Can Angioplasty Cure Heart Failure in Hindi: एंजियोप्लास्टी एक प्रकार की सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसे आमतौर पर हार्ट अटैक आने के बाद किया जाता है। एंजियोप्लास्टी कराने के बाद बहुत सी चीजों का ध्यान रखना चाहिए और सावधानियां बरतनी चाहिए। एंजियोप्लास्टी कराने के बाद हार्ट की धमनियों की ब्लॉकेज कम हो जाती है, इससे धमनियों का संकुचन कम हो जाता है। लेकिन, कुछ लोग सोचते हैं कि एंजियोप्लास्टी कराने के बाद हार्ट फेलियर से बचाव होता है? एंजियोप्लास्टी के बाद छाती में दर्द, सांस लेने में कठिनाई के साथ-साथ हार्ट की मांसपेशियों तक ब्लड फ्लो बढ़ने लगता है।
हार्ट फेलियर एक बेहद जटिल समस्या है, जिसमें हार्ट की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं, जिससे हार्ट पर्याप्त ब्लड फ्लो करने में सक्षम नहीं रहता है। ऐसे में कई बार ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स की भी कमी हो जाती है। आइए जानते हैं एंजियोप्लास्टी कराने प हार्ट फेलियर से बचाव होता है या नहीं? इस बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने Sarvodaya Hospital Greater Noida West, Consultant Dr. Tushar Agarwal से बात की। (Kya Angioplasty Karane se Heart Failure se Bacha Ja Sakta Hai)
क्या एंजियोप्लास्टी कराने से हार्ट फेलियर से बचा जा सकता है? (Can Angioplasty Cure Heart Failure in Hindi)
डॉक्टर के मुताबिक एंजियोप्लास्टी हार्ट फेलियर को बचाने में प्रभावी नहीं होती है। बल्कि, एंजियोप्लास्टी कराने से ब्लड फ्लो बढ़ता है और हार्ट फेलियर के लक्षण कम होते हैं। दरअसल, एंजियोप्लास्टी हार्ट की धमनियों की ब्लॉकेज कम होती है, जिससे ब्लड फ्लो बढ़ता है। एंजियोप्लास्टी हार्ट फेलियर का स्थायी इलाज नहीं है, बल्कि इसे कराने से हार्ट फेलियर और हार्ट अटैक के मरीजों की समस्या कम हो सकती है। स्टेंट डलने के बाद हार्ट की ब्लॉकेज खुल जाती है, जिससे हार्ट फेलियर के मरीज एक हेल्दी जीवन जी सकते हैं। लेकिन, ऐसा बिलकुल नहीं है कि एंजियोप्लास्टी कराने के बाद हार्ट फेलियर को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।
एंजियोप्लास्टी से कम हो सकता है हार्ट फेलियर का खतरा
अगर आप हार्ट फेलियर के मरीज हैं और आपने एंजियोप्लास्टी कराई है तो इससे हार्ट फेलियर के लक्षणों में कमी आ सकती है। एंजियोप्लास्टी पूरी तरह से हार्ट फेलियर से बचने में तो कारगर नहीं होती है, बल्कि एंजियोप्लास्टी दोबारा हार्ट फेलियर होने के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है। इससे आपके हृदय की धमनियों में रुकावटें (कोरोनरी धमनी रोग) भी कम हो सकता है। धमनियों को दूर करने में एंजियोप्लास्टी एक कारगर इलाज साबित हो सकता है।
एंजियोप्लास्टी कराने के क्या नुकसान हो सकते हैं? (Possible Side Effects of Angioplasty in Hindi)
- आमतौर पर एंजियोप्लास्टी कराना सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
- एंजियोप्लास्टी कराने पर ब्लड क्लॉटिंग होने के साथ ही कई बार ब्लीडिंग होने का भी जोखिम रहता है।
- एंजियोप्लास्टी कराने पर कुछ मरीजों को हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने का भी जोखिम रहता है।
- ऐसे में कई बार एलर्जिक रिएक्शन होने के साथ ही साथ किडनी से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
- कुछ लोगों को सांस लेने में कठिनाई महसूस हो सकती है साथ ही साथ छाती में दर्द या सीने में भारीपन भी महसूस हो सकता है।
हार्ट फेलियर से बचने के तरीके (How to Prevent Heart Failure in Hindi)
- हार्ट फेलियर से बचने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करना चाहिए।
- इसके लिए आपको अपनी डाइट को हेल्दी रखना चाहिए। ऐसे में अपनी डाइट में फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- ऐसे में आपको अपने वजन को नियंत्रित रखना चाहिए साथ ही साथ स्मोकिंग करने से भी परहेज करना चाहिए।
- ऐसे में अपने डॉक्टर की सलाह के मुताबिक पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
- इसके लिए आपको शराब और स्मोकिंग करने से परहेज करना चाहिए।
- यही नहीं इसके लिए आपको स्ट्रेस और डिप्रेशन को भी कम करना चाहिए।
FAQ
क्या स्टेंट के बाद आपको हार्ट फेल्योर हो सकता है?
स्टेंट डलवाने के बाद भी कुछ लोगों में हार्ट से जुड़ी समस्याएं देखी जा सकती हैं। स्टेंट लगवाने के बाद भी हार्ट अटैक और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।स्टेंट के बाद जीवन कितना सामान्य है?
स्टेंट डलवाने के बाद जीवन जीना पहले की ही तरह सामान्य होता है। लेकिन, स्टेंट डलवाने के बाद आपको कई परहेज और सावधानियों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि हार्ट अटैक से बचा जा सके।हार्ट स्टेंट कितने साल तक चलता है?
हार्ट में स्टेंट आमतौर पर पूरे जीवन के लिए लगाया जाता है, लेकिन कुछ लोगों में स्टेट पहले भी समस्या पैदा कर सकती है। इससे बचने के लिए आपको अपने डॉक्टर से मिलते रहना चाहिए।