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क्रोहन और सीलिएक रोग के बीच क्या अंतर होते हैं? डॉक्टर से जानें

बदलती लाइफस्टाइल में लोगों को पाचन से जुड़ी बीमारियों होना एक आम समस्या बनती जा रही है। ऐसे में कुछ लोग क्रोहन और सीलिएक रोग में अंतर को समझ नहीं पाते हैं। इस लेख में इन दोनों के अंतर के बारे में जानते हैं।
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क्रोहन और सीलिएक रोग के बीच क्या अंतर होते हैं? डॉक्टर से जानें


पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारियां आज के समय में काफी आम हो गई हैं। कभी खानपान की गलत आदतें तो कभी जंक फूड का अधिक सेवन करने की वजह से लोगों को पेट और पाचन संबंधि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें दो ऐसी बीमारियां हैं जो अक्सर एक-दूसरे से मिलती-जुलती लगती हैं। इसमें आप क्रोहन रोग (Crohn's Disease) और सीलिएक रोग (Celiac Disease) को शामिल कर सकते हैं। दोनों ही बीमारी आंतों को प्रभावित करती हैं, लेकिन इनके कारण, लक्षण, उपचार और प्रभाव एक-दूसरे से काफी भिन्न होते हैं। इस लेख में यशोदा अस्पताल के इंटनरल मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉ एपी सिंह से जानते हैं कि क्रोहन रोग और सीलिएक रोग में क्या अंतर है, इनके लक्षण क्या हैं, कारण क्या होते हैं और कैसे इनका निदान व उपचार किया जाता है।

क्रोहन और सीलिएक रोग क्या होता है? - What Is Crohn's And Celiac Disease In Hindi

क्रोहन रोग (Crohn’s Disease) एक इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (IBD) है जिसमें पाचन तंत्र के किसी भी भाग में (मुख से लेकर मलाशय तक) सूजन आ सकती है। यह एक ऑटोइम्यून रोग है जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली अपनी ही आंतों का नुकसान करने लगती है। वहीं, सीलिएक रोग (Celiac Disease) भी एक ऑटोइम्यून बीमारी है लेकिन यह तब होती है जब व्यक्ति ग्लूटेन (Gluten) नामक प्रोटीन का सेवन करता है। ग्लूटेन गेहूं, जौ में पाया जाता है। इस रोग में छोटी आंत की भीतरी परत को नुकसान पहुंचता है, जिससे पोषण अवशोषण में बाधा आती है।

Difference between crohn and celiac disease in

क्रोहन और सीलिएक रोग के बीच क्या अंतर होता है? - Difference Between Crohn's And Celiac Disease In Hindi

  • क्रोहन एक इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (IBD) है, जो आंतों को प्रभावित करता है। वहीं, सीलिएक रोग ऑटोइम्यून और ग्लूटेन इनटॉलरेंस की वजह से होता है। इसमें पोषण का अवशोषित प्रभावित होता है।
  • क्रोहन रोग में पाचन तंत्र का कोई भी हिस्सा भी प्रभावित हो सकता है। जबकि, सीलिएक रोग में केवल छोटी आंत का हिस्सा प्रभावित होता है।
  • क्रोहन रोग का मुख्य कारण प्रतिरक्षा प्रणाली की गड़बड़ी माना जाता है। वहीं, सीलिएक रोग जीन और ग्लूटेन को माना जाता है।
  • क्रोहन रोग में मरीज को पेट दर्द और ऐंठन, लगातार दस्त (कभी-कभी खूनी), वजन घटना, थकावट, बुखार और मुंह में छाले आने की समस्या हो सकती है। वहीं सीलिएक रोग में दस्त, वजन कम होना, सूजन या गैस, एनीमिया (खून की कमी), थकान और बच्चों में वृद्धि रुक जाना आदि लक्षण देखने को मिलते हैं।
  • क्रोहन रोग का इलाज दवाओं और सर्जरी के माध्यम से किया जाता है। वहीं, सीलिएक रोग में मरीज का इलाज ग्लूटेन फ्री आहार से किया जाता है।
  • क्रोहन रोग में मरीज का पूर्ण इलाज नहीं होता है, इसमें व्यक्ति को इलाज के बाद भी लाइफटाइम रोग के लक्षणों को मैनेज करना पड़ता है। वहीं, सीलिएक रोग में व्यक्ति को डाइट में कुछ आवश्यक बदलाव करने की सलाह दी जाती है।

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क्रोहन रोग और सीलिएक रोग दोनों ही गंभीर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियां हैं लेकिन इनकी पहचान, कारण और उपचार अलग-अलग हैं। सीलिएक रोग का समाधान ग्लूटेन-फ्री डाइट में है, जबकि क्रोहन रोग को दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से नियंत्रित किया जा सकता है। सही समय पर निदान और उपचार से जीवन की क्वालिटी को बेहतर बनाया जा सकता है। यदि आपको बार-बार पेट दर्द, दस्त या वजन घटने जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

FAQ

  • क्रोहन रोग कितना गंभीर है?

    क्रोहन रोग, एक लंबी और गंभीर स्थिति है, जो पाचन तंत्र में सूजन का कारण बनती है। इसकी वजह से दर्द और कमजोरी हो सकती है। यदि समय पर इलाज न किया जाए तो रोग जानलेवा हो सकता है।
  • महिलाओं में क्रोहन रोग के क्या लक्षण हैं?

    क्रोहन रोग एक क्रोनिक स्थिति है, जो पाचन तंत्र में सूजन का कारण बनती है। क्रोहन रोग के लक्षण प्रभावित क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग होते हैं। इसके आम लक्षणों में पेट के निचले-दाएं हिस्से में दर्द, मुंह के छाले, दस्त, थकान, बुखार, मतली, उल्टी, और वजन कम होने को शामिल किया जाता है। 

 

 

 

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