खाने की अनियमित आदतों की वजह से कुछ लोगों के पेट में दर्द व गैस होने लगती है। दरअसल, खाना खाने के बाद पाचन क्रिया हमारे भोजन को पचाने का कार्य करती है। लेकिन, कई बार लोगों पाचन क्रिया में परेशानी की वजह से पेट में दर्द, ऐंठन व दस्त की समस्या होने सकती है। यह क्रोहन रोग की ओर इशारा करता है। इस रोग में डाइजेस्टिव ट्रैक्ट की परत में सूजन होने लगती है। जिसकी वजह से व्यक्ति को दस्त होने लगते हैं। आगे डॉक्टर अनुराग जिंदल से जानते हैं कि इस समस्या के पीछे क्या कारण होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जाता है।
क्रोहन (क्रोन) रोग क्या है? What is Crohn's Disease In Hindi
क्रोहन रोग एक पाचन क्रिया से संबंधित रोग है। इसमें व्यक्ति को आहार पचाने में परेशानी होने लगती है। साथ ही, उसको पेट में दर्द और ऐंंठन की समस्या भी हो सकती है। मणिपाल अस्पताल के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर अनुराग ने बताया कि जब व्यक्ति का इम्यून सिस्टम उसके डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को नुकसान पहुंचाने लगता है, तब डाइजेस्टिव ट्रैक्ट की परत में सूजन और जलन होने लगती है। इसे इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज या आईबीडी (Inflammatory Bowel Disease) के तौर पर जाना जाता है। वैसे, इस रोग के सटिक कारणों का पता नहीं लगा है। इस पर रिचर्स चल रही है। लेकिन, इसको आनुवांशिक माना जाता है। इसके अलावा, कुछ विशेष तरह के आहार, बैक्टीरिया, तनाव व धूम्रपान क्रोहन रोग को ट्रिगर कर सकते हैं। यह समस्या 13 से 30 साल तक के लोगों में देखने को मिलती है।
क्रोहन (क्रोन) रोग के लक्षण - Crohn's Disease Symptoms in Hindi
आंतो में अल्सर होना
इस रोग की वजह से आंतों में अल्सर की परेशानी हो सकती है। यदि आंतों में अल्सर की वजह से खून बहता है, तो ऐसे में मरीज को अपने मल की जांच करानी चाहिए।
पेट में दर्द होना
इस सम्स्या में व्यक्ति को पेट में दर्द की परेशानी हो सकती है। दरअसल, आंतों में सूजन की वजह से व्यक्ति को पेट के दाईं ओर निचले हिस्से पर दर्द महसूस हो सकता है। इसके अलावा, यह दर्द हर व्यक्ति को अलग-अलग हो सकता है।
दस्त होना
डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में परेशानी होने के कारण व्यक्ति को खाना पचाने में परेशानी होती है और उसको दस्त की समस्या हो सकती है। कई मामलों में व्यक्ति को दस्त में खून व बलगम या मवाद आदि दिखाई दे सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
कमजोरी होना
यह रोग कई बीमारियों की वजह से भी हो सकता है। कई बार किसी व्यक्ति को एनीमिया के इलाज के लिए दी जाने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण दस्त व नींद में कमी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में व्यक्ति को थकान व कमजोरी महसूस हो सकती है। दरअसल, कुछ दवाएं डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
भूख न लगना
जिन लोगों के डाइजेस्टिव ट्रैकट में समस्या होती है, उनके आहार से पोषक तत्वों का अवशोषण सही तरह से नहीं हो पाता है। इससे व्यक्ति का वजन हो कम होने लगता है। साथ ही उसको भूख कम लगती है।
क्रोहन रोग का इलाज कैसे किया जाता है? Treatment of Chron's Disease In Hindi
क्रोहन रोग का इलाज दवाओं, सर्जरी और पोषण संबंधी सप्लीमेंट्स से किया जाता है। इसके इलाज में डॉक्टर सबसे पहले रोग के कारण, रोग की गंभीरता और स्थान को समझकर उसे कम करने का प्रयास करते हैं। हल्के लक्षणों में मरीज को एंटीबायोटिक्स दवाएं दी जाती है। इसके अलावा, कुछ मरीजों को एंटी-इन्फलेमेशन दवाएं, कोर्टिसोन और स्टेरॉयड और इम्यूनोस्पेप्रेसेंट दवाएं दी जा सकती है। जबकि, गंभीर मामलों में सर्जरी की सलाह दी जाती है।
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पाचन क्रिया से जुड़े किसी भी रोग को आप नजरअंदाज न करें। किसी भी तरह के रोग को लंबे समय तक नजरअंदाज करने से यह आपके लिए किसी गंभीर समस्या का कारण बन सकते हैं। पेट में दर्द या दस्त होने पर तुंरत डॉक्टर से मिलें और इलाज कराएं।