Hidden Symptoms Of Celiac Disease In Hindi: सीलिएक रोग एक तरह का क्रॉनिक डाइजेस्टि और ऑटोइम्यून डिजीज है। यह गेहूं, बारले में पाए जाने वाले ग्लूटन, एक तरह का प्रोटीन, से ट्रिगर होता है। सीलिएक रोग एक तरह गंभीर रोग माना जा सकता है। यह छोटी आंत को प्रभावित करता है और पोषक तत्वों को अवशोषित होने में अड़चने पैदा करता है। सीलिएक रोग होने के कारण छोटी आंत में सूजन आ जाती है और वह डैमेज भी हो सकता है। दरअसल, ऑटो इम्यून डिजीज होने के कारण यह बीमारी आंत को अटैक करती है, जिससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और मरीज कुपोषित, थकान, कमजोरी और स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याओं का शिकार हो जाता है। कई बार सीलिएक रोग होने पर इसके लक्षणों का पता नहीं चलता है। असल में, इसके कुछ अनजाने लक्षण होते हैं, जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए। इस बारे में हमने मुंबई स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा में इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. छाया वाजा से बात की।
सीलिएक रोग के अनजाने लक्षण- Celiac Disease Hidden Symptoms In Hindi
आयरन की कमी होना
cdhf.ca के अनुसार सीलिएक रोग के कारण कई लोगों को आयरन की कमी हो जाती है। असल में, सीलिएक रोग की वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। यही कारण है कि सीलिएक रोग के मरीजों में आयरन की कमी देखी जाती है। आयरन की कमी होने के कारण उनमें कई अन्य बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है, जैसे दिल की अनियमित धड़कना, एनर्जी की कमी, थकान, कमजोरी, हाथ-पांव का ठंडा पड़ना, सांस लेने में तकलीफ होना, बालों का झड़ना और अक्सर सिर में दर्द बने रहना।
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लिवर से जुड़ी समस्या
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिन लोगों को सीलिएक रोग होता है, उन्हें अन्य ऑटो इम्यून डिजीज होने का जोखिम 3 गुना ज्यादा होता है। सीलिएक रोग के कारण मरीज में लिवर से जुड़ी परेशानी का जोखिम भी बढ़ जाता है। ऑटोइम्यून डिजीज होने के कारण सीलिएक रोग लिवर एंजाइम्स को प्रभावित कर सकते हैं। इससे लिवर की सामान्य कार्यप्रणाली बाधित होती है।
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दांत से जुड़ी समस्या
सीलिएक रोग एक ऑटो इम्यून डिजीज है, इसका जिक्र हम पहले भी कई बार कर चुके हैं। ऑटो इम्यून डिजीज कई तरह से ओवर ऑल हेल्थ को प्रभावित करता है। खासकर, सीलिएक रोग होने की वजह से दांतों के मसूड़ों और टीथ एनामेल पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। आपको बता दें कि टीम एनामेल का मतलब होता है कि दांतों की बाहरी परत। यह दांतों की रक्षा करती है। अगर एनामेल में दिक्कत आती है, तो दांतों में कैविटी और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। सीलिएक रोग के कारण ओरल हाइजीन पर बुरा असर पड़ता है। असल में, सीलिएक रोग के कारण विटामिन-डी का अवशोषण अच्छी तरह नहीं हो पाता है।
हड्डियों पर असर
अगर सीलिएक रोग का लंबे समय तक इलाज न किया जाए, तो व्यक्ति की हड्डियां पर बुरा असर पड़ सकता है, जैसे लो बोन मिनरल डेंसिटी और ऑस्टियोपोरोसिस। विशेषज्ञों की मानें, तो अगर आप सीलिएक रोग का सही समय पर इलाज नहीं कराते हैं, तो करीब 60 फीसदी मरीजों में लो बोन डेंसिट की दिक्कत हो जाती है। इसके अलावा, हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे फ्रैक्चर, स्पाइन में दिक्कतें आदि समस्याओं का जोखिम भी बढ़ जाता है।
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