
High BP Cause Heart Palpitations in Hindi: आजकल जिस तरह से ऑफिस और घर की जिम्मेदारियों के बीच लोगों का स्ट्रेस लेवल बढ़ रहा है, उससे लोगों की जिंदगी में हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन समस्या आम हो गई है। इसमें सबसे ज्यादा चिंता का विषय यह है कि लोग हाई ब्लड प्रेशर को बहुत बार इग्नोर कर देते हैं, इससे लोगों को हार्ट, किडनी, ब्रेन और आंखों की परेशानियां होने लगती हैं। कई मामलों में लोग यह भी कहते हैं कि उनकी हार्ट बीट बढ़ जाती है, लेकिन क्या इसका कारण भी हाई बीपी (High BP) हो सकता है, यह जानने के लिए हमने दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के इंटरवेंशनल क्लिनिकल एंड क्रिटिकल कार्डियोलॉजी एंड इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. अमर सिंघल ((Dr Amar Singhal, Interventional, Clinical & Critical Cardiology & Electrophysiology, Director, Sri Balaji Action Medical Institute, Delhi) से बात की। डॉ. अमर ने बताया कि अगर हाई बीपी को लंबे समय तक इग्नोर किया जाए, तो हार्ट अटैक, स्ट्रोक या हार्ट फेल्यिर का रिस्क बढ़ जाता है।
क्या हाई बीपी बढ़ा सकता है हार्ट बीट?
डॉ. अमर कहते हैं, “अक्सर लोग पूछते हैं क्या हार्ट बीट बढ़ने का कारण हाई ब्लड प्रेशर है? तो हां कुछ मामलों में ऐसा हो सकता है। हाई बीपी की वजह से हार्ट को पंपिंग में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिसकी वजह से हार्ट पर लगातार प्रेशर बनता है और इससे हार्ट मसल्स मोटी और सख्त हो जाती है। इससे हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स पर असर पड़ सकता है। यही सिग्नल्स हार्ट बीट को सामान्य रखते हैं। हाई बीपी के कारण इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स प्रभावित होते हैं और इससे हार्ट बीट तेज या रुक-रुक कर चलती हुई महसूस होती है।”
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हार्ट बीट बढ़ने के और क्या कारण है?
डॉ. अमर कहते हैं कि अगर किसी की हार्ट पलपिटेशन (heart palpitation) या हार्ट बीट तेज हो, तो हाई बीपी के अलावा ये भी कारण हो सकते हैं।
- स्ट्रेस - जो लोग लगातार स्ट्रेस में रहते हैं, उन्हें भी हार्ट बीट तेज महसूस हो सकती है।
- एंग्जाइटी - स्ट्रेस के कारण लोगों को एंग्जाइटी की समस्या होने लगती है, यह भी हार्ट बीट को बढ़ा सकता है।
- कैफीन या शराब का ज्यादा इस्तेमाल - जो लोग चाय, कॉफी बहुत ज्यादा पीते हैं या फिर शराब का सेवन बहुत ज्यादा करते हैं, उनको हार्ट बीट बढ़ने की समस्या हो सकती है।
- नींद की कमी - जिन लोगों की नींद पूरी नहीं होती, उनका ब्लड प्रेशर और हार्ट रिद्म दोनों पर असर पड़ सकता है।
- दवाइयों के साइड इफेक्ट्स - कुछ ब्लड प्रेशर की दवाइयां जैसे डायुरेटिक्स (Diuretics) या बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बदल देती हैं, जिससे भी हार्ट बीट बढ़ सकती है।
हार्ट बीट बढ़ने क्या होता है?
डॉ. अमर कहते हैं, “हार्ट पलपिटेशन (Heart Palpitations) कंडीशन में मरीज का हार्ट बहुत तेज धड़कने लगता है। कई बार धड़कनें इतनी तेज होती हैं कि इंसान को लगता है कि दिल छाती से बाहर निकल जाएगा। यह स्थिति कुछ सेकंड से लेकर कई मिनट तक रह सकती है। अगर लगातार यह लक्षण बार-बार महसूस होता है, तो कार्डियक अरिदमिया का संकेत हो सकता है। अगर मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने लगे, चक्कर या बेहोशी आने लगे, तो कार्डियोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।”
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हार्ट बीट बढ़ने से बचाव के तरीके
डॉ. अमर सिंघल के अनुसार, हार्ट को सेहतमंद रखने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है।
- जिन मरीजों की हार्ट बीट बढ़ती है, तो उन्हें हर 6 महीने में ब्लड प्रेशर और ईसीजी जांच कराना चाहिए।
- ब्लड प्रेशर की दवाई रेगुलर लेनी चाहिए और बिना डॉक्टर की सलाह के कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
- नमक का सेवन रोजाना 5 ग्राम से भी कम कर देना चाहिए।
- फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और नट्स को डाइट में शामिल करना चाहिए।
- जंक फूड, तले भोजन और प्रोसेस्ड आइटम से परहेज करना चाहिए।
- ज्यादा कॉफी, एनर्जी ड्रिंक या अल्कोहल हार्ट बीट को बढ़ा सकता है।
- रोजाना 30 मिनट वॉक या हल्की कसरत करनी चाहिए।
- योग और मेडिटेशन से स्ट्रेस कम करके हार्ट बीट को कंट्रोल किया जा सकता है।
- रोजाना कम से कम 7 घंटे की नींद हार्ट को सेहतमंद रखती है।
निष्कर्ष
डॉ. अमर कहते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर और बढ़ी हुई हार्ट बीट दोनों आपस में जुड़े हुए हैं लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि रोजाना हार्ट बीट बढ़ने का कारण सिर्फ हाई बीपी भी नहीं हो सकता। इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं। इसके साथ ही लाइफस्टाइल में बदलाव करना भी जरूरी है।
FAQ
बीपी कब खतरनाक होता है?
जब ब्लड प्रेशर 180/120 mmHg या उससे ज्यादा होता है, तो आपको सिरदर्द, दिल की धड़कन तेज़ होना या नाक से खून आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। ज्यादा बीपी होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।बीपी high तुरंत कैसे ठीक करें?
High बीपी को तुरंत ठीक करने के लिए, गहरी सांस लें, सिर और पैरों पर ठंडा पानी डालें, और आराम करें। बिना नमक या चीनी के नींबू पानी, लहसुन की कली चबाकर या तुलसी के पत्ते खाकर भी तुरंत राहत पा सकते हैं। साथ ही डॉक्टर से सलाह लेंबीपी बढ़ने पर क्या महसूस होता है?
वैसे तो बीपी बढ़ने पर ज्यादा कोई लक्षण महसूस नहीं होते हैं, लेकिन जब लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसमें सिरदर्द, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, देखने में तकलीफ होना या नाक से खून आना शामिल हो सकता है।
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Oct 21, 2025 15:57 IST
Published By : Aneesh Rawat