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क्या लगातार खांसी हार्ट की बीमारी का संकेत हो सकती है? जानिए डॉक्टर की सलाह

Increased Cough cause Heart Health: अक्सर लोग खांसी को बहुत ही आम सी समस्या मानकर घरेलू इलाज करते रहते हैं, लेकिन लगातार खांसी होने का कारण हार्ट की बीमारी हो सकता है। इस लेख में डॉक्टर ने लगातार खांसी का हार्ट से कनेक्शन समझाया है।

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क्या लगातार खांसी हार्ट की बीमारी का संकेत हो सकती है? जानिए डॉक्टर की सलाह


Increased Cough cause Heart Health: आमतौर पर खांसी और सर्दी-जुकाम को फेफड़ों की समस्या समझा जाता है, लेकिन यह याद रखना चाहिए कि हर बार खांसी की समस्या फेफड़ों से जुड़ी नहीं होती। कई बार खांसी का संकेत हार्ट से जुड़ा हो सकता है। लगातार खांसी होने से पता चलता है हार्ट सही तरीके से काम नहीं कर रहा। इसलिए लगातार खांसी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि समय पर इलाज न होने से हार्ट की गंभीर समस्याएं हो सकती है। इस बारे में हमने विस्तार से ग्रेटर नोएडा के सर्वोदय अस्पताल के इंटरवेंशनल कॉर्डियोलॉजी विभाग के एचओडी और एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. गयंती आर बी सिंह ( Dr. Gyanti RB Singh, Associate Director & HOD - Interventional Cardiology, Sarvodaya Hospital, Greater Noida West) से बात की।

खांसी होना हार्ट से जुड़ा कैसे?

डॉ. गयंती कहती हैं, “अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहे और साथ में सांस फूलना, पैरों में सूजन या छाती में दर्द जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। दरअसल, जब हार्ट सही ढंग से पंप नहीं कर पाता, तो फेफड़ों में पानी भरने लगता है। इस कंडीशन को हार्ट फेल्योर या कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर कहते हैं। इस दौरान मरीज को अक्सर सूखी खांसी होती है और कई बार झागदार या गुलाबी बलगम भी निकल सकता है।”

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रात में लेटने पर खांसी क्यों बढ़ती है?

डॉ. गयंती ने बताया, “मेरे पास कई मरीज आते हैं, जो यह शिकायत लेकर आते हैं कि रात को लेटने पर खांसी और सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाती है। अगर मरीज तकिया लगाकर थोड़ा ऊंचाई पर सोता है, तो उसे आराम मिलता है। अगर ऐसा होता है, तो यह हार्ट फेल्योर (ऑर्थोप्निया) का लक्षण हो सकता है। लेटने से फेफड़ों में खून और पानी का दबाव बढ़ जाता है, जिससे खांसी और सांस फूलना शुरू हो जाता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए।”

खांसी नार्मल न होने के लक्षण क्या है?

डॉ. गयंती कहती कि हर खांसी हार्ट की बीमारी से जुड़ी नहीं होती। लेकिन अगर खांसी के साथ ये लक्षण दिखाई दें, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

  1. सांस लेने में तकलीफ या जल्दी थकान होना
  2. पैरों और टखनों में सूजन आना
  3. छाती में दर्द या धड़कन तेज होना
  4. रात में बार-बार सांस फूलने की वजह से नींद टूटना
  5. खांसी का 2–3 हफ्तों से ज्यादा समय तक बने रहना

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लगातार खांसी का इलाज क्या है?

डॉ. गयंती बताती हैं कि खांसी का इलाज उसके कारण पर निर्भर करता है।

  • हार्ट फेल्योर में - शरीर में जमा पानी निकालने वाली दवाइयां हार्ट को सेहतमंद और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है।
  • फेफड़ों की समस्या या एलर्जी - फेफड़ों या एलर्जी होने पर इनहेलर, एंटी एलर्जिक या एंटीबायोटिक दवाइयां दी जा सकती हैं।
  • लाइफस्टाइल में बदलाव - नमक और पानी कंट्रोल में रखें, स्मोकिंग और शराब से दूर रहे और वजन कंट्रोल में रखें।

निष्कर्ष

डॉ. गयंती कहती हैं कि अक्सर लोग खांसी को हार्ट की बीमारियों से जोड़कर नहीं देखते और इसे घरेलू नुस्खों से ठीक करने की कोशिश करते हैं। इस वजह से कई बार गंभीर समस्याएं हो जाती हैं। अगर मरीज को लंबे समय तक सांस फूलने, पैरों में सूजन और छाती में दर्द जैसे लक्षण दिखाई दें, तो यह हार्ट की बीमारी का संकेत हो सकता है। इसलिए समय पर इलाज कराने के लिए डॉक्टर से तुरंत मिलें और दवाइयां शुरू करें।

FAQ

  • लंबे समय तक खांसी रहने का क्या कारण हो सकता है?

    अगर किसी को लंबे समय तक खांसी रहती है, तो इसे क्रोनिक खांसी भी कहते हैं। इंफेक्शन (अस्थमा, COPD), एलर्जी, गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GERD), पोस्टनासल ड्रिप (ऊपरी वायुमार्ग खांसी सिंड्रोम), या दवाईयों के कारण क्रोनिक खांसी हो सकती है। खांसी का सही कारण जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
  • सीने में कफ जमने के क्या लक्षण हैं?

    सीने में कफ के लक्षणों में बलगम वाली खांसी, सांस लेने में तकलीफ, घरघराहट, सीने में जकड़न या दर्द, और थकान शामिल हैं। अगर बलगम का रंग पीला या हरा हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर इलाज कराना जरूरी है।
  • खांसी आने पर सीने में दर्द क्यों होता है?

    मांसपेशियों में खिंचाव और इंफेक्शन की वजह से सीने में दर्द हो सकता है। इसके अलावा, अस्थमा, एसिड रिफ्लक्स (GERD), या फेफड़ों से जुड़ी गंभीर स्थितियां जैसे फुफ्फुसावरणशोथ (Pleurisy), न्यूमोथोरैक्स, या फुफ्फुसीय एम्बोलिज्म शामिल हो सकते हैं। अगर सीने में में दर्द लगातार रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

 

 

 

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  • Sep 22, 2025 18:00 IST

    Modified By : Aneesh Rawat
  • Sep 22, 2025 18:00 IST

    Published By : Aneesh Rawat

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