What Is Normal Blood Pressure Range For A Child In Hindi: आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान के कारण ज्यादातर लोग ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान रहते हैं, जिसके कारण लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी बर्गर, पिज्जा, चिप्स, कई अन्य जंक फूड्स और अनहेल्दी फूड्स को खाना पसंद करते हैं, जिसके कारण बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी कम उम्र में ही स्वास्थ्य से जुड़ी कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित कई माता-पिता यह सोचकर परेशान रहते हैं कि कहीं बच्चों को यह बीमारी न हो। ऐसे में बच्चों में नार्मल ब्लड प्रेशर कितना होने चाहिए। माता-पिता को यह जानना जरूरी है। ऐसे में आइए एशियन हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक्स एवं नियोनेटोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर और NICU के प्रमुख डॉ. सुमित चक्रवर्ती (Dr Sumit Chakraborty, Associate Director, Pediatrics & Neonatology and Head of NICU, Asian Hospital) से जानें बच्चों में नार्मल ब्लड प्रेशर कितना होता है?
बच्चों में कितना होना चाहिए नार्मल ब्लड प्रेशर? - What Should Be The Normal Blood Pressure In Children?
डॉ. सुमित चक्रवर्ती के अनुसार, बच्चों में ब्लड प्रेशर यानी बीपी की समस्या हाइट, उम्र और लिंग के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। यह यंग लोगों की तरह बच्चों में कोई एक नार्मल ब्लड प्रेशर की रेंज नहीं होती है, बल्कि इसको बच्चे की शारीरिक ग्रोथ के अनुसार देखा जाता है।
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ऐसे में आइए बच्चों में नार्मल ब्लड प्रेशर की औसत रेंज क्या होनी चाहिए, जो आमतौर पर एक्सपर्ट मानते हैं।
शिशु (0-12 महीने) में सिस्टोलिक (हाई बीपी): 70–100 mmHg और डायस्टोलिक (लो बीपी): 50–65 mmHg होना चाहिए।
1 से 5 साल के बच्चों में सिस्टोलिक: 80–110 mmHg और डायस्टोलिक: 50–80 mmHg होना चाहिए।
6 से 13 साल के बच्चों में सिस्टोलिक: 90–120 mmHg और डायस्टोलिक: 60–80 mmHg होना चाहिए।
14 साल और उससे ऊपर (किशोरावस्था) में यह रेंज धीरे-धीरे वयस्कों जैसी होने लगती है। ऐसे में इस दौरान बच्चों में सिस्टोलिक: 100–130 mmHg और डायस्टोलिक: 65–85 mmHg होना चाहिए।
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