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क्या योग की मदद से हार्ट ब्लॉकेज को कम किया जा सकता है? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Can We Remove Heart Blockage With Yoga In Hindi: हार्ट ब्लॉकेज या हार्ट से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए योग की मदद ली जा सकती है। हालांकि, इसे मेडिकल चिकित्सा पद्धति का विकल्प नहीं कहा जा सकता है।
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क्या योग की मदद से हार्ट ब्लॉकेज को कम किया जा सकता है? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट


Can Yoga Remove Heart Blockage In Hindi: हार्ट ब्लॉकेज का मतलब है, कोरोनरी आर्टरी संकुचित हो जाना या ब्लॉक हो जाना। कोरोनरी आर्टरी वह धमनी होती है, जिसके जरिए हार्ट मसल्स तक ब्लड सप्लाई पहुंचती है। ध्यान रखें कि कोरोनी आर्टरीज में ब्लॉकेज होना बिल्कुल सही नहीं है। इसकी वजह से हार्ट में ब्लड सप्लाई बाधित होती है, जिससे हार्ट तक सही मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पाता है। इसका बहुत बुरा प्रभाव हमारे ओवर ऑल हेल्थ पर पड़ता है। आमतौर पर इसक तरह की कंडीशन में डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए और जीवनशैली में जरूरी करने चाहिए। बहरहाल, यहां एक सवाल उठता है कि क्या हार्ट ब्लॉकेज को योग की मदद से भी कम किया जा सकता है? यह जानना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि हाल के सालों में योग का परचम पूरी दुनिया लहराया है। ऐसे में गंभीर बीमारियों में योग कितना कारगर हो सकता है, इसके बारे में सटीक जानकारी होना जरूरी हो जाता है। तो चलिए, हिमालयन मास्टर और अखंड योग संस्थान के संस्थापक डॉ. योगऋषि विश्वकेतु से जानते हैं कि क्या वाकई हार्ट ब्लॉकेज की समस्या को कम करने में योग की कोई भूमिका है?

क्या योग की मदद से हार्ट ब्लॉकेज को कम किया जा सकता है?- Can Yoga Reduce Heart Blockage In Hindi

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डॉ. योगऋषि विश्वकेतु के अनुसार, "हृदय रोग दुनिया में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके मूल में कोरोनरी धमनी की रुकावटें हैं, जो तब बनती हैं जब धमनियों के अंदर प्लाक जम जाता है। इससे हृदय में रक्त का प्रवाह बाधित होता है। हालांकि, इसके लिए मेडिकल इंडस्ट्री में कई काम किए गए हैं। हाल के सालों में योग जैसी समग्र प्रणालियों को हृदय रोग की रोकथाम और प्रबंधन में अहम भूमिका के लिए तेजी से पहचाना जा रहा है।" विशेषज्ञ आगे कहते हैं कि हार्ट ब्लॉकेज की रोकथाम के लिए भ्रामरी प्राणायाम काफी कारगर तरीके से काम करता है। इसे करते हुए गुनगुनाती हुई मधुमक्खी की आवाज आती है। इससे मन शांत होता है और हृदय रोगों में भी यह सहायक है।’ हालांकि, डॉ. योगऋषि विश्वकेतु स्पष्ट करते हुए कहते हैं, "मेडिकल चिकित्सा पद्धति का कोई विकल्प नहीं है। अगर किसी को हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर समस्या है, तो उन्हें तुरंत अपना इलाज डॉक्टर से करवाना चाहिए। इस संबंध में देरी नहीं की जानी चाहिए।"

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हार्ट ब्लॉकेज में भ्रामरी प्राणायाम  के फायदे

भ्रामरी में धीमी नाक से सांस लेना और फिर सांस छोड़ते समय हल्की गुनगुनाहट की आवाज निकालना शामिल है। यह कंपन पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करने, रिलैक्सेशन को बढ़ावा देने, हृदय गति को धीमा करने और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि भ्रामरी प्राणायाम का नियमित अभ्यास करने से ऑटोनॉमिक बैलेंस में सुधार होता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी कम होती है। इससे हृदय रोग को रोकने में मदद मिलती है। कहीं न कहीं ये तमाम लाभ हार्ट ब्लॉकेज को भी कम करने में मदद करते हैं।

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क्या कहते हैं शोध

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डॉ. योगऋषि विश्वकेतु स्पष्ट तौर पर बताते हैं, "कई शोधों से इस बात की पुष्टि होती है कि योगिक सांस-आधारित अभ्यास से शरीर की सूजन में कमी आती है, कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और जीवनशैली में हेल्दी बदलाव करने से हार्ट संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है।"

हार्ट ब्लॉकेज दूर करने के लिए कैसे करें भ्रामरी प्राणायाम

  1. भ्रामरी प्राणायाम करते हुए रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए।
  2. भ्रामरी प्राणायाम करते हुए रिलैक्स होकर बैठें।
  3. इसे करते हुए नाक से धीरे-धीरे सांस लें।
  4. हल्की गुनगुनाहट की आवाज (मम्म) के साथ सांस छोड़ें।
  5. रोजाना 5-10 मिनट इस प्रक्रिया को दोहराएं।
  6. इसे आप प्रातः काल कर सकते हैं या रात को सोने से पहले करें।
All Image Credit: Freepik 

FAQ

  • हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए कौन सा योग करना चाहिए?

    हार्ट ब्लॉकेज है, तो इस संबंध में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हां, हार्ट संबंधी बीमारी के जोखिम को कम करना है, तो पश्चिमोत्तानासन और भुजंगासन अच्छे विकल्प हैं। इससे दिल की सेहत में सुधार होता है।
  • क्या अनुलोम विलोम हार्ट ब्लॉकेज को दूर कर सकता है?

    हार्ट संबंधी समस्या होने पर अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना चाहिए। इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे हार्ट हेल्थ में सुधार होता है।
  • किस प्राणायाम से हृदय रोग दूर होता है?

    भस्त्रिका, कपालभाति और अनुलोम-विलोम जैसे कुछ प्राणायाम फेफड़ों को मजबूत करते हैं, पाचन क्रिया को दुरुस्त करते हैं और मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है। इस तरह देखा जाए, तो हृदय रोग दूर करने के लिए उक्त प्राणायाम काफी लाभकारी हो सकते हैं।

 

 

 

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