Heart Size and Age: अक्सर लोग सोचते हैं कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, तो हार्ट का साइज भी बढ़ जाता है, लेकिन क्या सच में ऐसा होता है। अगर किसी को चलते समय सांस फूलना, थकान, पैरों में सूजन, धड़कन तेज होना, सीने में दर्द और लगातार सूखी खांसी रहती है, तो हो सकता है कि हार्ट के साइज में बदलाव (Signs of Heart Size Increase) आया हो। उम्र के साथ हार्ट का साइज बढ़ना और इसके नुकसान के बारे में जानने के लिए हमने दिल्ली के अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल के कार्डियोलॉजी एवं कार्डियक सर्जरी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अंकेश अग्रवाल (Dr. Ankesh Aggarwal, Cardiology & Cardiac Surgery, Senior Consultant, Apollo Spectra Hospital, Delhi, Karol Bagh) से बात की।
उम्र बढ़ने के साथ हार्ट का साइज क्यों बदलता है?
डॉ. अंकेश अग्रवाल कहते हैं, “हार्ट का साइज बढ़ना (Heart Enlargement) हर इंसान में नहीं होता। कई लोगों की उम्र बढ़ने पर दिल की मांसपेशियां थोड़ी मोटी हो सकती हैं और जब दीवारें मोटी होती है, तो ऐसा लगता है कि हार्ट का आकार बढ़ गया है। अगर यह सामान्य सीमा में है, तो मरीज को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। लेकिन हार्ट का जरूरत से ज्यादा बढ़ना कई हार्ट डिजीज का संकेत हो सकता है।
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हार्ट का साइज बढ़ने के कारण
डॉ. अंकेश अग्रवाल और NIH की रिपोर्ट में हार्ट का साइज बढ़ने के कुछ कारण बताए हैं।
- हाई ब्लड प्रेशर - जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लगातार हाई ही रहता है, उनके हार्ट का सामान्य से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे मांसपेशियां मोटी हो जाती है और हार्ट का साइज बढ़ा हुआ लगता है।
- हार्ट के वाल्व की बीमारियां - जब हार्ट के वाल्व ठीक तरीके से काम नहीं करते, तो ब्लड के फ्लो पर भी असर पड़ता है। इससे हार्ट पर प्रेशर पड़ता है और हार्ट का साइज बढ़ने लगता है।
- धड़कन का रेगुलर न होना - कुछ लोगों के हार्टबीट असामान्य होती हैं, ऐसे मामलों में हार्ट का साइज भी उम्र के साथ बढ़ने लगता है।
- कार्डियोमायोपैथी - जिन लोगों की हार्ट की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं, तो दिल फैलने लगता है।
- लाइफस्टाइल में बदलाव - जो लोग मोटापे से ग्रस्त होते हैं, स्मोक या शराब बहुत ज्यादा पीते हैं, या फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते, उनमें भी हार्ट साइज बढ़ने की समस्या देखने को मिलती है।
- जेनेटिक वजह - जिन लोगों की फैमिली हिस्ट्री में हार्ट से जुड़ी बीमारियां होती है, उन्हें भी हार्ट साइज बढ़ने की समस्या हो सकती है।
क्या हार्ट का साइज बढ़ना खतरनाक है?
डॉ. अंकेश कहते हैं, “अगर मरीज समय पर ध्यान नहीं देते, तो हार्ट का साइज बढ़ना गंभीर समस्या बन सकता है। इससे हार्ट फेलियर, दिल का दौरा और अनियमित धड़कन का रिस्क बढ़ सकता है। कई बार स्थिति जानलेवा भी हो सकती है। इसलिए हार्ट के साइज बढ़ने को हल्के में न लें।”
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हार्ट साइज को बढ़ने से रोकने के लिए उपाय
डॉ. अंकेश ने हार्ट को सेहतमंद रखने के कुछ टिप्स दिए हैं, जिसमें लाइफस्टाइल में बदलाव सबसे महत्वपूर्ण है।
- रेगुलर कसरत करना - रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक, योग या हल्का कार्डियो हार्ट को मजबूत रखता है।
- बैलेंस डाइट - फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और कम फैट वाले भोजन पर ध्यान दें। ज्यादा नमक, तली चीजें और जंक फूड से बचें।
- वजन कंट्रोल में रखें - मोटापा हार्ट पर अतिरिक्त प्रेशर डालता है।
- ब्लड प्रेशर और शुगर चेक कराना - नियमित रुप से दोनों को चेक कराना और कंट्रोल में रखना जरूरी है।
- स्मोकिंग और शराब छोड़ना - ये दोनों आदतें हार्ट की सेहत को बहुत जल्दी बिगाड़ते हैं।
- स्ट्रेस कम करें - मेडिटेशन और पर्याप्त नींद हार्ट की सेहत के लिए मददगार हैं।
- रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं - सालाना ECG, इको और ब्लड टेस्ट से शुरुआती स्तर पर ही समस्या पकड़ी जा सकती है।
निष्कर्ष
डॉ. अंकेश जोर देते हुए कहते हैं कि लोगों को अपने हार्ट की सेहत के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत है। अगर सीने में लगातार भारीपन रहे, सांस फूलने लगे, पैरों, टखनों या पेट में सूजन आने लगे या फिर लगातार थकान और कमजोरी रहे, तो फिर बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि ये लक्षण हार्ट का साइज बढ़ने के हो सकते हैं। समय पर इलाज कराने से हार्ट की बीमारियों से बचाव करना संभव है।