EECP Therapy in Hindi: आजकल हृदय रोगों के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसे हृदय रोग सामान्य हो गए हैं। इसके अलावा, आजकल हार्ट अटैक के मामलों में भी लगातर इजाफा हो रहा है। कुछ मामलों में तो लोगों को हार्ट ब्लॉकेज, दिल की अनियमित धड़कन और सीने में दर्द जैसी समस्याओं से भी परेशान होना पड़ता है। ऐसे में हृदय रोगों के इलाज के लिए कई तरह के ट्रीटमेंट ऑप्शन उपलब्ध है। हृदय रोगों के इलाज के लिए ईईसीपी थेरेपी भी कारगर साबित हो सकती है। ईईसीपी थेरेपी की मदद से हृदय में रक्त के प्रवाह को बढ़ाया जाता है और इससे हार्ट ब्लॉकेज की समस्या को कम करने में मदद मिलती है। आइए, साओल हार्ट सेंटर के हृदय रोग विशेषज्ञ और निदेशक डॉ. बिमल चज्जर से जानते हैं ईईसीपी थेरेपी के बारे में-
ईईसीपी थेरेपी क्या है?- What is EECP Therapy in Hindi
ईईसीपी थेरेपी यानी एन्हांस्ड एक्सटर्नल काउंटर पल्सेशन एक गैर-आक्रामक उपचार है, जो हृदय में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह थेरेपी एनजाइना के लक्षणों को कम करने में भी असरदार होती है। इसमें रोगी के पैरों के चारों तरफ कफ लगाया जाता है, जिससे दिल की धड़कन को फुलाया और पिचकाया जाता है। इस तरह हृदय और पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और हृदय सही तरीके से कार्य करता है।
इसे भी पढ़ें- हाई ब्लड शुगर से हृदय रोग होने के संकेत हैं ये 5 लक्षण, डायबिटीज रोगी न करें नजरअंदाज
हार्ट ब्लॉकेज खोलने में ईईसीपी थेरेपी कैसे काम करती है?
ईईसीपी थेरेपी की मदद से हृदय में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाया जाता है। बढ़ा हुआ रक्त प्रवाह, नई रक्त वाहिकाओं को बनाने में मदद करता है। इससे हार्ट ब्लॉकेज को खोलने में भी मदद मिलती है।
ईईसीपी थेरेपी की मदद से हृदय के कार्यभार को कम किया जाता है। इस थेरेपी में हृदय की पंपिंग कार्य में सुधार किया जाता है। इससे हृदय अधिक प्रभावी ढंग से कार्य कर सकता है और कई लक्षणों से राहत मिलती है।
ईईसीपी थेरेपी की मदद से हृदय की मांसपेशियों तक अधिक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद मिलती है। इससे हृदय कार्य में सुधार होता है।
इसे भी पढ़ें- हृदय रोगों से बचने के लिए के लिए जरूरी है हेल्दी लाइफस्टाइल, डॉक्टर से जानें कैसी हो आपकी जीवनशैली
ईईसीपी थेरेपी कैसे की जाती है?
ईईसीपी थेरेपी आमतौर पर सेशन में दी जाती है। यह सेशन प्रति दिन एक घंटे का हो सकता है। यह प्रक्रिया कुछ सप्ताह तक चल सकता है। इस थेरेपी में रोगी को टेबल पर लेटाया जाता है। इसके बाद, रोगी के पैरों और शरीर के निचले हिस्से के आस-पास कफ लगाए जाते हैं। ये कफ दिल की धड़कन के आराम के दौरान फुलाए और सिकुड़े जाते हैं। इस तरह से हृदय तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियों में रक्त का प्रवाह बढ़ता है।
इन रोगों में दी जा सकती है ईईसीपी थेरेपी
- हार्ट ब्लॉकेज
- दिल की धड़कन का रुकना
- इस्कीमिक हृदय रोग
- क्रोनिक स्थिर एनजाइना
ईईसीपी थेरेपी, डॉक्टर की सलाह पर ली जाने वाली थेरेपी है। हार्ट ब्लॉकेज खोलने या हृदय में रक्त का प्रवाह बढ़ाने के लिए डॉक्टर ईईसीपी थेरेपी की सलाह दे सकते हैं