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Sleep Deprivation And Heartburn: काॅर्पोरेट वर्क कल्चर और डे-नाइट शिफ्ट। जो लोग इस तरह के जाॅब्स में इन्वाॅल्व हैं, उनके लिए सोने का कोई फिक्स टाइम नहीं है। इन्हें कभी देर रात उठकर काम करना होता है, तो कभी दिन भर ऑफिस के कामों में जुटे ए रहते हैं। इस तरह की जीवनशैली अक्सर लोगों को बीमार कर देती है। ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि वर्क कल्चर की वजह से लोगों की नींद पूरी नहीं होती है। जब नींद पूरी नहीं होती है, तो दिन भर लो एनर्जी फील होती है, मूड खराब रहता है और चिड़चिड़ापन भी महसूस होता है। कुछ लोग तो नींद पूरी न होने पर एसिडिटी की भी शिकायत करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई नींद की कमी के करण एसिडिटी की समस्या हो सकती है? आइए, जानते हैं नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Sr. Consultant-Gastroenterology डॉ. जे एस भोगल का क्या कहना है।
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क्या नींद की कमी के कारण एसिडिटी होती है?
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University Of Michigan में प्रकाशित एक लेख की मानें, तो यह सच है कि नींद की कमी के कारण लोगों में एसिडिटकी और सीने में जलन की समस्या हो सकती है। यहां तक कि इसकी वजह से खट्टी डकारें आ सकती हैं यानी एसिड रिफ्लक्स की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। सवाल है, ऐसा क्यों होता है? रिसर्च का कहना है कि जब नींद पूरी नहीं होती है, तो इसकी वजह से स्ट्रेस बढ़ सकता है और हार्मोनल अंसतुलन हो सकता है। इस कंडीशन में पाचन संबंधी समस्या ट्रिगर हो जाती है। इसलिए, जरूरी है कि हर व्यक्ति रोजाना रात को समय पर सोए और पूरी नींद ले।
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नींद की कमी किस तरह एसिडिटी का कारण बनती है?
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स्ट्रेस हार्मोन में बढ़ोतरीः जब किसी व्यक्ति की नींद पूरी नहीं होती है, तो ऐसे में शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। इसकी वजह से शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ने लगता है और गट हेल्थ पर भी नेगेटिव असर पड़ता है।
हार्मोनल इंबैलेंसः जैसा कि इसका जिक्र कुछ देर पहले भी किया है कि अच्छी नींद नहीं लेने की वजह से शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस हो जाता है। आपको बता दें कि हार्मोन के स्तर में बदलाव के कारण लोगों में फैटी, शुगरी और प्रोसेस्ड फूड की क्रेविंग बढ़ जाती है। जब व्यक्ति लेट नाइट इस तरह की चीजों का सेवन कर बैठता है, तो ऐसे में एसिडिटी होने लगती है।
पाचन संबंधी समस्याः नींद की कमी के कारण सर्कैडियन क्लाॅक भी बाधित हो जाता है। इसका नेगेटिव असर डाइजेस्टिव ऑर्गन पर पड़ता है। ध्यान रखें कि सर्कैडियन क्लाॅक का मतलब होता है कि शरीर का जगने और उठने का साइकिल। बहरहाल, जब बाॅडी क्लाॅस सही तरह से काम नहीं करती है, तो व्यक्ति को अक्सर अच्छी नींद लेने में दिक्कत आती है।
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नींद की कमी के कारण हो रही एसिडिटी को कैसे सुधारें?
- अपना स्लीप साइकिल सुधारें।
- रोजाना निश्चित समय पर सोएं-उठें।
- नींद न आए, तो कमरे में बत्ती बुझा दें और फोन खुद से दूर रखें।
- अपनी सोने की पोजिशन में बदलाव करें।
- तनाव को कम करने की कोशिश करें।
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निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि नींद की कमी के कारण पाचन संबंधी समस्या हो सकती है। इसमें सिर्फ एसिडिटी ही नहीं, बल्कि ब्लोटिंग, सीने में जलन जैसी समस्याएं भी शामिल हैं। अगर आपको निरंतर ऐसी समस्या बनी रहती है, तो बेहतर है कि आप डाॅक्टर से मिलें और अपना इलाज करवाएं। इसके अलावा, जीवनशैली में जरूरी बदलाव करके भी आप अपनी समस्या से छुटाकारा पा सकते हैं। साथ ही, रेगुलर एक्सरसाइज करना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
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Nov 21, 2025 18:23 IST
Published By : Meera Tagore