Child Speech Development: जब घर में कोई छोटा बच्चा होता है, तो सभी को उसके बोलना शुरू करने का इंतेजार रहता है। कोई उससे मम्मी बुलवाने की कोशिश करता है, तो कोई पापा, दादी, दादा बुलवाना चाहता है। बच्चे की आवाज में अपना नाम सुनने का हर किसी को इंतेजार रहता है। आमतौर पर सालभर की उम्र से ही बच्चा एक-एक शब्द बोलना शुरू कर देता है। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि बच्चे एक साल की उम्र तक बोलना शुरू कर दें। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हर बच्चे का बोलना शुरू करने का समय अलग-अलग हो सकता है। कई बार पेरेंट्स परेशान हो जाते हैं कि दूसरे बच्चे के मुकाबले कहीं उनके बच्चे की ग्रोथ स्लो तो नहीं है। लेकिन क्या तीन साल की उम्र तक भी बच्चे का बोल न पाना भी नॉर्मल है? इस बारे में जानने के लिए हमने मणिपाल हॉस्पिटल (साल्ट लेक) के नियोनेटोलॉजी और पीडियाट्रिशियन डॉ. पल्लब चटर्जी से बात की। आइये लेख में डॉक्टर से जानें इस बारे में।
क्या तीन साल की उम्र तक बच्चे का बोल न पाना नॉर्मल होता है? Is It Normal If Child Does Not Speak Till Age Three
डॉक्टर के मुताबिक 3 साल की उम्र तक बच्चे के लिए कोई भी शब्द न बोलना सामान्य बात नहीं है। इस उम्र तक, बच्चे को कम से कम 200 से 300 शब्दों तक बोलना जरूरी है। जैसे कि 3 से 4 शब्दों के छोटे-छोटे वाक्य बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा, कम से कम 50% मामलों में परिवार के बाहर के लोगों की बात समझ आनी चाहिए। अगर बच्चा नहीं बोल पा रहा है, तो ऐसे में डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है।
इसे भी पढ़ें- अंधविश्वास या साइंस: क्या वाकई बच्चे का बोलना शुरू करने पर मां के बाल झड़ने लगते हैं? जानें वैज्ञानिक कारण
बच्चे को किस उम्र तक कितना बोलना शुरू कर देना चाहिए?
- एक्सपर्ट के मुताबिक 1 साल की उम्र तक बच्चों को एक-एक शब्द बोलना शरू कर देना चाहिए। कम से कम 12 से 24 महीने की उम्र तक बच्चे को 5 से 10 शब्द रोज बोलने जरूर आने चाहिए। इस उम्र तक बच्चे को शब्दों को मिलाकर बोलना जरूर आना चाहिए।
- बच्चे को 2 साल की उम्र तक शब्दों को जोड़कर दो शब्दों को मिलाकर बोलना आना चाहिए। तीन साल की उम्र तक बच्चे को 200 से 300 शब्दों तक बोलना आना चाहिए।
- इस उम्र तक बच्चे को 3 से 4 वाक्य बनाने आने चाहिए। बच्चे को थोड़ा बहुत बाहर के लोगों की बात समझ आनी चाहिए।
- बच्चे को 4 साल की उम्र तक थोड़ा बहुत बातचीत करनी आनी चाहिए। इस उम्र तक बच्चे को मुश्किल वाक्य बोलने और समझने आने चाहिए।
डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत कब है? When To Consult Doctor
अगर 3 साल का बच्चा बिल्कुल भी नहीं बोल रहा है लेकिन भाषा समझता है, तो इसे एक सामान्य बदलाव भी माना जा सकता है। सुनने से जुड़ी समस्याओं या विकास संबंधी विकारों का खतरा रोकने के लिए किसी बाल रोग विशेषज्ञ या स्पीच एक्सपर्ट से परामर्श जरूर करना चाहिए। अगर बच्चे को बोलने में देरी हो रही है, तो शुरुआत में ही इस समस्या पर काम करने से परेशानी को बढ़ने से रोका जा सकता है।
इसे भी पढ़ें- बच्चे को बोलना सिखाते वक्त न करें ये 6 गलतियां, एक्सपर्ट से जानें इसके बारे में
एक्सपर्ट के मुताबिक 3 साल की उम्र तक बच्चे के लिए कोई भी शब्द न बोलना सामान्य बात नहीं है। इस उम्र तक, बच्चे को कम से कम 200 से 300 शब्दों तक बोलना जरूरी है। अगर 3 साल का बच्चा बिल्कुल भी नहीं बोल रहा है लेकिन भाषा समझता है, तो इसे एक सामान्य बदलाव भी माना जा सकता है। लेकिन अगर बच्चा एक शब्द भी नहीं बोल पाता या बात सुनकर रिएक्ट भी नहीं करता, तो डॉक्टर से सलाह जरूर ले। इस लेख में हमने आपका सामान्य जानकारी ही दी है। अगर इस विषय पर आप ज्यादा जानना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। इस तरह के अन्य लेख आप ओनलीमायहेल्थ की वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं।
FAQ
बच्चे के बोलने में देरी का क्या कारण है?
हर बच्चे को बोलना शुरू करने में अलग-अलग समय लग सकता है। लेकिन अगर बच्चे को बोलने में ज्यादा देरी हो रही है, तो ये सुनने की शक्ति में कमी, ऑटिज्म स्पेक्ट्रम, भाषा न समझ पाना, कोई स्पीच प्रॉब्लम या ग्रोथ से जुड़ी समस्याओं का कारण हो सकता है।बच्चों के बोलने की सही उम्र क्या है?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हर बच्चे को बोलने में अलग-अलग समय लग सकता है। लेकिन सामान्य तौर पर, बच्चे के बोलना शुरू करने की उम्र 12-18 महीने है। ऐसे में बच्चा एक-एक शब्द बोलने से शुरुआत कर देता है। धीरे-धीरे शब्दों को जोड़ना और वाक्य बनाना शुरू कर देता है।ढाई साल के बच्चे को बोलना कैसे सिखाएं?
बच्चे को एक-एक शब्द बोलना शुरू करने से शुरुआत करें। सरल वाक्य बोलना और समझना सिखाएं। बच्चे को कहानियां पढ़कर सुनाएं जिससे बच्चे को समझ आना शुरू हो। इससे बच्चा धीरे-धीरे शब्दों को समझना और बोलना शुरू करेगा।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version