
Is a blockage the same as a heart attack: अस्वस्थ जीवनशैली और खराब खानपान सेहत को भी प्रभावित करने लगते हैं। इनके कारण बॉडी में हार्मोन्स इंबैलेंस होने लगते हैं और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। खानपान से जुडी गलतियों के कारण कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जो आगे चलकर हार्ट डिजीज की वजह बन सकती हैं। ऐसे में कई लोगों को हार्ट अटैक और हार्ट ब्लॉकेज से भी जूझना पड़ता है। अक्सर लोग इन दोनों समस्याओं को एक ही समझ बैठते हैं। जबकि ये दोनों समस्याएं अलग-अलग होती हैं। इन दोनों में फर्क जानने के लिए हमने ढाकुरिया स्थित मणिपाल हॉस्पिटल के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सौम्या कांति दत्ता से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।

पहले जानें हार्ट अटैक और हार्ट ब्लॉकेज क्या है? What Is Heart Attack and Heart Blockage
हार्ट अटैक- Heart Attack
हार्ट अटैक एक ऐसी स्थिति है जब हार्ट में ब्लड की कमी से कोरोनरी सर्कुलेश बिगड़ जाता है। इस कारण हार्ट में खून के थक्के जमा होने लगते हैं, फाइब्रोसिस हो सकता है। साथ ही, गंभीर कैल्सीफिकेशन के कारण रुकावट होने लगती है। हार्ट में खून की सप्लाई रुकने या कोरोनरी ब्लड वेसेल्स में रुकावट होने पर दिल की मांसपेशियों का काम रूक सकता है। इस कारण बॉडी में अचानक डिस्कंफर्ट होने लगता है। पसीने के साथ सीने में तेज दर्द होता है, जो जबड़े, पीठ औऱ कंधे तक भी फैल सकता है।
हार्ट ब्लॉकेज- Heart Blockage
हार्ट ब्लॉकेज एक ऐसी स्थिति है जब हार्ट मसल्स में ब्लॉकेज होने लगती है। दरअसल, हमारे हार्ट में बाएं और दाएं दोनों ओर छोटे-छोटे सर्किट मौजूद होते हैं। जब इन सर्किट में जब ब्लॉकेज होने लगती है, तो उसे हार्ट ब्लॉकेज कहा जाता है। जब हार्ट में इलेक्ट्रिकल ब्लॉकेज होती है, तो इससे हार्ट अटैक की स्थिति भी बन सकती है।
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हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट अटैक में क्या अंतर है? Difference Between Heart Blockage and Heart Attack
हार्ट अटैक को जानलेवा स्थिति है जिसमें तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी होता है। कोलेस्ट्रॉल इंबैलेंस होने या डिस्लिपिडेमिया के कारण इसका खतरा बढ़ सकता है। धूम्रपान करने, ज्यादा खराब पीने, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसी कोई भी क्रोनिक हेल्थ कंडीशन हार्ट अटैक का कारण बन सकती है, जिसका समय पर इलाज होना जरूरी है। हमारे हार्ट में चार चेंबर मौजूद होते हैं। हार्ट ब्लॉकेज होने पर अपर चेंबर से लोअर चेंबर तक प्रक्रिया में रुकावट आने लगती है। इससे बेहोशी की स्थिति पैदा हो जाती है। चेतना को नुकसान और कुछ हद तक चक्कर भी आ सकते हैं।
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एक्सपर्ट टिप
- अगर आप ईसीजी भी करवाते हैं, तो ग्रेड 1 या फर्स्ट डिग्री हार्ट ब्लॉक, ग्रेड 2, जो खतरनाक है और ग्रेड 3, जाहिर तौर पर पूरा हार्ट ब्लॉकेज है, जिसके लिए तुरंत पेसमेकर इम्प्लांटेशन की जरूरत होती है।
- अगर दोनों स्थिति एक साथ यानी रक्त वाहिकाओं में रुकावट और इलेक्ट्रिकल सर्किट में रुकावट हो जाती है, तो ऐसे में दिल पंप करने में विफल हो सकता है।
- ऐसी स्थिति में जब हार्ट को ब्लड पंप करने में मुश्किल होती है, तो ऐसे में एक्सपर्ट्स सीआरटी या कार्डियक रीसिक्रोनाइजेशन थेरेपी करने की सलाह देते हैं।
निष्कर्ष
डॉक्टर के मुताबिक हार्ट अटैक और हार्ट ब्लॉकेज दोनों अलग-अलग स्थिति है। हार्ट अटैक को जानलेवा स्थिति है जिसमें तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी होता है। कोलेस्ट्रॉल इंबैलेंस होने या डिस्लिपिडेमिया के कारण इसका खतरा बढ़ सकता है। जबकि हार्ट ब्लॉकेज एक ऐसी स्थिति है जब हार्ट मसल्स में ब्लॉकेज होने लगती है। दरअसल, हमारे हार्ट में बाएं और दाएं दोनों ओर छोटे-छोटे सर्किट मौजूद होते हैं। जब इन सर्किट में जब ब्लॉकेज होने लगती है, तो उसे हार्ट ब्लॉकेज कहा जाता है। इस लेख में हमने आपको सामान्य जानकारी दी है। इस विषय पर अधिक जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना न भूलें।
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