समय के साथ लोगों के लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव आया है। इस बदलाव की वजह से लोगों को पेट और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ गया है। जिसमें आप क्रोहन रोग को भी शामिल कर सकते हैं। क्रोहन रोग एक प्रकार की सूजन संबंधी आंतों की बीमारी (Inflammatory Bowel Disease - IBD) है, जो पाचन तंत्र के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है। लेकिन, यह रोग छोटी आंत और बड़ी आंत पर असर डालता है। इस रोग के कई लक्षण होते हैं, जैसे कि दस्त, वजन कम होना, थकान, और सबसे सामान्य लक्षण माने जाते हैं। इसमें पेट में ऐंठन की समस्या भी हो सकती है। ये ऐंठन हल्की से लेकर गंभीर तक हो सकती हैं और व्यक्ति के रोजाना कार्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकती हैं। इस लेख में यशोदा अस्पताल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट सीनियर कंसल्टेंट डॉ हरित कोठारी से जानते हैं कि क्रोहन रोग में ऐंठन क्यों होती है, और इससे कैसे प्रभावी रूप से निपटा जा सकता है।
क्रोहन रोग में ऐंठन का कारण क्या है? - Causes Of Cramps in Crohn’s Disease In Hindi
क्रोहन रोग में ऐंठन का मुख्य कारण आंतों में सूजन और संकुचन है। जब पाचन तंत्र की परतों में सूजन होती है, तो आंतें सामान्य रूप से काम नहीं कर पातीं। इससे गैस, कब्ज, या दस्त की समस्या हो सकती है, जो पेट में मरोड़ या ऐंठन का रूप ले लेती है। इसके कारणों में आंतों की रुकावट (Bowel Obstruction), फिस्टुला या स्ट्रिक्चर, खानपान की अनियमित आदतें, तनाव या मानसिक दबाव, दवाओं के साइड इफेक्ट को शामिल किया जाता है।
क्रोहन रोग में पेट की ऐंठन को कम करने के उपाय - How To Deal with Cramps in Crohn’s Disease In Hindi
खान-पान में सुधार करें
खाने का सीधा असर आंतों पर होता है। कुछ खाद्य पदार्थ ऐंठन को बढ़ा सकते हैं, जबकि कुछ राहत दिलाने में मदद करते हैं। इस रोग में आप नरम और सुपाच्य भोजन जैसे खिचड़ी, दाल का पानी, उबली हुई सब्जियां, कम फाइबर युक्त आहार (Low Residue Diet), ज्यादा पानी और हाइड्रेशन बनाए रखें। एक बार अधिक भोजन करने से बचें।
तनाव को कम करें
तनाव क्रोहन रोग के लक्षणों को और बिगाड़ सकता है। मानसिक शांति से शरीर की सूजन भी कम हो सकती है। ऐसे में तनाव को कम करने के लिए आप ध्यान और योग, गहरी सांसों की एक्सरसाइज, नियमित नींद (7-8 घंटे) और काउंसलिंग या थेरेपी ले सकते हैं।
गर्म सेंक (Heat Therapy)
पेट पर गरम पानी की बोतल या हीटिंग पैड से सेंक देने से मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं और ऐंठन में तुरंत आराम मिल सकता है। लेकिन, इस दौरान अत्यधिक गर्मी से त्वचा जल सकती है, इसलिए हीटिंग पैड को सीधे त्वचा पर न लगाएं।
हल्का व्यायाम करें
हल्की-फुल्की शारीरिक गतिविधियां जैसे टहलना, स्ट्रेचिंग या योग, आंतों की गति को बेहतर कर सकते हैं और पेट में गैस व ऐंठन में राहत दे सकते हैं। ऐसे में आप सुबह प्राणायाम, पवनमुक्तासन और वॉक कर सकते हैं।
फूड डायरी बनाएं
हर व्यक्ति की शरीर की प्रतिक्रिया अलग होती है। कुछ खाद्य पदार्थ किसी को सूट करते हैं तो किसी को नहीं। फूड डायरी में ये नोट करें कि आपने क्या खाया और उसके बाद कैसा महसूस हुआ। इससे ट्रिगर फूड की पहचान आसान होगी।
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क्रोहन रोग में ऐंठन एक आम लेकिन परेशान करने वाला लक्षण है। लेकिन सही खानपान, नियमित दवाएं, तनाव को कम करने और घरेलू उपायों से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर ऐंठन बार-बार हो रही है या बहुत तीव्र हो, तो डॉक्टर से मिलना बेहद जरूरी है। इस रोग का सही तरह से मैनेज करके व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है।
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