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मीठा खाने से बढ़ रही है भूख? एक्सपर्ट से जानें आर्टिफिशियल स्वीटनर का असर

मीठा खाने का शौक हर किसी को होता है, लेकिन ज्यादा चीनी का सेवन डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। यहां जानिए, क्या आर्टिफिशियल स्वीटनर खाने से भूख बढ़ जाती है?
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मीठा खाने से बढ़ रही है भूख? एक्सपर्ट से जानें आर्टिफिशियल स्वीटनर का असर


आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मीठा खाना लगभग हर किसी की पसंद है। लेकिन ज्यादा चीनी का सेवन डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। ऐसे में लोग शुगर-फ्री और लो-कैलोरी विकल्प के तौर पर आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करने लगे हैं। लेकिन हाल ही में एक बड़ा सवाल सामने आया है कि क्या आर्टिफिशियल स्वीटनर भूख बढ़ाते हैं? यानी, क्या शुगर-फ्री मीठा खाने से वजन घटाने की बजाय वजन और बढ़ सकता है? हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि आर्टिफिशियल स्वीटनर डायबिटीज मरीजों और वजन घटाने वालों के लिए मददगार हो सकते हैं, लेकिन इन्हें बिना सोच-समझे इस्तेमाल करना खतरनाक भी साबित हो सकता है। इस लेख में जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानिए, क्या आर्टिफिशियल स्वीटनर खाने से भूख बढ़ जाती है?

क्या आर्टिफिशियल स्वीटनर खाने से भूख बढ़ जाती है? - Do Artificial Sweeteners Increase Hunger

डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन बताती हैं कि आर्टिफिशियल स्वीटनर ऐसे केमिकल कंपाउंड हैं, जो शुगर से कई गुना ज्यादा मीठे होते हैं लेकिन इनमें कैलोरी बहुत कम या बिलकुल नहीं होती। इन्हें ड्रिंक्स, डाइट सोडा, मिठाई और यहां तक कि दवाइयों में भी डाला जाता है। आर्टिफिशियल स्वीटनर दिमाग को मीठा खाने की इच्छा से संतुष्ट नहीं कर पाते। जब जीभ को मीठा स्वाद मिलता है लेकिन शरीर को कैलोरी नहीं मिलती, तो दिमाग और खाने की डिमांड करता है। इससे भूख बढ़ने का अहसास हो सकता है और लोग ज्यादा स्नैकिंग करने लगते हैं।

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दिमाग और स्वाद का कनेक्शन

मीठा खाने पर दिमाग में डोपामाइन रिलीज होता है, जिससे खुशी और संतुष्टि महसूस होती है। लेकिन जब आर्टिफिशियल स्वीटनर से यह स्वाद मिलता है और कैलोरी नहीं मिलती, तो दिमाग को लगता है कि उसे चीट किया गया है। नतीजतन शरीर असली शुगर या ज्यादा खाना मांग सकता है। यही कारण है कि कुछ लोगों में भूख बढ़ने की समस्या देखी जाती है।

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एक्सपर्ट की राय

डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन का मानना है कि आर्टिफिशियल स्वीटनर का सीमित सेवन सुरक्षित है, लेकिन अगर इन्हें लंबे समय तक और ज्यादा मात्रा में लिया जाए तो मेटाबॉलिज्म और भूख पर असर पड़ सकता है। खासकर वे लोग जो वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें यह समझना जरूरी है कि केवल शुगर-फ्री प्रोडक्ट्स लेने से वजन अपने आप कम नहीं होगा।

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किन लोगों को परहेज करना चाहिए?

  • प्रेग्नेंट महिलाओं को आर्टिफिशियल स्वीटनर का उपयोग डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
  • बच्चों में इनका सेवन सीमित होना चाहिए क्योंकि उनके शरीर को नेचुरल पोषण की जरूरत होती है।
  • डायबिटीज पेशेंट्स को भी शुगर-फ्री का बहुत ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष

आर्टिफिशियल स्वीटनर मीठा खाने की इच्छा तो पूरी करते हैं, लेकिन ये हमेशा भूख को शांत नहीं कर पाते। कुछ लोगों में यह भूख और बढ़ा सकते हैं, जबकि कुछ में वजन कंट्रोल करने में मदद भी करते हैं। इसका असर व्यक्ति की खानपान आदतों और शरीर की जरूरतों पर निर्भर करता है। इसलिए इन्हें संतुलित मात्रा में ही इस्तेमाल करें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना न भूलें।

All Images Credit- Freepik

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  • Sep 19, 2025 08:07 IST

    Published By : आकांक्षा तिवारी

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