
जब आप किसी बात को बार-बार सोचते हैं तो कई बार आपको घबराहट महसूस होने लगती है। इस दौरान आपने महसूस किया होगा कि आपका हृदय भी तेजी से धड़कने लगता है। दरअसल, हार्ट बीट अनियमित होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जिसमें आप एंग्जायटी को भी शामिल किया जा सकता है। एंग्जायटी में व्यक्ति को नकारात्मक विचार आते हैं। साथ ही, व्यक्ति को डर और चिंता होने लगती है। इस दौरान व्यक्ति को छाती में दर्द भी महसूस हो सकता है। पल्स हार्ट सेंटर के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीपक शुक्ला से जानते हैं कि हार्ट पेल्पिटेशन के क्या कारण होते हैं?
हार्ट बीट अनियमित (हार्ट पेल्पिटेशन) होना क्या है? What Is Heart Palpitation In Hindi
हार्ट पेल्पिटेशन होने पर आपके हार्ट बीट के असामान्य पैर्टन होने लगता है। इससे आपका हार्ट और शरीर के अन्य अंग प्रभावित हो सकते हैं। कई बार हार्ट में दर्द, गले और छाती का फड़कना आपको महसूस हो सकता है। यह समस्या आपको दौड़ने, रस्सी कूदने और हैवी एक्सरसाइज करते समय महसूस हो सकती है।
एंग्जायटी और हार्ट पेल्पिटेशन के बीच संबंध - Connection Between Anxiety And Heart Palpitations In Hindi
एंग्जायटी और हार्ट पेल्पिटेशन आपस में जुड़े होते हैं। डॉक्टर के अनुसार एंग्जायटी आपके हार्ट बीट को प्रभावित कर सकती है। आगे जानते हैं इनके बीच का संबंध
झगड़े होने पर हार्ट बीट अनियमित होना
झगड़ा होने पर आपकी हार्ट बीट अनियमित हो जाती है। दरअसल, इस दौरान शरीर में स्ट्रेस हार्मोन (एड्रेनालाइन) रिलीज होने लगता है। एड्रेनालाइन बढ़ने से हार्ट बीट में तेजी आती है।
हाइपरवेंटिलेशन
एंग्जायटी की वजह से आपकी सांसे तेज हो सकती हैं। इसे हाइपरवेंटिलेशन के रूप में जाना जाता है। यह आपके रक्त में कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को कम कर सकता है, जिससे आपकी हृदय गति और लय में परिवर्तन हो सकता है, जिससे संभावित रूप से धड़कन बढ़ सकती है।
तनाव होना
पुरानी एंग्जायटी और टेंशन से मांसपेशियों में तनाव हो सकता है, जिसमें हृदय के आसपास की मांसपेशियां भी शामिल हैं। यह तनाव धड़कन और अन्य समस्याओं को बढ़ा सकता है।
एंग्जायटी के कारण हार्ट पेल्पिटेशन होने पर कैसे बचाव करें? How To Heart Palpitation during Anxiety In Hindi
अगर आपको एंग्जायटी के कारण हार्ट पेल्पिटेशन हो रहा है तो इसके लक्षण को कम करने के लिए आप आगे बताए उपायों को अपना सकते हैं।
- गहरी सांस लेना: हाइपरवेंटिलेशन को कम करने के लिए आप गहरी सांस वाले व्यायाम का अभ्यास करें। अपनी नाक से धीरे-धीरे सांस लें, कुछ सेकंड के लिए रोकें और फिर अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। यह आपकी आराम पहुंचाते हैं और दिल की धड़कनों को भी अनियंत्रित होने से बचाते हैं।
- मेडिटेशन: ध्यान (मेडिटेशन) को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करें। ये अभ्यास आपकी हार्ट बीट को नॉर्मल और चिंता को कम करने में मदद कर सकता हैं।
- हाइड्रेटेड रहें: डिहाईड्रेशन और कैफीन आपकी हार्ट बीट को अनियमित कर सकते हैं। इसलिए आप हाइड्रेटेड रहें और कैफीन का सेवन कम करें।
- एक्सरसाइज करें: नियमित शारीरिक गतिविधि में शामिल होने से चिंता कम हो सकती है। नियमित एक्सरसाइज आपका हार्ट सही तरह से कार्य करता है। साथ ही आपको हार्ट संबंधी रोग होने की संभावना कम हो जाती है।
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हार्ट संबंधी किसी भी रोग को अनदेखा न करें। यह आगे चलकर गंभीर रोग बन सकता है। ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और रोग का समय रहते इलाज कराएं।
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