
क्या आप भी रोजाना घंटों तक कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं, कभी झुककर मेल टाइप करते हुए, तो कभी मोबाइल पर स्क्रॉल करते हुए? अगर हां, तो यह जान लीजिए कि यह आदत आपकी रीढ़ की हड्डी (Spine) के लिए एक साइलेंट थ्रेट बन चुकी है। शुरुआत में हल्का दर्द या जकड़न मामूली लगती है, लेकिन यही धीरे-धीरे क्रॉनिक बैक पेन, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस या स्लिप डिस्क जैसी गंभीर समस्याओं में बदल सकती है। हर साल 16 अक्टूबर को विश्व रीढ़ दिवस (World Spine Day) मनाया जाता है ताकि लोग यह समझें कि स्पाइन हेल्थ कितनी जरूरी है। इस लेख में सीएमआरआई हॉस्पिटल, कोलकाता के डायरेक्टर (न्यूरोसर्जरी) डॉ. अमिताभ चंदा (Dr. Amitabha Chanda, Director-Neurosurgery, CMRI Kolkata) से जानिए, डेस्क जॉब वालों में स्पाइन प्रॉब्लम्स के कारण और बचाव के तरीके क्या हैं?
डेस्क जॉब में स्पाइन पर क्या असर होता है? - Do desk jobs cause back pain
लंबे समय तक झुककर या गलत पॉश्चर में बैठने से रीढ़ की हड्डियों के बीच मौजूद डिस्क (Disc) पर लगातार दबाव पड़ता है। यही दबाव धीरे-धीरे डिस्क डिजेनेरेशन, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस या स्लिप डिस्क जैसी समस्याओं का कारण बनता है। डॉ. अमिताभ चंदा कहते हैं, ''लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहना रीढ़ के प्राकृतिक कर्व को बिगाड़ देता है, जिससे बैक स्ट्रक्चर पर असमान दबाव पड़ता है और दर्द धीरे-धीरे क्रॉनिक (chronic) रूप ले लेता है।''
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डेस्क जॉब वालों में स्पाइन प्रॉब्लम्स के कारण - Causes of spine problems in desk job
डॉ. अमिताभ चंदा बताते हैं कि अब स्पाइन से जुड़ी बीमारियां सिर्फ 40 या 50 की उम्र तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि 25 से 35 साल के युवा भी तेजी से पीठ दर्द और सुन्नपन जैसी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है, लंबे समय तक गलत पॉश्चर में बैठना, स्क्रीन पर झुकना, एक्सरसाइज की कमी और तनावपूर्ण दिनचर्या।
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स्पाइन प्रॉब्लम्स से बचाव के तरीके - Ways to prevent spine problems
1. सही मुद्रा अपनाएं - Maintain Proper Posture
कंप्यूटर स्क्रीन को आंखों की ऊंचाई पर रखें, पीठ सीधी रखें और दोनों पैर फर्श पर टिके हों।
2. हर घंटे ब्रेक लें - Take Micro Breaks
हर 45 मिनट में 5 मिनट के लिए उठकर चलें या स्ट्रेच करें। इससे ब्लड फ्लो बना रहता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है।
3. कोर मसल्स मजबूत करें - Strengthen Core Muscles
योग, प्लैंक, ब्रिज या बैक-स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से पेट और पीठ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जो रीढ़ को सहारा देती हैं।
4. संतुलित आहार लें - Eat Spine-Friendly Diet
कैल्शियम, विटामिन D और ओमेगा-3 फैटी एसिड रीढ़ की हड्डियों को मजबूत रखते हैं। दूध, दही, बादाम और हरी सब्जियां अपने आहार में शामिल करें।
5. सही चेयर और सेटअप चुनें - Use Ergonomic Setup
ऑफिस में एर्गोनोमिक चेयर का उपयोग करें, जिससे पीठ और कमर को उचित सपोर्ट मिले।
निष्कर्ष
विश्व रीढ़ दिवस (World Spine Day) हर साल हमें यह याद दिलाता है कि रीढ़ की देखभाल कोई विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता है। इसलिए, अगली बार जब आप ऑफिस चेयर पर घंटों बैठे हों, याद रखें कि आपकी रीढ़ हर पल आपको संभाल रही है। अब आपकी बारी है, उसे संभालने की।
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FAQ
क्या लंबे समय तक बैठने से कमर दर्द होना आम है?
लगातार 6-8 घंटे बैठने से रीढ़ पर दबाव बढ़ता है, जिससे डिस्क पर असर पड़ता है और कमर दर्द शुरू हो सकता है।स्पाइन को मजबूत रखने के लिए कौन-सी एक्सरसाइज फायदेमंद हैं?
योगासन जैसे भुजंगासन, ताड़ासन और हल्की स्ट्रेचिंग से रीढ़ की मसल्स मजबूत रहती है।ऑफिस में बैठते समय कितनी बार ब्रेक लेना चाहिए?
हर 50-55 मिनट में 5-10 मिनट का स्ट्रेच या हल्की वॉक करना रीढ़ के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।
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Current Version
Oct 16, 2025 15:20 IST
Published By : Akanksha Tiwari