-1763790846569.webp)
आज के समय में लोग अपने जीवन में इतने व्यस्त हो गए हैं कि दो पल सुकून के निकाल पाना इनके लिए मुश्किल होता है। अनियमित खानपान, स्क्रीन टाइम का ज्यादा इस्तेमाल का सीधा असर हमारी नींद की गुणवत्ता पर पड़ता है। पर्याप्त और अच्छी नींद न मिलने के कारण आपको सिर्फ थकान ही महसूस नहीं होती है, बल्कि मानसिक, शारीरिक और इमोशनल स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। आयुर्वेद में नींद को त्रयोपस्तंभ यानी स्वास्थ्य के तीन मुख्य स्तंभ- आहार, निद्रा और ब्रह्मचर्य में से एक माना गया है। इसका अर्थ है कि नींद जीवन को संतुलित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में अच्छी नींद के लिए आप मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता से जानते हैं कि नींद न आने की समस्या को दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक उपायों के बारे में।
इस पेज पर:-
अच्छी नींद के लिए आयुर्वेदिक उपाय
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, आयुर्वेद के अनुसार अच्छी नींद हमारे मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है, इसलिए पर्याप्त और बेहतर नींद के लिए आप इन आयुर्वेदिक टिप्स को फॉलो कर सकते हैं-
1. सोने का एक ही समय अपनाएं
आयुर्वेद में दिनचर्या का पालन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक तभी सही तरीके से काम करती है, जब हम सोने और जागने का समय नियमित रखते हैं। रोजाना एक ही समय पर सोना और एक ही समय पर उठना जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार रात 10 बजे से पहले सोना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इस समय शरीर स्वाभाविक रूप से आराम के मोड में होता है। सोने से एक घंटे पहले मोबाइल, टीवी या लैपटॉप का इस्तेमाल करना बंद कर दें। सोने का नियमित समय आपके शरीर को संकेत देता है कि आपको कब आराम करना है और कब एक्टिव होना है।
इसे भी पढ़ें: क्या नींद की कमी के कारण एसिडिटी हो सकती है? जानें डॉक्टर से
2. माइंडफुल ईटिंग
पाचन और नींद के बीच गहरा कनेक्शन है। आयुर्वेद के अनुसार रात का भोजन हल्का, गर्म और आसानी से पचने वाला होना चाहिए। बहुत हैवी, ऑयली और मसालेदार खाना रात ने खाने से बचें, क्योंकि इससे आपके नींद में खलल आ सकता है। इसके साथ ही भोजन और नींद के बीच कम से कम 2 से 3 घंटे का अंतर रखें। रात को सोने से पहले हल्दी वाला गुनगुना दूध पिएं, ताकि नींद जल्दी और अच्छी आए।
3. तेल मालिश
आयुर्वेद में अभ्यंग यानी तेल मालिश को मानसिक शांति और अच्छी नींद के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। तिल का तेल, नारियल का तेल या अश्वगंधा तेल से पैरों, सिर और कंधों की धीरे-धीरे मालिश करने से नसों को आराम मिलता है और तनाव कम होता है। मालिश शरीर के वात दोष को कम करने में मदद करती है, जो अनिद्रा का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। इसलिए, आप रोजाना 5 से 10 मिनट सोने से पहले अपने शरीर की तेल मालिश करें, ताकि नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
-1763791157998.jpg)
4. प्राणायाम
आयुर्वेद में मन को स्थिर करने और तनाव कम करने के लिए प्राणायाम को बहुत अहम माना गया है। इसलिए आप रात को सोने से पहले अनुलोम-विलोम, ब्राह्मरी, नाड़ी शोधन और शीतली प्राणायाम करें। ये सभी सांस से जुड़े अभ्यास हैं जो आपके मन को शांत करते हैं, तनाव कम करते हैं और नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करते हैं। सोने से पहले रोजाना 10 से 15 मिनट प्राणायाम करना अच्छी नींद के लिए फायदेमंद होता है।
इसे भी पढ़ें: क्या प्रेग्नेंसी में नींद की कमी से सिरदर्द हो सकता है? जानें एक्सपर्ट से सच्चाई
5. अच्छी नींद के लिए एक्सरसाइज
फिट शरीर और शांत मन दोनों ही अच्छी नींद के लिए बहुत जरूरी हैं। एक्सरसाइज करने से शरीर में एनर्जी का संतुलन बना रहता है और रात में आरामदायक नींद आती है। इसलिए, आप अपने शारीरिक गतिविधियों में योग, तेज चलना, सूर्य नमस्कार, हल्की जॉगिंग आदि शामिल करें। ध्यान रहे, रात में सोने से पहले बहुत ज्यादा शारीरिक गतिविधियां करने से बचें, क्योंकि इससे आपकी नींद पर बुरा असर पड़ सकता है।
निष्कर्ष
आयुर्वेद में अच्छी नींद को संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। सोने-जागने का नियमित समय, तेल मालिश, संतुलित भोजन, प्राणायाम और नियमित एक्सरसाइज करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 22, 2025 11:31 IST
Published By : Katyayani Tiwari