
आज की तेज रफ्तार जिंदगी में कमर दर्द एक ऐसा साथी बन चुका है, जो बिना बुलाए हर उम्र के लोगों के पीछे पड़ जाता है। चाहे वह ऑफिस में घंटों बैठे रहने वाला लोग हों, बच्चे संभालती महिलाएं हो या फिर रोजाना सफर करने वाला नौकरीपेशा व्यक्ति। कई लोगों के लिए कमर दर्द इतना सामान्य हो गया है कि वे इसे अपनी दिनचर्या का ही हिस्सा मान लेते हैं। बढ़ता कमर दर्द सिर्फ शरीर पर नहीं, आपकी नींद, मूड और काम की क्षमता पर भी असर डालता है। ऐसे में कई लोगों का सवाल होता है कि क्या सिर्फ स्ट्रेचिंग करने से कमर दर्द की समस्या दूर हो सकती है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, यशोदा हॉस्पिटल्स, हैदराबाद में कंसल्टेंट न्यूरोसर्जन डॉ. सयुज कृष्णन एस ( Dr. Sayuj Krishnan S is a Consultant Neurosurgeon, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से बात की-
इस पेज पर:-
क्या स्ट्रेचिंग करने से कमर दर्द ठीक हो जाएगा? - Can Stretching Prevent Future Back Pain
न्यूरोसर्जन डॉ. सयुज कृष्णन एस बताते हैं कि नियमित स्ट्रेचिंग एक सरल लेकिन बेहद प्रभावी तरीका है, जो भविष्य में होने वाले कमर दर्द के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है। डॉ. सयुज कृष्णन एस का कहना है कि स्ट्रेचिंग मांसपेशियों को लचीला बनाती है, तनाव घटाती है और रीढ़ को सपोर्ट देने में मदद करती है। डॉ. सयुज के अनुसार, जब मांसपेशियां टाइट हो जाती हैं तो वे रीढ़ (Spine) पर अनावश्यक दबाव डालती हैं। इससे कमर में खिंचाव, जकड़न और दर्द की शिकायत होने लगती है। नियमित स्ट्रेचिंग इन मांसपेशियों को ढीला और लचीला बनाती है, जिससे स्पाइन पर दबाव कम पड़ता है।
इसे भी पढ़ें: अर्थराइटिस में स्ट्रेचिंग क्यों जरूरी है? एक्सपर्ट से जानें फायदे और इसे करने का सही तरीका
खासकर हैमस्ट्रिंग, हिप फ्लेक्सर और लोअर बैक मसल्स में लचीलापन बढ़ने से दर्द की संभावना काफी कम हो जाती है। मांसपेशियों की कठोरता कम होने से रोजमर्रा की एक्टिविटीज जैसे चलना, झुकना, उठाना, सब अधिक सहज हो जाते हैं।
- स्ट्रेचिंग केवल मांसपेशियों को खींचने का काम नहीं करती, बल्कि यह पीठ के हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाती है।
- बेहतर ब्लड सर्कुलेशन से मांसपेशियों को ज्यादा ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे वे तेजी से रिकवर होती हैं और हेल्दी रहती हैं।
- कमर दर्द अधिकतर तब बढ़ता है जब मांसपेशियां थकी हुई या कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में नियमित स्ट्रेचिंग उन्हें पोषण देती है और सूजन कम करके दर्द की संभावना घटाती है।
इसे भी पढ़ें: क्या ओवर स्ट्रेचिंग करने से नर्व डैमेज हो सकती है? जानें क्या है सच्चाई

स्ट्रेचिंग कैसे करें? - How to do stretching
डॉ. सयुज स्पष्ट करते हैं कि स्ट्रेचिंग तभी फायदा देती है जब इसे नियमित, धीरे और बिना झटके किया जाए।
- हमेशा 10-15 मिनट की हल्की वार्मअप के बाद स्ट्रेच करें
- किसी भी पोज को 20-30 सेकंड तक करें
- सांस सामान्य रखें
- स्ट्रेचिंग को कोर और बैक स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज के साथ मिलाकर करें
सिर्फ स्ट्रेचिंग करके मजबूत पीठ नहीं बनती, इसके लिए मांसपेशियों को मजबूत करना भी जरूरी है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, नियमित स्ट्रेचिंग कमर दर्द रोकने का एक सरल, सस्ता और प्रभावी तरीका है। यह मांसपेशियों को लचीला बनाती है, पोश्चर सुधारती है, तनाव घटाती है और स्पाइन को बेहतर सपोर्ट देती है। डॉ. सयुज कृष्णन एस के अनुसार, यदि इसे रोजाना 10-15 मिनट भी शामिल किया जाए, तो भविष्य में होने वाले कमर दर्द का जोखिम काफी कम हो सकता है।
All Image Credit- Freepik
यह विडियो भी देखें
FAQ
क्या ज्यादा देर बैठने से कमर दर्द बढ़ सकता है?
लंबे समय तक बैठने से मसल्स टाइट हो जाती हैं और रीढ़ पर दबाव बढ़ता है, जिससे कमर दर्द होने लगता है या बढ़ सकता है।क्या कमर दर्द में वॉकिंग फायदेमंद है?
हल्की वॉक मसल्स को एक्टिव करती है, जकड़न कम करती है और कमर में ब्लड फ्लो बढ़ाती है, जो दर्द राहत में मदद करता है।क्या गलत गद्दे से बैक पेन होता है?
बहुत सॉफ्ट या बहुत हार्ड गद्दा कमर को सही सपोर्ट नहीं दे पाता, जिससे मसल्स पर स्ट्रेस आता है और दर्द बढ़ सकता है।
Read Next
सर्दियों में तेजी से कैलोरी बर्न करने के लिए शाम को पिएं ये 4 ड्रिंक्स, वजन कम करने में मिलेगी मदद
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 21, 2025 15:19 IST
Published By : Akanksha Tiwari