आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों का खानपान तेजी से बदल रहा है। समय की कमी और आराम के कारण लोग फास्ट फूड और जंक फूड को खाना पसंद कर रहे हैं। बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राइज, नूडल्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे फूड्स की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। इन फूड्स का स्वाद भले ही लुभावना हो, लेकिन इनका शरीर, खासकर दिल की सेहत पर गहरा और बुरा असर पड़ता है। फास्ट फूड और जंक फूड में आमतौर पर ज्यादा नमक, चीनी, सैचुरेटेड फैट्स और ट्रांस फैट्स पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर असंतुलित हो सकता है और हार्ट डिजीज का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। इस लेख में नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम के कार्डियक सर्जरी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट एवं डायरेक्टर डॉ. रचित सक्सेना (Dr. Rachit Saxena, Senior Consultant & Director, Cardiac Surgery, Narayana Hospital, Gurugram) से जानिए, जंक फूड खाने से आपके दिल पर क्या असर पड़ता है?
जंक फूड और हार्ट ब्लॉकेज का कनेक्शन - How Is Fast Food Linked To Heart Disease
डॉ. रचित सक्सेना कहते हैं कि फास्ट फूड और दिल की बीमारियों के बीच गहरा संबंध है। उनका कहना है कि फास्ट फूड में मौजूद तत्व दिल की धमनियों को बंद करने का मुख्य कारण बन सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है। फास्ट फूड को स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें ट्रांस फैट्स, सैचुरेटेड फैट्स, अधिक मात्रा में नमक और चीनी डाली जाती है। ये सभी तत्व शरीर में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देते हैं। डॉ. सक्सेना बताते हैं कि जब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल शरीर में बढ़ता है, तो यह धीरे-धीरे रक्त धमनियों की दीवारों पर जमने लगता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट आने लगती है और यही रुकावट हार्ट ब्लॉकेज का रूप ले सकती है।
हाल के वर्षों में दिल के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है और एक बड़ा कारण है लोगों की बिगड़ती लाइफस्टाइल है। युवाओं में भी अब हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे हैं, जो पहले केवल बुज़ुर्गों में आम माने जाते थे। इसका मुख्य कारण अत्यधिक फास्ट फूड का सेवन, एक्सरसाइज की कमी और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल है।
इसे भी पढ़ें: क्या बुखार आने पर आप भी बार-बार लेते हैं पैरासिटमॉल? बढ़ सकता है दिल की बीमारियों का खतरा
1. पोषक तत्वों की कमी
फास्ट फूड सिर्फ नुकसानदेह तत्वों से भरपूर नहीं होता, बल्कि इसमें जरूरी पोषक तत्वों की भारी कमी भी होती है। फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स जैसे पोषक तत्व फास्ट फूड में ना के बराबर होते हैं। डॉ. सक्सेना बताते हैं कि जब शरीर को आवश्यक पोषण नहीं मिलता, तो यह बीमारियों के लिए अधिक संवेदनशील हो जाता है। लंबे समय तक ऐसा खाना खाने से मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और टाइप-2 डायबिटीज जैसी बीमारिया पनपने लगती हैं और ये सभी दिल की बीमारियों की जड़ हैं।
इसे भी पढ़ें: सर्दियों में हार्ट का ख्याल रखने के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स, दिल की बीमारियों का खतरा होगा कम
2. युवाओं के लिए बढ़ता खतरा
डॉ. सक्सेना विशेष रूप से युवाओं और बच्चों में बढ़ती इस आदत को लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि स्कूल और कॉलेज जाने वाले बच्चे अब लंच में पौष्टिक खाना लाने की बजाय पैकेज्ड चिप्स, पिज्जा या कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजें लाने लगे हैं। यह आदत अगर समय रहते नहीं बदली गई, तो आने वाले समय में यह एक बड़े स्वास्थ्य संकट का रूप ले सकती है।
दिल को स्वस्थ कैसे रखें? - How To Keep Your Heart Healthy
इस स्थिति से निपटने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव सबसे जरूरी कदम है। डॉ. सक्सेना सलाह देते हैं कि भोजन में संतुलन लाना बेहद जरूरी है। साबुत अनाज, ताजे फल, हरी सब्जियां, दालें और घर का बना खाना न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है, बल्कि दिल को मजबूत रखने में भी मदद करता है। इसके अलावा, रोजाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी, जैसे वॉकिंग, योग, साइकलिंग या स्वीमिंग, दिल की सेहत को बेहतर बनाए रखने में सहायक होती है। पर्याप्त नींद लेना और तनाव से दूर रहना भी हार्ट हेल्थ के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
फास्ट फूड का ज्यादा सेवन धीरे-धीरे शरीर को अंदर से कमजोर करता है, विशेषकर दिल को। अगर हम लापरवाही से खान-पान को अनदेखा करते रहेंगे, तो भविष्य में गंभीर दिल संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि समय रहते सही चुनाव करें, अपने खान-पान में सुधार लाएं और दिल की सेहत को प्राथमिकता दें।
All Images Credit- Freepik