Precautions For Fever Prevention in Rainy Days: गाजियाबाद की रहने वाली 16 साल के आयुष की मां, मानसून के दौरान बेहद सतर्क रहती हैं, क्योंकि 2 साल पहले, इसी मौसम में आयुष को वायरल बुखार हो गया था, जो बाद में डेंगू में बदल गया। पिछले साल उन्होंने डॉक्टर की सलाह से कुछ आसान सावधानियों पर ध्यान दिया और नतीजा यह रहा कि आयुष पूरे मानसून सीजन में एक बार भी बीमार नहीं पड़ा।
बारिश जहां राहत लेकर आती है, वहीं साथ लाती है इंफेक्शन, वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया और सर्दी-जुकाम जैसी कई बीमारियों का खतरा। खासकर बुखार एक ऐसा लक्षण है, जो इन सभी बीमारियों की पहली चेतावनी हो सकता है। लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव ने बताया कि अक्सर हम बुखार को मामूली मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन इस मौसम में यह गंभीर रूप ले सकता है। बुखार से बचने का सबसे अच्छा तरीका है- बचाव। लेकिन सिर्फ उबला पानी पीना या हाथ धोना ही काफी नहीं है। बदलते मौसम में आपको कुछ जरूरी सावधानियां अपनानी होंगी जो आपकी इम्यूनिटी को भी सपोर्ट करें और वायरल एक्सपोजर को भी कम करें। इस लेख में हम जानेंगे 5 ऐसी जरूरी सावधानियां, जो न सिर्फ बुखार से, बल्कि बारिश के मौसम में होने वाली अन्य बीमारियों से भी आपको सुरक्षित रख सकती हैं।
1. गरम और हेल्दी ड्रिंक्स पिएं- Drink Warm and Healthy Drinks
अक्सर लोग बारिश में सिर्फ चाय या कॉफी ही लेते हैं, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसके बजाय तुलसी चाय, अदरक काढ़ा, वेजिटेबल सूप और गर्म पानी के विकल्प बदल-बदल कर लें। विविध गर्म पेय न सिर्फ स्वाद में बदलाव लाते हैं बल्कि बुखार से रक्षा करने वाले पोषक तत्व भी देते हैं।
इसे भी पढ़ें- क्या नींद की कमी से बुखार हो सकता है? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर
2. खाने में रखें मसालों की ताकत- Include Healing Spices in Your Diet
हल्दी, काली मिर्च, लौंग और दालचीनी जैसे मसाले बुखार (Fever) और वायरल से शरीर की रक्षा करते हैं। इनका इस्तेमाल सूप, चाय या खिचड़ी में करें ताकि इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे। ये मसाले सिर्फ स्वाद नहीं बढ़ाते बल्कि शरीर को अंदर से गर्म रखकर वायरस से लड़ते भी हैं।
3. हल्के बुखार को नजरअंदाज न करें- Don’t Ignore Mild Fever Symptoms
बारिश में वायरल इंफेक्शन की शुरुआत अक्सर हल्के बुखार से होती है, जो लोग सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं। ऐसे बुखार, डेंगू, टाइफाइड या चिकनगुनिया की शुरुआत हो सकते हैं, इसलिए लक्षण दिखते ही शरीर को आराम दें। डॉक्टर्स की सलाह है कि 2 दिन से ज्यादा हल्का बुखार बना रहे, तो तुरंत जांच कराएं और सेल्फ-मेडिकेशन से बचें।
4. बंद कमरों में रोज वेंटिलेशन दें- Ensure Proper Ventilation in Closed Rooms
बरसात में लोग दरवाजे-खिड़कियां बंद रखते हैं जिससे हवा नहीं आती और कीटाणु पनपते हैं। दिन में कम से कम 1 बार घर को वेंटिलेट करें ताकि बैक्टीरिया और वायरस का लोड कम हो। डॉक्टर के नजरिए से ऐसा करने से इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है और इंफेक्शन से बचाव होता है।
5. नमक और इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा संतुलित रखें- Balance Salt and Electrolytes Intake
बारिश के मौसम में बुखार के साथ शरीर में पानी और नमक की कमी आम होती है। ओआरएस, नींबू पानी या सादा नमक-शक्कर वाला पानी पीते रहें ताकि कमजोरी न आए। डॉक्टर्स के अनुसार, हल्के इलेक्ट्रोलाइट्स लेने से शरीर जल्दी रिकवर करता है और वायरस से बचाव भी होता है।
अगर आप समय रहते जरूरी सावधानियां अपनाएं, तो बारिश के मौसम में बुखार और दूसरी बीमारियों से बचना मुश्किल नहीं है। अगर हल्का बुखार भी महसूस हो, तो घरेलू उपायों के साथ डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
FAQ
बारिश होने पर बुखार क्यों आता है?
बारिश में नमी, तापमान में उतार-चढ़ाव और गंदगी की वजह से बैक्टीरिया-वायरस तेजी से पनपते हैं। इनसे शरीर में इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है, जिससे वायरल बुखार, डेंगू या फ्लू हो सकता है।मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा बुखार वायरल है?
वायरल बुखार होने पर हल्का-तेज बुखार, शरीर दर्द, सिर दर्द, गले में खराश और कमजोरी महसूस होती है। अगर ये लक्षण 2 से 3 दिन से ज्यादा रहें, तो वायरल इंफेक्शन की पुष्टि के लिए जांच कराएं।बुखार होने पर क्या खाएं?
बुखार में हल्की और आसानी से पचने वाली चीजें जैसे मूंग खिचड़ी, वेज सूप, नारियल पानी और फल लें। अदरक-तुलसी की चाय, हल्दी दूध और गुनगुना पानी तेजी से रिकवरी में मदद करते हैं।