Bypass Surgery in Hindi: खराब खानपान, स्ट्रेस और स्मोकिंग-शराब जैसी आदतों के चलते लाइफस्टाइल में कई तरह के बदलाव हो रहे हैं और उसी का नतीजा है कि लोगों में हार्ट से जुड़ी बीमारियां भी बढ़ रही हैं। भारत में हर साल लाखों लोग हार्ट अटैक और कोरोनरी आर्टरी की बीमारियों से जूझ रहे हैं। अगर मरीज शुरुआत में डॉक्टर से सलाह लेकर दवाइयां शुरू कर देते हैं, तो कई बार दवाइयों और एंजियोप्लास्टी से इलाज हो सकता है। कई बार मरीज की स्थिति इतनी ज्यादा खराब होती है कि डॉक्टर बायपास सर्जरी की सलाह देते हैं। मरीज को बायपास सर्जरी कब कराने की जरूरत पड़ती है, इस बारे में हमने मुंबई के ग्लेनीगल्स अस्पताल के चीफ सीवीटी सर्जन और कॉर्डियोवॉस्कुलर व थोरेसिस सर्जन डॉ. स्वरूप स्वराज पाल (Dr. Swarup Swaraj Pal, Chief CVTS Surgeon, Cardiovascular and Thoracic, MICS, Trauma and Transplant Surgeon, Gleneagles Hospital, Parel, Mumbai) से बात की।
बायपास सर्जरी कब जरूरी होती है?
डॉ. स्वरूप स्वराज कहते हैं, “ बायपास सर्जरी के जरिए मरीज के हार्ट तक ब्लड और ऑक्सीजन की आपूर्ति पहुंचाई जाती है। यह जानना जरूरी है कि बायपास सर्जरी सिर्फ गंभीर रोगियों के लिए ही होती है, जिनकी स्थिति को एंजियोप्लास्टी या दवाइयों से सुधारना मुश्किल होता है। बायपास सर्जरी इन मरीजों को करने की सलाह दी जाती है।”
- जब हार्ट की आर्टरीज (arteries) गंभीर रूप से ब्लॉक हो जाती हैं।
- मरीज को बार-बार सीने में दर्द (Angina) होता है और दवाइयों का कोई असर नहीं होता।
- जब हार्ट में एक साथ कई ब्लॉकेज हों।
- जब मरीज में हार्ट अटैक का रिस्क बहुत ज्यादा होता है।
- जब मरीज को एंजियोप्लास्टी या स्टेंट लगाना मुश्किल हो या ये तरीके सेफ न हो।
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बायपास सर्जरी कैसे काम करती है?
डॉ. स्वरूप स्वराज ने बताया कि हार्ट तक ब्लड लेकर जाने वाली कोरोनरी आर्टरीज के ब्लॉक होने पर ऑक्सीजन हार्ट तक नहीं पहुंच पाता, तो बायपास सर्जरी में डॉक्टर शरीर की किसी दूसरी नाड़ी का इस्तेमाल करके नया रास्ता (bypass) बना देते हैं। इस नए रास्ते से खून आसानी से हार्ट तक पहुंचने लगता है और मांसपेशियों को ऑक्सीजन मिलने लगता है। इससे मरीज का जीवन बच जाता है।
बायपास सर्जरी किन मरीजों को कराने की जरूरत है?
डॉ. स्वरूप स्वराज ने कहा कि इन लोगों को बायपास सर्जरी की सलाह दी जाती है।
- डायबिटीज के साथ ब्लॉकेज होने पर
- एडवांस्ड कोरोनरी आर्टरी बीमारी में
- मरीजों में कई ब्लॉकेज होने पर
- बार-बार सीने में दर्द होने पर
- एंजियोप्लास्टी न कर पाने की स्थिति में
बायपास सर्जरी समय पर कराना क्यों जरूरी?
डॉ. स्वरूप स्वराज कहते हैं कि कई मामलों में देखा गया है कि लोग बायपास सर्जरी का नाम सुनकर डर जाते हैं और इसे टालते रहते हैं। कई मरीज आर्थिक कारणों की वजह से भी सर्जरी में देरी करते हैं। अगर डॉक्टर ने सर्जरी की सलाह दी है और समय पर न कराई जाए, तो ब्लॉकेज बढ़ने से अचानक हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए सर्जरी कराने में टालमटोल न करें, क्योंकि समय पर इलाज कराने से न सिर्फ जान बचाई जा सकती है बल्कि मरीज सेहतमंद लंबा जीवन भी जी सकते हैं।
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बायपास सर्जरी के बाद किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
डॉ. स्वराज स्वरूप ने मरीजों को कुछ टिप्स दिए हैं, जिन्हें अपनाकर मरीज बायपास सर्जरी के बाद सेहतमंद जीवन बिता सकते हैं।
- समय पर दवाइयां लेना
- कम नमक, फैट खाना और ज्यादा फल-सब्जियां लेना
- स्मोकिंग और शराब बिल्कुल न लेना
- वजन कंट्रोल में रखना
- डॉक्टर की बताई सलाह पर एक्सरसाइज करना
- स्ट्रेस मैनेज करना और पूरी नींद लेना
- डॉक्टर से रेगुलर फॉलोअप लेना
निष्कर्ष
डॉ. स्वराज कहते हैं कि बायपास सर्जरी कोई बुरी चीज है, बल्कि यह उन मरीजों के लिए जीवनदान की तरह काम करती है, जिनका इलाज दवाइयों और एंजियोप्लासी से संभव नहीं है। इसलिए हार्ट से जुड़े किसी भी तरह का लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लें और समय पर इलाज कराएं।
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Sep 23, 2025 15:32 IST
Modified By : Aneesh RawatSep 23, 2025 15:32 IST
Published By : Aneesh Rawat