World Hypertension Day 2025: ऑफिस और घर में बढ़ते तनाव, करियर की टेंशन और खराब लाइफस्टाइल जैसे कारणों से लोगों में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं काफी बढ़ गई है। बच्चों से लेकर बड़े हर वर्ग में आज के समय बीपी की समस्या देखी जा रही है। वैसे तो ब्लड प्रेशर की समस्या उम्र बढ़ने के साथ आती है। लेकिन, अब कम उम्र के लोगों में ही ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है, जो न सिर्फ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ाता है, बल्कि खुद के बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम है। ऐसे में लोगों के बीच हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को बताने और लोगों को अपने हेल्थ को लेकर जागरुक करने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं साल 2025 के वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे की थीम, इतिहास और महत्व के बारे में-
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2025 की थीम
हर साल 17 मई के दिन को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के रूप में मनाया जाता है। हर साल इस दिन के लिए एक खास थीम रखी जाती है, जिसे लेकर इस दिन को मनाया जाता है। साल 2025 वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे की थीम “Measure Your Blood Pressure Accurately, Control It, Live Longer” यानी "अपने रक्तचाप को सटीक तरीके से मापें, उसे नियंत्रित करें और लंबा जीवन जिएं" है। इस थीम के जरिएं लोगों को यह बताने की कोशिश की जा रही है कि हाई ब्लड प्रेशर को समय पर जानना और सही तरीके से मापना बहुत जरूरी है। यह आपके अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए बेहज जरूरी है। यह दिन खासकर उन देशों के लिए है, जहां लोग कम या मध्यम वर्ग से आते हैं और वहां हेल्थ सेवाएं सीमित है। बता दें कि पिछले कुछ सालों में वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे की यह थीम कई बार दोहराई जा रही है, जिससे यह पता चलता है कि लोगों में ब्लड प्रेशर को सही तरीके से मापने और पहचानने की कितनी ज्यादा जरूरत है।
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वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे का महत्व
हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यह बिना किसी लक्षण के शरीर में धीरे-धीरे बढ़ता है और बड़ी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है, जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेल होने की समस्या हो सकती है। दुनिया भर में कई लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। यह बीमारी हर आय वर्ग और उम्र के लोगों को प्रभावित करती है और उम्र बढ़ने के साथ इसका जोखिम भी बढ़ता जाता है। ऐसे में इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाना है, ताकि लोग हाई ब्लड प्रेशर के कारण होने वाली समस्याओं को जान सकें और इसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का रूप लेने से रोका जाए। इस दिन का उद्देश्य विश्व भर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाले स्वास्थ्य मुद्दे पर ध्यान देकर वैश्विक स्तर पर लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने को लेकर प्रेरित करना है।
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे का इतिहास
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे की शुरुआत साल 2005 में हुई थी। इसे से वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (WHL) नाम के एक गैर-सरकारी संस्था ने शुरू किया था, जिसका मकसद दुनिया भर में बढ़ती हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को पहचानना और लोगों को जागरुक करना था। इस दिन की शुरुआत होने के बाद कुछ ही देशो में इसे मनाया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे इस दिन के महत्व को देखते हुए दुनियाभर के कई देशों में इस दिन को मनाने जाने लगा। दुनिया भर की सरकारें, हेल्थ ऑर्गनाइजेशन और सामाजिक संस्थाएं इस दिन को मनाकर लोगों को ब्लड प्रेशर की जांच, रोकथाम और कंट्रोल करने को लेकर बढ़ावा देती हैं।
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ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने के लिए क्या करें?
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल औऱ डाइट फॉलो करना जरूरी है। जैसे-
- रेगुलर एक्सरसाइज करें
- हेल्दी डाइट फॉलो करें
- वजन को कंट्रोल में रखें
- तनाव मैनेज करने के लिए मेडिटेशन करें
- रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेने की कोशिश करें
- धूम्रपान और शराब से परहेज करें
- ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करें
- खुद को हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें
- नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें
- पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे हमें यह याद दिलाता है कि हमारे स्वास्थ्य की जिम्मेदारी हमारी खुद की है। ब्लड प्रेशर की नियमित जांच और संतुलित लाइफस्टाइल से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सकता है और स्वास्थ्य को बेहतर रखा जा सकता है।
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