आजकल लोगों के लिए मोटापा बहुत बड़ी समस्या बन चुका है। मोटापा यानी की शरीर में बीमारियों का घर। मोटापे की वजह से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम का खतरा ज्यादा रहता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार मोटापे के कारण ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर जैसी कई समस्याएं शरीर में पैदा होती है और लंबे समय तक हार्ट को नुकसान पहुंचाती है। जब हार्ट बार-बार परेशानियों से घिरता है तो हार्ट फेल्योर और हार्ट स्ट्रोक जैसी बीमारी हो सकती है। मोटापे और हार्ट फेल्योर के बीच क्या कनेक्शन है इस बारे में ज्यादा जानने के लिए ओनली माय हेल्थ की टीम ने हार्ट डिजीज स्पेशलिस्ट और एम्स के पूर्व सलाहकार और साओल हार्ट सेंटर के संस्थापक डॉ. बिमल चज्जर से बात की।
हार्ट फेल्योर क्या है?- What is Heart Attack?
डॉ. बिमल चज्जर का कहना है कि मोटापे और हार्ट फेल्योर के बीच कनेक्शन को समझने से पहले हार्ट फेल्योर क्यों होता है इसकी वजह को जानना ज्यादा जरूरी है। किसी भी व्यक्ति को हार्ट फेल्योर तब आता है जब मांसपेशियों में खून की सप्लाई धीमी हो जाती या फिर होती ही नहीं है। दरअसल, खून के माध्यम से ही पूरे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई होती है। जब हार्ट तक खून और ऑक्सीजन भेजने वाली आर्टरी ब्लॉक हो जाती है जिसकी वजह से हार्ट फेल्योर आता है।
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मोटापे का हार्ट फेल्योर से क्या है कनेक्शन?- Connection Between Heart Failure and Weight Gain
डॉ. चज्जर का कहना है, जब किसी व्यक्ति का वजन ज्यादा होता है तो मांसपेशियों को खून की सप्लाई करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। कई बार मोटापे की वजह से खून के प्रवाह वाली धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है, जिसे हटाना नामुमकिन होता है। इसकी वजह से हार्ट फेल्योर और हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा मोटापे की वजह से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसे अन्य जोखिम भी पैदा होते हैं, जिन्हें सामूहिक रूप से मेटाबोलिक सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है। ये स्थितियां हार्ट फेल्योर के जोखिम को और बढ़ा देती हैं।
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डॉक्टर का कहना है कि हाई कोलेस्ट्रॉल होने की वजह से ट्राइग्लिसराइड्स भी बढ़ने का खतरा होता है, जो सीधा हार्ट की बीमारी के बढ़ने का संकेत देता है। इतना ही नहीं मोटापे की वजह से कुछ लोगों को नींद न आने की समस्या होती है, जिसे मेडिकल की भाषा में स्लिप एपनिया कहा जाता है। इस स्थिति में रात में खर्राटे आने की समस्या हो जाती है। इससे रात में कुछ सेकेंड के लिए सांस रूक जाती है। इस स्थिति में भी हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ता है।
हार्ट अटैक से बचाव के टिप्स
डॉ. चज्जर का कहना है कि मोटापे और हार्ट से संबंधित परेशानियों से बचने के लिए रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ बदलाव जरूरी है। आइए जानते हैं इसके बारे में
- एक स्वस्थ, संतुलित आहार खाएं (अतिरिक्त फैट / तेल खाने से बचें)
- हरी सब्जियां, फल, नट्स, मछली अपनी डाइट में शामिल करें
- धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल न करें
- अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर की नियमित जांच करवाएं।
- जिन लोगों की फैमिली में ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की समस्याएं रही हैं वो डॉक्टर से सलाह लें।
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