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पेट में ऐंठन होने पर क्या पीना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें

पेट में ऐंठन की समस्या से कई लोग परेशान रहते हैं। यहां जानिए, पेट में ऐंठन होने पर क्या पीना चाहिए?
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पेट में ऐंठन होने पर क्या पीना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें

वर्तमान समय में बिगड़े खानपान के कारण अक्सर लोगों को पेट में ऐंठन की शिकायत रहती है। खासकर, बदलते मौसम के दौरान पेट से जुड़ी समस्याएं ज्यादा बढ़ जाती हैं, ऐंठन के कारण थोड़ी-थोड़ी देर में अचानक पेट में असहनीय दर्द उठता है। पेट में ऐंठन के कई कारण हो सकते हैं, महिलाओं को मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान भी ऐंठन की समस्या रहती है। लेकिन अगर आपको अपच (Indigestion) के कारण पेट में ऐंठन की शिकायत रहती है तो इसके लिए आप घरेलू आयुर्वेदिक उपाय आजमा सकते हैं। आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग पेट दर्द और ऐंठन को दूर करने के लिए किया जाता है। इनमें अजवाइन, हींग, लहसुन, अदरक और मुलेठी प्रमुख हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) पेट की ऐंठन दूर करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं।

पेट में ऐंठन के लिए क्या पीना चाहिए? - What To Drink For Stomach Cramps In Hindi

डॉक्टर श्रेय ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को अपच के कारण पेट में ऐंठन की शिकायत होती है तो इसके लिए अजवाइन, हींग, लहसुन और अदरक का इस्तेमाल लाभदायक हो सकता है। डॉक्टर ने बताया कि इन सभी चीजों का अर्क बनाकर मरीज पी सकता है, जिससे पेट में ऐंठन की दिक्कत दूर होगी और डकार भी आएगी, जिससे आंतें रिलैक्स होंगी। इसके अलावा आप अजवाइन, हींग, लहसुन और अदरक को घी में पकाकर भी सेवन कर सकते हैं। घी में इन सभी को मिलाकर सेवन करने से शरीर में गर्मी भी नहीं बढ़ती है। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि अगर व्यक्ति को पेट में ऐंठन के साथ उल्टी की शिकायत है तो घी में इन चीजों को मिलाकर नहीं खिलाएं। लेकिन अगर व्यक्ति को एसिडिटी के साथ पेट में ऐंठन की शिकायत है तो सौंफ और मुलेठी का पानी लाभदायक होगा। इसका सेवन करने से एसिडिटी और पेट में ऐंठन कम हो सकती है।

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फायदे - Benefits

1. अजवाइन - Ajwain

आयुर्वेद में पाचन समस्याओं के लिए अजवाइन को एक जरूरी मसाला बताया गया है। अजवाइन का इस्तेमाल भोजन में कई तरीकों से किया जाता है। अजवाइन का सेवन पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है और पाचन क्रिया को सुधारता है। अजवाइन गैस्ट्रिक जूस के रिसाव को बढ़ाकर गैस और ब्लोटिंग को कम करता है।

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Ajwain

2. हींग - Hing

पेट की समस्याओं के लिए हींग का इस्तेमाल भी लाभदायक होता है। हींग गैस और पेट फूलने की समस्या को दूर करती है, इसमें मौजूद तत्व पेट में हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। 

3. लहसुन - Garlic

आयुर्वेद में लहसुन का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं को सही करने के लिए अलग-अलग तरीकों से बताया गया है। औषधीय गुणों से भरपूर लहसुन पाचन तंत्र के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। इसके साथ ही लहसुन पेट की गैस और ब्लोटिंग को कम करने में मदद करता है।

4. अदरक - Ginger

अदरक पाचन एंजाइम्स को उत्तेजित करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। अदरक के सेवन से पेट में ऐंठन और सूजन की शिकायत दूर हो सकती है।

5. मुलेठी - Mulethi

आयुर्वेद में पाचन समस्याओं के लिए मुलेठी को लाभदायक बताया गया है। मुलेठी के सेवन से पाचन बेहतर होता है और एसिडिटी की समस्या कम हो सकती है। 

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और मसालों का सही उपयोग पेट दर्द और ऐंठन जैसी समस्याओं में राहत दिला सकता है। हालांकि, इनका सेवन करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य से अपने लिए इसकी सही मात्रा का पता जरूर लगाएं।

All Images Credit- Freepik

 

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