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त्वचा की नेचुरल हीलिंग का तरीका: क्या है स्किन रिसेट ट्रेंड? जानें इसके फायदे और स्‍टेप्‍स

स्किन रिसेट का मतलब है त्वचा को एक ब्रेक देना और सिर्फ जरूरी चीजों तक सीमित रखना जैसे हल्का क्लींजर, अच्छा मॉइश्चराइजर, एसपीएफ आद‍ि।
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त्वचा की नेचुरल हीलिंग का तरीका: क्या है स्किन रिसेट ट्रेंड? जानें इसके फायदे और स्‍टेप्‍स


23 साल की निधि, जो एक डिजिटल मार्केटर है, स्किन केयर ट्रेंड्स फॉलो करने की शौकीन थी। उसने हफ्ते में तीन बार एक्सफोलिएशन, रोजाना रेटिनॉल और विटामिन-सी सीरम लगाना शुरू किया। कुछ हफ्तों में ही उसकी स्किन लाल हो गई, खुजली होने लगी और ब्रेकआउट्स बढ़ गए। जब उसने डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह ली, तो पता चला कि जरूरत से ज्यादा स्किन केयर ने उसकी स्किन बैरियर को कमजोर कर दिया था। उसे स्किन रिसेट करने की सलाह दी गई। यानी सिर्फ क्लींजर, मॉइश्चराइजर और सनस्क्रीन तक सीमित रहना। कुछ हफ्तों में उसकी त्वचा फिर से नॉर्मल हो गई। स्किन रिसेट का मतलब है अपनी त्वचा को ओवरलोड से बचाना और उसे खुद को ठीक करने का मौका देना।
हर कोई परफेक्ट ग्लोइंग स्किन चाहता है, लेकिन कई बार ज्यादा प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने से फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता है। सोशल मीडिया पर स्किन केयर टिप्स की बाढ़ के कारण कई लोग बिना सोचे-समझे कई एक्टिव इंग्रीडिएंट्स का इस्‍तेमाल करने लगते हैं, जिससे उनकी त्वचा उल्टा खराब हो जाती है। इससे बचने के ल‍िए स्‍क‍िन र‍िसेट करना एक अच्‍छा ऑप्‍शन है। आगे ल‍ेख में जानेंगे स्‍क‍िन र‍िसेट के फायदे, स्‍टेप्‍स आदि‍। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने Dr. Atula Gupta, Chief Dermatologist and Medical Director, Skinaid Clinic, Gurgaon से बात की।

त्वचा की नेचुरल हीलिंग का तरीका: स्‍क‍िन र‍िसेट क्‍या है?- What is Skin Reset

स्किन रिसेट का मकसद है त्वचा को सांस लेने, खुद को रिपेयर करने और बैलेंस में लाने का मौका देना। आजकल ज्‍यादातर महिलाएं स्किन केयर के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट से ज्यादा इंफ्लुएंसर्स पर भरोसा करती हैं, जिससे कई बार त्वचा को नुकसान पहुंचता है। जरूरत से ज्यादा स्किन केयर प्रोडक्ट्स खासकर एक्टिव्स जैसे रेटिनॉल, एएचए और बीएचए के इस्तेमाल से स्किन बैरियर कमजोर हो सकता है, जिससे स्‍क‍िन में जलन, सेंसिटिविटी और मुंहासे हो सकते हैं। स्किन रिसेट एक ऐसा खास तरीका है जिसमें त्वचा को सिर्फ जरूरी चीजों से पोषण और सुरक्षा मिलती है, जिससे यह सभी स्किन टाइप्स के लिए फायदेमंद बनता है।

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कैसे पता करें आपकी त्वचा को स्किन रिसेट की जरूरत है?- How to Know That You Need Skin Reset

अगर आपकी त्वचा बार-बार ब्रेकआउट्स, जलन या रूखेपन का शिकार हो रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि उसे रिसेट की जरूरत है। अगर आपकी स्किन अचानक से जलन या खि‍ंचापन फील करने लगे, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका स्किन बैरियर कमजोर हो गया है। बहुत ज्यादा एक्सफोलिएशन या बार-बार चेहरा धोने से स्किन ड्राई, खिंची हुई और पीलिंग जैसी लग सकती है। अगर आपकी स्किन लगातार रेड और सेंस‍िट‍िव रहती है या बहुत सारे प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने से पोर्स ब्‍लॉक हो गए हैं और त्‍वचा में सजून हो रही है, तो यह समय है स्किन रिसेट करने का।

स्‍क‍िन र‍िसेट करने के फायदे- Skin Reset Benefits

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Dr. Atula Gupta ने बताया क‍ि स्‍क‍िन र‍िसेट करने से त्‍वचा की नेचुरल प्रोटेक्टिव लेयर को मजबूती (Barrier Restoration) म‍िलती है। यह प्रक्र‍िया त्‍वचा में माइक्रोबायोम बैलेंस (Microbiome Balance) को बनाए रखती है, त्वचा का नेचुरल पीएच लेवल सही रहता है, रेडनेस, जलन और खुजली जैसी स्किन प्रॉब्लम्स दूर होती हैं, त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव म‍िलती है। अन्‍य फायदे इन प्रकार हैं-

  • जब आप स्किन रिसेट करते हैं और सिर्फ जरूरी चीजों तक सीमित रहते हैं, ज‍िससे त्‍वचा में रेडनेस और सूजन दूर होती है।
  • स्किन रिसेट करने से त्‍वचा का बैरियर फिर से मजबूत होता है, जिससे त्वचा प्राकृतिक रूप से हेल्दी और ग्लोइंग दिखती है।
  • स्किन रिसेट करने से एक्स्ट्रा ऑयल और बैक्टीरिया जमा नहीं होते ज‍िससे पिंपल्स और ब्रेकआउट्स घट जाते हैं।
  • स्किन रिसेट से मॉइश्चराइजर सही तरीके से काम करता है, जिससे त्वचा में नमी बनी रहती है और स्‍क‍िन ड्राईनेस की समस्‍या नहीं होती।
  • जब त्वचा को खुद को रिपेयर करने का मौका मिलता है, तो वह अंदर से मजबूत और लंबे समय तक हेल्दी रहती है। स्किन रिसेट करने से झुर्रियां, फाइन लाइंस और एजिंग साइन्स को भी कम किया जा सकता है।

स्किन रिसेट कैसे करें?- How to Do Skin Reset

स्किन रिसेट के लिए आपको कुछ समय के लिए एक्टिव स्किन केयर प्रोडक्ट्स जैसे विटामिन-सी, रेटिनॉल, एएचए और बीएचए का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। इसके साथ ही-

  • इस मिनिमल रूटीन को कम से कम 6-8 हफ्तों तक अपनाएं, ताकि त्वचा का पूरा सेल साइकिल (30-40 दिन) पूरा हो सके।
  • जब त्वचा बेहतर महसूस होने लगे, तो धीरे-धीरे नए प्रोडक्ट्स जोड़ें, सबसे पहले हल्का एंटी-ऑक्सिडेंट सीरम जैसे विटामिन-सी से शुरुआत करें।
  • हल्के और सॉफ्ट क्लींजर और सेरामाइड्स या हयालुरोनिक एसिड वाला मॉइश्चराइजर इस्तेमाल करें।
  • फिजिकल सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें और केमिकल सनस्क्रीन से बचें, जिसमें एक्टिव इंग्रीडिएंट्स हों।
  • हर नए प्रोडक्ट को जोड़ने से पहले त्वचा की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें।

जब आपकी त्वचा हेल्दी और बिना जलन के महसूस हो, तो आप स्किन रिसेट खत्म करके धीरे-धीरे अपनी रेगुलर स्किन केयर रूटीन पर लौट सकते हैं। लेकिन कोई बड़ा बदलाव करने से पहले हमेशा डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लेना बेहतर होता है।

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