
Heart blockage after angioplasty: आजकल लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। उम्र चाहे जो हो ये बीमारी किसी को नहीं छोड़ रही। दरअसल, ज्यादातर दिल की बीमारी ब्लॉकेज की वजह से होती है यानी जब धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाए और ब्लड पूरी तरह से सर्कुलेट न हो पाए। ऐसी स्थिति में दिल पर ब्लड सर्कुलेट करने का प्रेशर पड़ता है और धमनियां प्रभावित हो जाती हैं। ऐसे में हाई बीपी की वजह से धमनियों को नुकसान हो सकता है और धमनियों के फटने की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में ब्लॉकेज को साफ करने के लिए डॉक्टर मेडिकली एंजियोप्लास्टी करके हैं। एंजियोप्लास्टी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोरोनरी धमनियों को खोला जाता है। ऐसे में एक सवाल ये भी आता है कि क्या एंजियोप्लास्टी के बाद दोबारा से ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है? जानते हैं इस बारे में Dr. Sanjay Bhat, Sr. Consultant - Interventional Cardiology, Aster CMI Hospital, Bangalore से।
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क्या एंजियोप्लास्टी के बाद ब्लॉकेज दोबारा हो सकता है-Can blockages recur after angioplasty?
Dr. Sanjay Bhat बताते हैं कि हां, एंजियोप्लास्टी के बाद रुकावटें फिर से आ सकती हैं, और ऐसा तब होता है जब उपचारित धमनी कई कारणों से समय के साथ फिर से संकरी हो जाती है, यही वजह है कि डॉक्टर नियमित फॉलो-अप, स्वस्थ आदतों और उचित दवा की सलाह देते हैं। इस स्थिति में आपको समझने की जरूरत है कि दोबारा से ब्लॉकेज की समस्या होती क्यों है?
दोबारा से ब्लॉकेज की समस्या होती क्यों है?
डॉ. संजय बताते हैं कि रेस्टेनोसिस या फिर से सिकुड़ना, एक सामान्य कारण है और यह तब होता है जब प्रक्रिया के बाद धमनी के अंदर निशान ऊतक बन जाते हैं, जिससे धीरे-धीरे रक्त प्रवाह के लिए जगह कम हो जाती है और सीने में दर्द या सांस फूलने जैसे लक्षण वापस आ जाते हैं। कभी-कभी, रुकावट फिर से भी हो सकती है क्योंकि धमनी की दीवारों पर कोलेस्ट्रॉल का निर्माण होता रहता है, खासकर अगर जीवनशैली में बदलाव नहीं किए जाते हैं। इसके अलावा कुछ बीमारियों की वजह से भी आपको दोबारा ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है। जैसे कि
-डायबिटीज
-हाई बीपी
-हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी स्थितियां अनियंत्रित रहने पर दोबारा से धमनियों में ब्लॉकेज की समस्या बढ़ सकती है।
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स्टेंट में ही थक्का बनने की वजह से हो सकता है दोबारा ब्लॉकेज
डॉ. संजय बताते हैं कि कुछ मामलों में स्टेंट में ही थक्का बन सकता है, जिसे स्टेंट थ्रोम्बोसिस कहा जाता है, जो दुर्लभ लेकिन गंभीर है, और यही कारण है कि डॉक्टर प्रक्रिया के बाद लंबे समय तक रक्त को पतला करने वाली दवाएं लिखते हैं। हालांकि, ये स्थिति हर किसी के सामने नहीं होती लेकिन पूरी तरह से ये एक मेडिकल कंडीशन है।

डॉक्टरों का कहना है कि धूम्रपान जैसी आदतें जारी रहने, दवाइयां छोड़ने, या आहार और व्यायाम की अनदेखी करने पर बीमारी के दोबारा होने का खतरा बढ़ जाता है। वे इस बात पर ज़ोर देते हैं कि एंजियोप्लास्टी एक इलाज है, न कि हृदय रोग का इलाज।
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ब्लॉकेज क संभावना कैसे कम करें
डॉ. संजय बताते हैं कि ब्लॉकेज, दोबारा होने की संभावना को कम करने के लिए, मरीजो को समय पर सभी निर्धारित दवाएं लेनी चाहिए, कम तेल और नमक वाला हृदय-स्वस्थ आहार लेना चाहिए, रोजाना एक्टिव रहना चाहिए, स्वस्थ वजन बनाए रखना चाहिए, और कोलेस्ट्रॉल, शुगर और ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करवानी चाहिए।
अंत में डॉक्टर तनाव प्रबंधन और अच्छी नींद को भी बढ़ावा देते हैं क्योंकि ये हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। सही देखभाल और जीवनशैली के साथ, बीमारी के दोबारा होने का खतरा बहुत कम हो जाता है और दीर्घकालिक हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है।
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FAQ
एंजियोप्लास्टी के बाद कितने दिन आराम करें?
एंजियोप्लास्टी के बाद आपको 4 से 5 दिन आराम करना चाहिए और 7 से 10 दिनों तक भारी गतिविधियों को करने से बचना चाहिए। पूरी तरह ठीक होने में कई सप्ताह लग सकते हैं तब तक आपको अपने डॉक्टर की सलाह माननी चाहिए और उसी के अनुसार काम करना चाहिए।एंजियोप्लास्टी के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?
एंजियोप्लास्टी के बाद आपको हल्का खाना खाना चाहिए और डाइट में फैट कंट्रोल करना चाहिए जिससे कोलेस्ट्रॉल न बढ़े और दिल की बीमारियों से बचाव हो। इसके अलावा जितना हो सके उतना घर का खाना खाएं और हेल्दी रहें।हार्ट अटैक किसकी कमी से आता है?
हार्ट अटैक पर्याप्त ब्लड सर्कुलेशन की कमी से आता है। इसके अलावा जब आपकी धमनियां सकड़ी हो जाती हैं तब भी ये दिक्कत आपको हो सकती है। इसलिए हार्ट अटैक से खुद का बचाव करें।
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Dec 01, 2025 16:26 IST
Published By : Pallavi Kumari