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Difference Between IBS vs Celiac Disease In Hindi: आईबीएस और सीलिएक रोग दोनों ही पेट और पाचन से जुड़ी समस्या है। इस तरह की परेशानी के कारण पेट दर्द, ब्लोटिंग, पेंट में ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आमतौर पर कुछ खाने-पीने के बाद आईबीएस या सीलिएक रोग हो सकता है। चूंकि, दोनों के लक्षण और कारण एक जैसे हैं, इसलिए अक्सर लोगों को यह कंफ्यूजन होती है कि उन्हें आईबीएस है या सीलिएक रोग। अगर आप भी दोनों के अंतर नहीं कर पा रहे हैं, तो परेशान न हों। इस लेख में आपको दोनों रोगों के बीच अंतर बता रहे हैं। साथ ही जानें, इनके लक्षण, कारण और इलाज। यही नहीं, कौन-सा रोग अधिक गंभीर है, इसकी जानकारी भी यहां हासिल करेंगे। इस बारे में हमने सर्वोदय अस्पताल में गैस्टेंट्रोलॉजिस्ट डॉ.कपिल शर्मा से बात की।
आईबीएस क्या है?- What Is Irritable Bowel Syndrome In Hindi (IBS)
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आईबीएस यानी इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम। यह समस्या बड़ी आंत को प्रभावित करती है। आईबीएस के कारण पेट दर्द, ब्लोटिंग जैसी समस्या हो सकती है। यहां तक कि आईबीएस की वजह से कब्ज, डायरिया जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। यही नहीं, जैसे ही मरीज कुछ खाता है, आईबीएस होने के कारण उनके पेट में दर्द और मरोड़ उठने लगती है। सवाल है, आईबीएस क्यों होता है? इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि आईबीएस होने के मुख्य कारणों का अब तक पता नहीं चला है। लेकिन, विशेषज्ञों का मानना है कि जब आप खाना खाते हैं, तो आकपा ब्रेन अंत को भोजन को पचाने के संकेत भेजता है। संभवतः संकेत भेजने के दौरान कोई समस्या होती है, जिससे आईबीएस हो जाता है। खैर, सीवियर इंफेक्शन, आंत की मासंपेशियों में संकुचन आदि भी आईबीएस के कारणों में से एक है। हां, तनाव का आईबीएस से सीधा-सीधा कोई कनेक्शन नहीं है। लेकिन, तनाव यानी स्ट्रेस आईबीएस को ट्रिगर कर सकता है।
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क्या है सीलिएक रोग- What Is Celiac Disease In Hindi
आईबीएस की ही तरह सीलिएक रोग के भी सटीक कारणों की जानकारी नहीं है। लेकिन, विशेषज्ञ इस बात पर सहमति दर्ज करते हैं कि सीलिएक रोग जीन्स के कारण हो सकता है। वहीं, कुछ लोगों को सीलिएक रोग प्रेग्नेंसी के तुरंत बाद और गंभीर रूप से तनाव में रहने के कारण हो सकता है। सीलिएक रोग के कारण आंतों में मौजूद लाइनिंग डैमेज हो सकती हैं, जिससे शरीर पोषक तत्वों को ले नहीं पाता है। सीलिएक रोग के कारण लोग लैक्टॉस इनटॉलरेंस हो सकता है। सीलिएक रोग को हल्के नहीं लेना चाहिए। इस दौरान शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण विटामिन-डी और कैल्शियम की दिक्कत हो सकती है।
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क्या है ज्यादा गंभीर
विशेषज्ञों के अनुसार सीलिएक रोग, आईबीएस की तुलना में अधिक खतरनाक है। ऐसा इसलिए, क्योंकि सीलिएक रोग एक तरह का ऑटो इम्यून डिजीज है। इसकी वजह से छोटी आंत को दीर्घकालिक नुकसान हो सकते हैं। वहीं, आईबीएस की बात करें, तो यह दवाओं की मदद से आसानी से ठीक हो सकता है। यह शरीर को स्थाई रूप से कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है। जीवनशैली और डाइट में हेल्दी बदलाव कर आप आईबीएस से छुटकारा पा सकते हैं।
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