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Stomach Pain During Early Pregnancy: अर्ली प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसमें उल्टी, मतली, सिर घूमना, बार-बार मूड स्विंग होना, ब्लोटिंग, नींद न आना जैसी कई परेशानियां शामिल हैं। यहां तक कि इन दिनों कई महिलाओं को लाइट स्पॉटिंग भी होती है। यह भी देखने में आता है कि कई महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान पेट में ऐंठन महसूस होती है? प्रेग्नेंसी में पेट में ऐंठन होना सामान्य नहीं माना जाता है। इसलिए, यह जानना जरूरी है कि क्या हर महिला को अर्ली प्रेग्नेंसी में पेट में ऐंठन होती है और क्या इसे नॉर्मल माना जा सकता है? आइए, जानते हैं इस बारे में Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता का क्या कहना है।
क्या अर्ली प्रेग्नेंसी में ऐंठन होना सामान्य है?- Is Stomach Pain Normal During Early Pregnancy
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प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोन बदलाव होना पूरी तरह से नॉर्मल होता है। ध्यान रखें कि गर्भ में एक भ्रूण का विकास हो रहा होता है, ऐसे में महिलाओं के शरीर में उतार-चढ़ाव आना स्वाभाविक है। ऐसे में उन्हें बार-बार मूड स्विंग्स भी होते हैं। बहरहाल, जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या वाकई अर्ली प्रेग्नेंसी में पेट में ऐंठन हो सकती है और क्या ऐसा होना सामान्य होता है? इस बारे में डॉ. शोभा गुप्ता बताती हैं, "हां, अर्ली प्रेग्नेंसी में कई महिलाओं को पेट में ऐंठन हो सकती है। हालांकि, ऐसा सभी प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ हो, यह जरूरी नहीं है। इन दिनों पेट में ऐंठन का कारण हार्मोनल बदलाव और गर्भाशय में फैलाव होता है।" वैसे तो प्रेग्नेंसी में पेट में ऐंठन हो सकती है, लेकिन अगर कोई महिला लंबे समय तक इस तरह की बीमारी से जूझ रही हो, तो इसको लेकर परेशान नहीं होना चाहिए। इसके बजाय, डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज करवाना चाहिए।
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अर्ली प्रेग्नेंसी में पेट में ऐंठन के कारण- Causes Of Stomach Pain During Early Pregnancy
इंप्लांटेशनः आमतौर पर कंसीव करने के बाद करीब 6-12 दिनों के अंदर एग्स फर्टिलाइज होकर यूटराइन वॉल से अटैच हो जाते हैं। इस स्थिति में महिला को पेट में ऐंठन हो सकती है। हालांकि, यह बहुत सामान्य सा दर्द होता है।
गर्भाशय का फैलनाः American Pregnancy Association की मानें, तो प्रेग्नेंसी की अर्ली प्रेग्नेंसी में महिला के शरीर में सबसे ज्यादा हार्मोनल बदलाव होते हैं और पहले तीन माह के बाद धीरे-धीरे गर्भाशय का आकार बढ़ने लगता है। इस स्थिति में गर्भाशय के आसपास के ऑर्गन पर दबाव बनने लगात है, जो कि पेट में ऐंठन की स्थिति पैदा करता है।
हार्मोनल बदलावः इसका जिक्र हमने पहले भी किया है कि प्रेग्नेंसी कंसीव करने के बाद से ही महिला के शरीर में तरह-तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। यह स्वाभाविक है। इस वजह से कुछ महिलाओं को पेट में क्रैंपिंग होने लगती है।
कब जाएं डॉक्टर के पास
प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला को अपने शरीर में नजर आ रहे है हर तरह के बदलाव पर नजर रखनी चाहिए। ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए, जिससे गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान हो सकता है। बहरहाल, अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान पेट में ऐंठन के साथ-साथ चक्कर आना, थकान, कमजोरी, बेहोशी आदि संकेत दिखें, तो डॉक्टर के पास जाने में देरी न करें।
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निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। यह सही नहीं है। अगर महिलाओं को जरा भी पेट में दर्द हो और यह दर्द लंबे समय तक बना रहे, तो बेहतर है कि आप डॉक्टर के पास जाएं और अपनी जांच करवाएं।
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Current Version
Oct 24, 2025 15:17 IST
Published By : Meera Tagore