Causes And Symptoms Of Fatty Heart in Hindi: आज के समय में किसी व्यक्ति का पूरी तरह स्वस्थ होना, किसी वरदान से कम नहीं होता है। लेकिन, लोगों के बदलते जीने के तरीके और खराब लाइफस्टाइल या डाइट के कारण व्यक्ति बीमारियों का घर बनते जा रहा है। खासकर दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम बहुत ज्यादा बढ़ गया है। आपने अक्सर फैटी लिवर के बारे में सुना होगा। लेकिन, क्या आपको पता है लोगों को फैटी दिल यानी दिल में फैट जमा होने की समस्या भी हो सकती है, जो काफी खतरनाक होती है। दिल के आसपास फैट जमा होना आपके लिए जानलेवा हो सकता है। ऐसे में आइए कोलकत्ता के बीएम बिड़ला हार्ट अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अनिल मिश्रा से जानते हैं कि फैटी हार्ट के क्या कारण हैं और शरीर में इसके क्या लक्षण नजर आते हैं?
फैटी हार्ट के कारण - Causes of Fatty Heart in Hindi
- मोटापा: ज्यादा वजन या मोटापा के कारण भी फैटी हार्ट की समस्या हो सकती है। दरअसल जब आपके शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमा होता है तो यह दिल की मांसपेशियों में भी जमा होने लगता है, जो फैटी हार्ट का कारण बन सकता है। यह दिल में इंफ्लेमेशन, और फाइब्रोसिस कर सकता है और हार्ट फेल का कारण बन सकता है । हृदय की गति भी असामान्य ही सकती है । गति बहुत तेज और इर्रेगुलर हो सकती है। इसे अट्रियल फ़ाइब्रिलेशन कहते हैं ।
- डायबिटीज: टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में भी फैटी हार्ट होने की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि डायबिटीज मेटाबॉलिक समस्याएं बढ़ जाती हैं, जिससे दिल में फैट का जमाव (fatty heart kyu hota hai) बढ़ सकता है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल: शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से भी फैट दिल की धमनियों में और दिल की माँसपेशियों में जमा हो जाता हैं, जिससे एंजिना, हार्ट अटैक ऐवम फैटी हार्ट की समस्या हो सकती है।
- ज्यादा शराब पीना: ज्यादा मात्रा में शराब पीने के कारण भी आपका लिवर और दिल दोनों प्रभावित होते हैं। ज्यादा शराब पीने से दिल के आसपास फैटी डिपॉजिट्स बनने लगते हैं।
- शारीरिक गतिविधियों की कमी: खराब लाइफस्टाइल या फिजिकल एक्टिविटी की कमी से कैलोरी बर्न नहीं होता है और शरीर में फैट स्टोर होने लगता है, जो दिल के पास पहुंच सकता है और इससे फैटी हार्ट की समस्या हो सकती है।
- जेनेटिक: कुछ लोगों में फैटी हार्ट की समस्या जेनेटिक कारणों से भी हो सकती है, खासकर अगर परिवार में दिल की बीमारियों का इतिहास हो।
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फैटी हार्ट के लक्षण - Symptoms of Fatty Heart in Hindi
फैटी हार्ट की समस्या के शुरुआत में आपके शरीर में कोई खास लक्षण नजर नहीं आते हैं। लेकिन, समय के साथ आपका शरीर ये संकेत (dil ki bimari hone ke lakshan) दे सकता है-
- बिना किसी काम के भी हर समय थकान और कमजोरी महसूस होना, क्योंकि दिल सही तरीके से पंप नहीं कर पाता है।
- दिल के आसपास फैट जमा होने के कारण दिल पर दबाव पड़ने से सीने में दर्द महसूस होना।
- सीढ़ियां चढ़ने या थोड़ा चलने पर भी सांस फूलना।
- दिल की धड़कनों का असामान्य तरीके से तेज या अनियमित होना।
- पैरों या पेट में सूजन की समस्या होना, जो जिल के सही से काम न करने का संकेत होता है।
- कुछ लोगों को रात में सोते समय सांस लेने में समस्या होना।
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निष्कर्ष
फैटी हार्ट एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। इसलिए, अगर आपको या आपके जानकारी में किसी को फैटी हार्ट की समस्या है तो सही लाइफस्टाइल, समय पर इलाज और नियमित जांच की मदद से इस समस्या को रोका जा सकता है, या ठीक किया जा सकता है। इसलिए, अगर आपके शरीर में इनमें से कोई लक्षण नजर आए तो बिना देरी किए जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें और सही इलाज लेने की कोशिश करें। कुछ आसान सी चीजें इसमें आपकी मदद कर सकती हैं:
- शरीक गतिविधियां बढ़ाएं और नियमित एक्सरसाइज करें
- हेल्दी डाइट लें
- डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें
- शराब का सेवन ना करें या कम से कम करें
यह सामान्य सी आदतें आपको लंबे समय तक स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं।
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FAQ
फैटी हार्ट का मतलब क्या होता है?
फैटी हार्ट का मतलब है कि दिल के आसपास ज्यादा फैट का जमा होना, जिसे पेरिकार्डियल वसा भी कहा जाता है।हार्ट की चर्बी कैसे कम करें?
दिल की चर्बी कम करने के लिए आप अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव करने की कोशिश करें, नियमित शारीरिक गतिविधियां, हेल्दी डाइट और नींद पूरी करना जरूरी है।कौन से खाद्य पदार्थ दिल की चर्बी कम करते हैं?
दिल को स्वस्थ रखने और दिल के फैट को कम करने के लिए आप अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में कम हो। इसलिए, आप अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, नट्स और सीड्स शामिल कर सकते हैं।
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