गर्मियों और बरसात के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बहुत बढ़ जाता है। देखने में बेहद छोटे लगने वाले मच्छर न सिर्फ नींद खराब करते हैं, बल्कि कई गंभीर बीमारियां भी फैलाते हैं, जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि। डेंगू खासतौर पर एडीज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से फैलता है, जो दिन में ज्यादा एक्टिव रहता है। लोग आमतौर पर जानते हैं कि मच्छर काटे तो डेंगू हो सकता है, लेकिन कई बार जब हम बाहर बोलते हुए होते हैं या खाना खा रहे होते हैं, तो गलती से मच्छर मुंह में चला जाता है और निगल लिया जाता है। ऐसे में मन में यह सवाल उठता है कि क्या इससे भी डेंगू फैल सकता है?
यह चिंता स्वाभाविक है, क्योंकि जब किसी मच्छर के काटने से इतना गंभीर रोग हो सकता है, तो यदि वह हमारे शरीर में चला जाए, तो क्या यह और भी खतरनाक हो सकता है? इस विषय को लेकर कई भ्रम फैलते हैं। कुछ लोग मानते हैं कि मच्छर निगलने से वायरस शरीर में चला जाता है, जबकि कुछ इसे पूरी तरह नकारते हैं। इस लेख में हम डॉ. राजेश कुमार, एसोसिएट डायरेक्टर - इंटरनल मेडिसिन, पारस हेल्थ, गुरुग्राम (Dr. Rajesh Kumar, Associate Director – Internal Medicine, Paras Health, Gurugram) से जानेंगे कि क्या मच्छर को निगलने से डेंगू हो सकता है?
क्या मच्छर को निगलने से डेंगू हो सकता है? - Can You Get Dengue From Swallowing Mosquito
डॉक्टर राजेश कुमार बताते हैं कि डेंगू का इंफेक्शन केवल मच्छर के काटने से फैलता है। जब मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तो उसके लार में मौजूद वायरस व्यक्ति के खून में चला जाता है और वहां से शरीर में फैलता है। यह वायरस खून में मौजूद होकर कई अंगों को प्रभावित करता है और बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, त्वचा पर चकत्ते और प्लेटलेट्स की कमी जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। यह ध्यान देने योग्य बात है कि डेंगू केवल मच्छर के 'काटने' से फैलता है, न कि उसके संपर्क, स्पर्श या निगलने से। क्या मच्छर को निगलने से डेंगू हो सकता है? इस सवाल का सीधा जवाब है नहीं, मच्छर को निगलने या गलती से खा लेने से डेंगू नहीं होता।
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इसका कारण यह है कि डेंगू वायरस केवल मच्छर की लार ग्रंथियों में एक्टिव होता है और जब मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तभी वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है। पेट की अम्लीय स्थिति (gastric acid) इतनी तीव्र होती है कि अगर कोई वायरस मच्छर के साथ शरीर में जाए भी, तो वह नष्ट हो जाता है और इंफेक्शन का कारण नहीं बनता।
मच्छर निगलने से क्या कोई और खतरा हो सकता है? - Is swallowing a mosquito dangerous
डेंगू का इंफेक्शन मच्छर निगलने से नहीं होता है। यदि मच्छर किसी गंदगी, संक्रमित सतह या रोगजनक तत्वों के संपर्क में आया हो, तो उसके शरीर पर मौजूद बैक्टीरिया या अन्य कीटाणु पेट में जाकर मामूली इंफेक्शन, मतली या उल्टी का कारण बन सकते हैं। लेकिन यह अत्यंत दुर्लभ है और अक्सर शरीर की इम्यूनिटी ऐसे सूक्ष्म कीटाणुओं को समाप्त कर देती है।
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गलती से मच्छर निगलने पर क्या करना चाहिए? - What to do if you accidentally swallow a mosquito
यदि आपने गलती से मच्छर निगल लिया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। तुरंत पानी पी लें ताकि मच्छर पेट में चला जाए और यदि कोई विषाणु है तो पेट का एसिड उसे खत्म कर दे। उल्टी की इच्छा हो तो जबरदस्ती न रोकें, लेकिन जबरन उल्टी भी न करें और पेट में तकलीफ, उल्टी, दस्त या बुखार जैसे लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष
मच्छर को निगलने से डेंगू नहीं होता। ऐसा इसलिए, क्योंकि डेंगू वायरस केवल मच्छर की लार से खून में प्रवेश करने पर ही प्रभावी होता है। पाचन तंत्र की प्रकृति ऐसी है कि निगला गया मच्छर और उसमें मौजूद कोई भी वायरस पेट के एसिड में नष्ट हो जाता है। इसलिए यदि गलती से मच्छर निगल भी लिया गया हो तो घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, साफ-सफाई, सतर्कता और जागरूकता से ही डेंगू जैसी बीमारियों से प्रभावी बचाव संभव है।
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FAQ
डेंगू में सबसे पहले कौन से लक्षण आते हैं?
डेंगू बुखार की शुरुआत आमतौर पर तेज बुखार के साथ होती है, जो अचानक चढ़ता है। इसके साथ-साथ सिरदर्द, आंखों में दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द, थकान और कमजोरी महसूस होती है। कुछ मरीजों को त्वचा पर हल्के चकत्ते (rashes) भी दिखाई देने लगते हैं। भूख न लगना, मतली और हल्का जी मिचलाना भी लक्षणों में शामिल हैं। बच्चों में ये लक्षण सामान्य वायरल जैसे लग सकते हैं। इसलिए शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें।डेंगू का बुखार कितने दिन तक रहता है?
डेंगू का बुखार आमतौर पर 2 से 7 दिनों तक रहता है। पहले दो से तीन दिन तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द और कमजोरी के लक्षण ज्यादा तीव्र होते हैं। इसके बाद बुखार धीरे-धीरे कम हो सकता है, लेकिन शरीर में कमजोरी, थकावट और प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट कुछ और दिनों तक बनी रह सकती है। कई मामलों में बुखार उतरने के बाद भी मरीज को थकान और भूख न लगने की शिकायत होती है। डेंगू के गंभीर मामलों में प्लेटलेट्स बहुत कम हो सकते हैं, इसलिए पूरी रिकवरी में 10 से 15 दिन तक लग सकते हैं।डेंगू से बचने के उपाय
डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से सुरक्षा सबसे जरूरी है। साफ-सफाई रखें और पानी को इकट्ठा न होने दें। ऐसा इसलिए, क्योंकि डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर रुके हुए पानी में पनपते हैं। पानी की टंकियों, कूलर, गमलों और अन्य बर्तनों को ढककर रखें और नियमित रूप से साफ करें। पूरी बांह के कपड़े पहनें और मच्छरदानी या मच्छर भगाने वाली क्रीम का उपयोग करें। घर के आसपास की झाड़ियों और कचरे को साफ रखें। सुबह और शाम के समय विशेष सतर्कता बरतें, क्योंकि एडीज मच्छर दिन में काटते हैं।