालोज़, सैक्रिन, एसीसुलफ़ेम कैलियम और अन्य शामिल हैं। इनका उपयोग अक्सर शुगर-फ्री ड्रिंक्स, डाइट सोडा, मिठाई, च्यूइंग गम और कई कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों में किया जाता है। इसमें कैलोरी नहीं होती है।

आर्टिफिशयल स्वीटनर और हार्ट अटैक का संबंध - Connection Between Artificial Sweeteners And Heart Attacks In Hindi

हाल ही में कई रिसर्च में पाया गया है कि आर्टिफिशयल स्वीटनर का अधिक सेवन हृदय रोगों, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे को बढ़ा सकता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुंचाना

आर्टिफिशयल स्वीटनर शरीर में नसों (Arteries) और ब्लड वैसल्स को संकुचित कर सकती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पाता। यह स्थिति ब्लड क्लॉट (रक्त का थक्का) बनने का खतरा बढ़ाती है, जिससे हार्ट अटैक हो सकता है।

can-artificial-sweetener-can-raise-risk-of-heart-attack-in

ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाना

जो लोग अधिक मात्रा में आर्टिफिशयल स्वीटनर का सेवन करते हैं, उनके ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर में वृद्धि होती है। यह दोनों ही कारण हृदय रोगों का प्रमुख कारक माने जाते हैं।

डायबिटीज और इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ाना

हालांकि आर्टिफिशयल स्वीटनर को डायबिटीज रोगियों के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा सकता है। जब शरीर आर्टिफिशयल स्वीटनर के कारण अधिक इंसुलिन बनाता है, तो धीरे-धीरे शरीर इंसुलिन के प्रति असंवेदनशील होने लगता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। और डायबिटीज हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण है।

आर्टिफिशयल स्वीटनर के नुकसान से बचने के उपाय - How To Avoid The Harm Of Artificial Sweeteners In Hindi 

अगर आप अपने हृदय को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आर्टिफिशयल स्वीटनर के सेवन को सीमित करना जरूरी है। इसके लिए आप आगे बताए उपाय अपनाए जा सकते हैं।

  • नेचुरल मिठास अपनाएं, जैसे कि शहद (Honey), गुड़ (Jaggery) और नारियल चीनी (Coconut Sugar) आदि। 
  • प्रोसेस्ड फूड और डायट ड्रिंक्स से बचें। कोल्ड ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स न पिएं।
  • अधिक फाइबर युक्त आहार लें। ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
  • रोजाना कम से कम 30-45 मिनट तक वॉक, योग, या एक्सरसाइज करें।

इसे भी पढ़ें: पैकेटबंद मीठी चीजों में होता है आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल

Does sugar increase risk of heart attack?: आर्टिफिशयल स्वीटनर को कम कैलोरी वाला और सुरक्षित विकल्प माना जाता था, लेकिन कई स्टडी बताते हैंं कि इनका अधिक सेवन हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य हृदय रोगों का खतरा बढ़ा सकता है। ये ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, और इंसुलिन रेजिस्टेंस को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे हृदय संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप अपने हृदय को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो नेचुरल मिठास जैसे शहद और गुड़ का सेवन करें और आर्टिफिशयल स्वीटनर से दूर रहें। सही आहार और नियमित व्यायाम से आप अपने हृदय को मजबूत और स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।

Read Next

कॉन्टैक्ट लेंस लगाते समय इन बातों का रखें खास ध्यान, वरना आंखों को हो सकता है नुकसान

Disclaimer