मैंने अपने आसपास एक बढ़ता हुआ कल्चर देखा है, जिसमें हफ्ते के 5 दिन लोग मेहनत से काम करते हैं और वीकेंड पर जमकर पार्टी करते हैं। युवाओं में पार्टी का मतलब है एल्कोहल का सेवन। आजकल की जीवनशैली में देर रात तक पार्टी करना और एल्कोहल का सेवन करना एक आम बात बन गई है। हालांकि, यह आदतें न केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं, बल्कि हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ा देती हैं। खासतौर पर, देर रात तक जागने और एल्कोहल पीने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है, इसके पीछे कई कारण होते हैं। इन कारणों पर आगे विस्तार से बात करेंगे कि आखिर एल्कोहल का सेवन और देर रात तक पार्टी करने का ट्रेंड, दिल को कैसे बीमार बना सकता है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के पल्स हॉर्ट सेंटर के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक शुक्ला से बात की।
देर रात पार्टी करने से नींद पूरी नहीं होती और स्ट्रेस बढ़ता है
देर रात तक पार्टी करने के कारण अक्सर नींद पूरी नहीं हो पाती। अपर्याप्त नींद हमारे शरीर पर स्ट्रेस बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर और हृदय गति में असामान्यता आ सकती है। लंबे समय तक नींद की कमी से शरीर में कोर्टिसोल (Cortisol) जैसे स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो हृदय पर ज्यादा दबाव डाल सकता है और हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ा सकता है।
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एल्कोहल का हृदय पर प्रभाव
एल्कोहल का ज्यादा मात्रा में सेवन हृदय के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। यह ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है और हार्ट की मांसपेशियों को कमजोर करता है। साथ ही, एल्कोहल लिवर पर भी बुरा प्रभाव डालता है, जिससे शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं। यह हृदय के ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट डालते हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
पार्टी करने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है
देर रात की पार्टियों में अक्सर जंक फूड, तले-भुने और मसालेदार भोजन का सेवन किया जाता है। यह भोजन शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाता है, जो हृदय की धमनियों में प्लाक (plaque) जमा होने का कारण बन सकता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट बनती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
डिहाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
एल्कोहल का सेवन शरीर को डिहाइड्रेट करता है, जिससे इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है। इलेक्ट्रोलाइट्स, जैसे कि पोटैशियम और सोडियम, हार्ट की मांसपेशियों को सही ढंग से काम करने में मदद करते हैं। इनके असंतुलन से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है, जो हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है।
थकान और स्ट्रेस
पार्टियों में देर रात तक नाचने-गाने और ज्यादा एक्टिव रहने से शरीर थकान महसूस करता है। यह थकान और स्ट्रेस, हार्ट पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। इसके अलावा, पार्टी का वातावरण मानसिक तनाव को भी बढ़ा सकता है, जो हार्ट के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पार्टियों में अक्सर लोग धूम्रपान करते हैं या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। यह आदतें हृदय की धमनियों को नुकसान पहुंचाती हैं और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को बढ़ाती हैं। इससे हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। जर्नल ऑफ कार्डियक फेलियर की 2022 की एक स्टडी में बताया गया है कि एल्कोहल का सेवन करने से हार्ट फेलियर की संभावना बढ़ जाती है। जो लोग हफ्ते में 14 ड्रिंक्स से ज्यादा एल्कोहल का सेवन करते हैं, उनमें हार्ट फेलियर की संभावना ज्यादा होती है।
इस समस्या से कैसे बचें?
- देर रात तक जागने से बचें और पर्याप्त नींद लें।
- एल्कोहल का सेवन करने से पूरी तरह से बचें।
- जंक फूड की जगह फलों और सलाद को प्राथमिकता दें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, खासकर अगर आप एल्कोहल का सेवन कर रहे हैं।
- हृदय को स्वस्थ रखने के लिए धूम्रपान और नशीले पदार्थों से बचें।
- हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
देर रात तक पार्टी करना और एल्कोहल पीना हमारी जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है, लेकिन यह आदतें हमारे हृदय स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं। संतुलित जीवनशैली अपनाकर और इन आदतों को कंट्रोल करके हम हार्ट अटैक के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
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Study Link: https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S1071916402000210
Study Source: Journal of Cardiac Failure