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क्या रात को स्ट्रेचिंग करने से नींद की क्वालिटी बेहतर होती है? जानें डॉक्टर की राय

दिनभर की भागदौड़, कंप्यूटर पर लंबे समय तक बैठना और तनाव शरीर को रात में भी सहज नहीं होने देता। यहां जानिए, क्या रात को स्ट्रेचिंग करने से नींद की क्वालिटी बेहतर होती है?
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क्या रात को स्ट्रेचिंग करने से नींद की क्वालिटी बेहतर होती है? जानें डॉक्टर की राय

पूरे दिन की भागदौड़, मीटिंग्स, ट्रैफिक, काम का दबाव और अंत में जब आप बिस्तर पर जाते हैं, तो लगता है कि अब तो तुरंत नींद आ ही जाएगी, लेकिन जैसे ही आंखें बंद करते हैं, दिमाग भागने लगता है, कभी कल की प्लानिंग, कभी अधूरे काम, तो कभी अनजाने तनाव। जिसके कारण करवटें बदलते-बदलते आधी रात गुजर जाती है। यह समस्या आज लगभग हर वर्ग के लोगों में आम हो चुकी है, चाहे वे ऑफिस में काम करने वाले हों, स्टूडेंट्स हों या घर को सवांरने वाली महिलाएं। ऐसे में कुछ लोगों का मानना है कि रात में अगर सोने से पहले शरीर की स्ट्रेचिंग की जाए तो नींद अच्छी आ सकती है। इस बारे में सही जानकारी के लिए हमने, यशोदा अस्पताल, हैदराबाद के वरिष्ठ सलाहकार फिजीशियन और डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी (Dr. G. Krishna Mohan Reddy, Senior Consultant Physician and Diabetologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से बात की-


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क्या रात को स्ट्रेचिंग करने से नींद की क्वालिटी बेहतर होती है? - Does stretching at night help sleep better

डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी बताते हैं कि स्ट्रेचिंग न सिर्फ शरीर को रिलैक्स करता है, बल्कि दिमाग को भी शांत बनाकर नींद की प्रकृति को सुधारता है। डॉ. रेड्डी का कहना है कि रात के समय शरीर का पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम एक्टिव होता है, जो शरीर को शांत अवस्था में लाने का काम करता है। यदि इस समय हल्की स्ट्रेचिंग की जाए, तो नसों पर जमा तनाव कम होता है और यह सिस्टम और ज्यादा प्रभावी ढंग से काम करता है। इससे शरीर को प्राकृतिक रूप से नींद की तैयारी का संकेत मिलता है।

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1. मांसपेशियों के तनाव में कमी

लंबे समय तक बैठे रहने से कमर, गर्दन, कंधे और पैरों की मांसपेशियां अनचाहे रूप से जकड़ जाती हैं। यह जकड़न रात में लेटते समय असहजता पैदा करती है, जो नींद को बार-बार बाधित कर देती है। डॉ. रेड्डी बताते हैं, "सोने से पहले सिर्फ 10 मिनट की हल्की स्ट्रेचिंग मांसपेशियों की टाइटनेस को कम करती है। इससे बॉडी में रिलैक्सेशन हार्मोन रिलीज होते हैं और नींद आने में आसानी होती है।"

2. तनाव और चिंता कम

नींद न आने की सबसे बड़ी वजहों में से एक है, तनाव और ओवरथिंकिंग। दिनभर की व्यस्तता के बाद दिमाग तेजी से चलता रहता है। स्ट्रेचिंग के दौरान धीमी और गहरी सांसें फेफड़ों को शांत गति से काम करने के लिए प्रेरित करती हैं, जिससे हार्ट रेट भी कम होता है और दिमाग शांत होने लगता है। डॉ. रेड्डी के अनुसार, ''स्ट्रेचिंग और ब्रीदिंग एक्सरसाइज का कॉम्बिनेशन तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को कम करता है। इससे मन में हल्कापन आता है और प्राकृतिक रूप से सुकूनभरी नींद मिलती है।'' इसके अलावा, यह रात में पैरों में होने वाले क्रैम्प्स और सुन्नपन को भी कम करता है, जो कि आजकल लोगों की कॉमन शिकायतों में से एक है।

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Does stretching at night help sleep

सोने से पहले स्ट्रेचिंग का सही समय

डॉक्टर के अनुसार, स्ट्रेचिंग का सबसे सही समय है, सोने से ठीक 10-15 मिनट पहले, जब आप अपने कमरे की लाइट धीमी कर दें और मोबाइल स्क्रीन से दूरी बना लें। दिमाग धीरे-धीरे स्लीप मोड में जाता है और स्ट्रेचिंग इसे और तेज करती है। अगर इसे रोज की आदत बना लिया जाए तो कुछ ही दिनों में स्पष्ट असर दिखाई देता है।

निष्कर्ष

डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी बताते हैं कि रात में स्ट्रेचिंग करना दवाओं के बिना नींद सुधारने का सरल, सुरक्षित तरीका है। इससे मांसपेशियां ढीली होती हैं, तनाव कम होता है, दिमाग रिलैक्स होता है और शरीर गहरे आराम के लिए तैयार होता है। यदि आप अनिद्रा, बेचैनी या हल्की मांसपेशीय जकड़न से परेशान हैं, तो आज ही अपनी नाइट रूटीन में 10 मिनट की स्ट्रेचिंग जोड़कर देखें।

All Images Credit- Freepik

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FAQ

  • क्या रात में फोन इस्तेमाल करने से नींद प्रभावित होती है?

    मोबाइल की ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को दबा देती है, जो नींद लाने में मदद करता है। इससे नींद देर से आती है और नींद की गहराई भी कम हो जाती है।
  • क्या सोने से पहले चाय-कॉफी पीना ठीक है?

    कैफीन दिमाग को सतर्क रखती है और नींद आने में देरी करती है। सोने से कम से कम 4-6 घंटे पहले कैफीन से बचना चाहिए।
  • उम्र बढ़ने के साथ हमें कम नींद क्यों आती है?

    उम्र बढ़ने पर नींद के पैटर्न बदलते हैं, जिससे बुजुर्गों को कम घंटे की नींद की जरूरत होती है या नींद बार-बार टूटती है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Dec 06, 2025 14:56 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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