प्रेग्नेंसी हर महिला के जीवन का वो पड़ाव होती है, जो उनकी लाइफ को बदल कर रख देती है। बच्चा होने के बाद महिला के जीवन में कई तरह के बदलाव आते हैं। इतना ही नहीं ये बदलाव सबसे ज्यादा उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े होते हैं। बच्चा होने के बाद कई महिलाओं को नियमित पीरियड्स शुरू हो जाते हैं, जबकि कुछ महिलाओं को साल भर पीरियड्स ही नहीं होते हैं। पीरियड का समय पर न आना महिलाओं के लिए एक आम चिंता बन जाती है, खासकर जब लंबे समय तक पीरियड नहीं आता। कई बार डिलीवरी के बाद पीरियड्स न आना ब्रेस्टफीडिंग के कारण हो सकता है, जबकि कुछ मामलों में इसके पीछे स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। चंडीगढ़ के जिंदल IVF सेंटर की एमबीबीएस, एमडी ओबीजी, ईपीएचएम (आईआईएम कोलकाता) सीनियर कंसल्टेंट और मेडिकल डायरेक्टर डॉ. शीतल जिंदल (Dr Sheetal Jindal-MBBS, MD OBG, EPHM (IIM Kolkata) Senior consultant and medical director_Director Medical Genetics program_Jindal Ivf Chandigarh) से जानते हैं कि क्या बेबी होने के 1 साल तक पीरियड्स न आना नॉर्मल है?
क्या डिलीवरी के 1 साल बाद तक पीरियड न आना नॉर्मल है? - Is It Normal To Not Have A Period 12 Months After Giving Birth in Hindi?
डॉ. शीतल जिंदल के अनुसार, बच्चा होने के बाद पीरियड्स दोबारा कब शुरू होंगे? यu इस बात पर निर्भर करता है कि मां बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करा रही है या नहीं। दरअसल, जो महिलाएं अपने शिशु को ब्रेस्टफीडिंग नहीं करातीं, उनमें पीरियड्स डिलीवरी के 5 से 6 हफ्तों में दोबारा शुरू हो सकते हैं। लेकिन, जो महिलाएं ब्रेस्टफीडिंग कराती हैं, उनके शरीर में प्रोलैक्टिन हार्मोन ज्यादा रहता है, जिससे पीरियड कई महीनों तक या एक साल तक भी नहीं आता, और यह बिल्कुल नॉर्मल है। लेकिन अगर शिशु को दूध पिलाना बंद करने के बाद भी पीरियड शुरू न हो, तो डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है। ध्यान रखें कि पीरियड न आने के बावजूद प्रेग्नेंसी हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतनी जरूरी है।
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डिलीवरी के बाद पीरियड न आने के क्या कारण हो सकते हैं? - What Are The Causes Of Absence Of Periods After Delivery in Hindi?
डॉ. शीतल जिंदल की माने तो डिलीवरी के बाद पीरियड न आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे- ब्रेस्टफीडिंग कराना, इससे शरीर में प्रोलैक्टिन हार्मोन बढ़ता है, जो ओवुलेशन (अंडोत्सर्जन) को रोकता है। इसके अलावा, हार्मोनल असंतुलन, थायराइड की समस्या, तनाव या मेंटल प्रेशर, वजन का बहुत ज्यादा बढ़ना या कम होना और पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) जैसी बीमारियां भी डिलीवरी के बाद पीरियड्स न आने का कारण बन सकती हैं। ध्यान रहे कि हर महिला की कंडीशन अलग होती है, इसलिए सही कारण जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
डिलीवरी के बाद पीरियड न आए तो कब चिंता करें? - When Should Worry About No Period After Birth in Hindi?
डिलीवरी के बाद पीरियड्स में देरी होना खासकर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं में आम बात है। लेकिन, अगर आपने बच्चे को दूध पिलाना बंद कर दिया है और फिर भी पीरियड नहीं आया, तो यह चिंता का कारण बन सकता है। ऐसे में डॉ. शीतल जिंदल के मुताबिक, आपको कुछ संकेतों पर ध्यान देना जरूरी है जैसे- अचानक या अनियमित ब्लीडिंग होना, पेट में तेज दर्द होना, वजन का तेजी से बढ़ना या घटना, बहुत ज्यादा थकान जैसी हार्मोनल असंतुलन के लक्षण महसूस होना। डिलीवरी के बाद अगर आपको अपने शरीर में प्रेग्नेंसी के लक्षण दिख रहे हों तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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डिलीवरी के बाद पीरियड न आए तो क्या करें? - What To Do If Periods Are Not Coming After Delivery in Hindi?
अगर डिलीवरी के बाद आपके पीरियड वापस नहीं आए हैं, तो सबसे पहले यह देखें कि क्या आप ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हैं या नहीं। क्योंकि इससे पीरियड्स में देर हो सकती है। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग नहीं करवा रहीं और फिर भी कुछ महीनों तक पीरियड नहीं आ रहे हैं, या अजीब लक्षण जैसे दर्द या ब्लीडिंग में गड़बड़ी हो रही है, तो आपको गायनोकॉलजिस्ट से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपके हार्मोन की जांच करके देखेंगे कि कोई समस्या तो नहीं है और सही इलाज बताएंगे।
निष्कर्ष
डिलीवरी के बाद 1 साल तक पीरियड्स न होना उन महिलाओं के लिए बिल्कुल नॉर्मल है जो अपने शिशु को ब्रेस्टफीड करा रही हैं। लेकिन, अगर आपने ब्रेस्टफीडिंग बंद कर दी है और इसके बावजूद आपको पीरियड्स नहीं हो रहे हैं तो ये चिंता का कारण हो सकता है। ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करेंं।
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FAQ
अगर दो महीने तक पीरियड न आए तो क्या होता है?
जो महिलाएं ब्रेस्टफीड नहीं करवा रही हैं और उन्हें दो महीने तक पीरियड नहीं आया है, तो इसे सेकेंडरी एमेनोरिया (Secondary Amenorrhea) कहा जाता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे- हार्मोनल असंतुलन, ज्यादा तनाव, थायरायड, पीसीओएस, बहुत ज्यादा एक्सरसाइज, अचानक वजन का बढ़ना या घटना, खाने की गड़बड़ी, कुछ दवाइयों का असर। लंबे समय तक पीरियड न आना आपकी फर्टिलिटी और हार्मोन संतुलन को प्रभावित कर सकता है, इसलिए समय पर जांच करवाना जरूरी है।पीरियड के दर्द से तुरंत राहत कैसे पाएं?
पीरियड में होने वाला दर्द जिसे डिस्मेनोरिया (Dysmenorrhea) कहते हैं, नीचे पेट में ऐंठन की तरह महसूस होता है। यह दर्द गर्भाशय की सिकुड़न के कारण होता है ताकि अंदर की परत (लाइनिंग) बाहर निकल सके। दर्द से राहत पाने के आसान तरीके जैसे- पेट के नीचे गर्म पानी की बोतल रखें, डॉक्टर की सलाह पर पेनकिलर दवाएं लें, ज्यादा पानी पिएं, गहरी सांस लेने या मेडिटेशन जैसी रिलैक्सेशन टेक्निक अपनाएं, कैफीन और ज्यादा नमक वाले खाने से बचें, क्योंकि ये आपके दर्द को बढ़ा सकते हैं।पीरियड में दर्द क्यों होते हैं?
जब पीरियड शुरू होता है, तो गर्भाशय अपनी अंदर की परत को बाहर निकालने के लिए सिकुड़ता है। यह प्रक्रिया प्रोस्टाग्लैंडिन (Prostaglandins) नाम के केमिकल से शुरू होती है, जो हार्मोन जैसे होते हैं। अगर प्रोस्टाग्लैंडिन का स्तर ज्यादा हो, तो गर्भाशय की सिकुड़न ज्यादा तेज होती है, जिससे ज्यादा दर्द और ऐंठन होती है। यही वजह है कि बहुत सी महिलाओं को पीरियड के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है।