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नींद में हाई बीपी क्यों बनता है हार्ट अटैक का कारण? डॉक्टर से मैनेज के करने के टिप्स

High BP can cause Heart Attack: ब्लड प्रेशर का बढ़ना या घटना हार्ट को नुकसान पहुंचा सकता है। दिन में तो लोग अपना बीपी चेक कर लेते हैं, लेकिन रात में बीपी बढ़ने के कारण हार्ट अटैक भी आ सकता है। रात में बीपी बढ़ने के कारण और इससे कैसे बचें, जानने के लिए पढ़ें ये लेख।

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नींद में हाई बीपी क्यों बनता है हार्ट अटैक का कारण? डॉक्टर से मैनेज के करने के टिप्स


High BP can cause Heart Attack: आजकल लाइफस्टाइल के कारण लोगों में ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या आम हो गई है। हाई बीपी के चलते लोग अपने खानपान में भी बदलाव करते हैं और कई लोग दिन में बीपी चेक करके निश्चिंत हो जाते हैं कि दिनभर बीपी कंट्रोल में रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रात में बढ़े हुए बीपी से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसे नाइट टाइम हाइपरटेंशन (Night -Time Hypertension) भी कहते हैं। नींद के दौरान हाई बीपी हार्ट, ब्लड वेसल्स और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का रिस्क बढ़ सकता है। इसलिए हमने इसके कारणों और हाई बीपी को मैनेज करने के टिप्स जानने के लिए दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के इंटरवेंशनल, क्लिनिकल एंड क्रिटिकल कार्डियोलॉजी एंड इलेक्ट्रॉफिजियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. अमर सिंघल (Dr Amar Singhal, Interventional, Clinical & Critical Cardiology & Electrophysiology, Director, Sri Balaji Action Medical Institute, Delhi) से बात की।

रात में हाई बीपी क्यों है खतरनाक?

डॉ. अमर कहते हैं, “यह तो हम सभी जानते हैं कि दिन के मुकाबले रात में हमारा शरीर आराम करता है और नींद के दौरान ब्लड प्रेशर सामान्य से थोड़ा कम हो जाता है। इससे हार्ट और ब्लड वेसल्स को आराम मिलता है, लेकिन अगर रात में ब्लड प्रेशर बढ़ हुआ रहे, तो हार्ट पर लगातार स्ट्रेस बना रहता है और इससे शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं।”

  • हार्ट की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं।
  • ब्लड वेसल्स की लोच कम हो जाती है।
  • किडनी पर प्रेशर बढ़ जाता है।
  • समय से पहले हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेलियर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

High BP in Sleep in hindi expert

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रात में ब्लड प्रेशर के कारण

डॉ. अमर कहते हैं कि आजकल लोगों का लाइफस्टाइल काफी बदल गया है। इस वजह से रात में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। वैसे इसे प्रमुख कारण हैं -

  1. लोगों का देर रात तक जागते रहना और नींद पूरी न होना।
  2. रात में स्ट्रेस रहना और इसका सीधा असर ब्लड प्रेशर पर पड़ता है।
  3. ज्यादा नमक, तला-भुना और रात में भारी खाने की वजह से ब्ल्ड प्रेशर पर असर पड़ता है।
  4. जिन लोगों का वजन बहुत ज्यादा है, रात में उनका बीपी भी बढ़ सकता है।
  5. जो लोग शराब या स्मोकिंग करते हैं, उनकी ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचता है।
  6. कई लोग दवाइयां लेते हैं, ये भी ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती हैं।
  7. खासकर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन की कमी के कारण हार्ट और ब्लड वेसल्स को कमजोर होने लगती है।

रात के समय हाई बीपी की पहचान कैसे करें?

डॉ. अमर ने बताया कि अक्सर दिन में ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है, लेकिन रात में अगर हाई बीपी होता है, तो घर पर बीपी मॉनिटर से जांच करें। एम्बुलेटरी ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग (ABPM) का टेस्ट कराएं और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

हाई बीपी मैनेज करने के टिप्स

डॉ. अमर कहते हैं कि लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने चाहिए ताकि हाई बीपी को मैनेज करना आसान होता है।

  • डाइट पर चेक रखें - रात में भारी और ज्यादा नमक वाला खाना न खाएं। रात में चाय या कॉफी न लें। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम फैट वाली बैलेंस्ड डाइट लेनी चाहिए।
  • लाइफस्टाइल में बदलाव करें - रोजाना सुबह शाम वॉक करें। डॉक्टर से सलाह लेकर एक्सरसाइज करें। स्ट्रेस कम करने के लिए मेडिटेशन और प्राणायाम करें।
  • नींद का शेड्यूल ठीक करें - रोजाना एक ही समय सोएं और उठें और सोने से पहले मोबाइल और टीवी स्क्रीन से दूरी बनाएं। 6 से 8 घंटे की गहरी नींद जरूर लें।
  • रेगुलर दवाइयां लें - हाई बीपी को मैनेज करने के लिए डॉक्टर की बताई दवाइयां समय पर लें और खुद से दवाई न लें और न ही बंद करें।

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मेनोपॉज के समय महिलाएं खास ध्यान रखें

डॉ. अमर सिंघल कहते हैं, “मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के कारण ब्लड वेसल्स कमजोर हो जाते हैं। इससे नाइट-टाइम ब्लड प्रेशर और ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इसलिए इस उम्र की महिलाओं को अपनी हार्ट हेल्थ की नियमित जांच करवानी चाहिए।

निष्कर्ष

डॉ. अमर जोर देते हुए कहते हैं कि रात के समय बढ़ता बीपी साइलेंट किलर की तरह होता है, जो बिना बताए हार्ट से जुड़ी बीमारियो को बढ़ा सकता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें और साथ ही अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करके हाई बीपी को कंट्रोल में रखें। जो महिलाएं मेनोपॉज के दौर से गुजर रही हैं, उन्हें अपने बीपी पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। अगर किसी को भी शरीर में बदलाव महसूस होते हैं, तो डॉक्टर से जरूर मिलें और उन्हें अपने लक्षणों की जानकारी दें।

 

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  • Sep 24, 2025 16:43 IST

    Modified By : Aneesh Rawat
  • Sep 24, 2025 16:43 IST

    Modified By : Aneesh Rawat
  • Sep 24, 2025 16:40 IST

    Published By : Aneesh Rawat

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