हर माता-पिता की सबसे बड़ी इच्छा होती है कि उनका बच्चा स्वस्थ, तंदरुस्त और एनर्जेटिक बने। लेकिन बदलती लाइफस्टाइल, जंक फूड की बढ़ती आदत और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण बच्चों की ग्रोथ पर गलत असर पड़ रहा है। कई बार बच्चे सही समय पर खाना नहीं खाते या खाने में नखरे करते हैं, जिससे उनकी पोषण संबंधी जरूरतें पूरी नहीं हो पातीं। ऐसे में संतुलित आहार (Balanced Diet) बच्चों की हेल्दी ग्रोथ और विकास के लिए सबसे जरूरी भूमिका निभाता है। बचपन वह दौर है जब शरीर और दिमाग तेजी से बढ़ते हैं। इस समय अगर बच्चों को सही पोषण नहीं मिला तो उनकी हाइट, वजन, हड्डियों की मजबूती और मानसिक विकास प्रभावित हो सकता है। बैलेंस डाइट न सिर्फ बच्चों की शारीरिक एनर्जी को बढ़ाती है बल्कि उनकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाकर उन्हें बीमारियों से भी बचाती है। यानी अगर माता-पिता शुरू से ही बच्चों की प्लेट में बैलेंस डाइट सुनिश्चित कर दें तो बच्चे न सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत होंगे बल्कि पढ़ाई-लिखाई और खेल-कूद में भी बेहतर कर पाएंगे। इस लेख में दिल्ली की क्लिनिकल डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा (Rakshita Mehra, Clinical Dietitian and Nutritionist, Delhi) से जानिए, बच्चों के लिए बैलेंस्ड डाइट कैसी होनी चाहिए?
बच्चों के लिए बैलेंस्ड डाइट कैसी होनी चाहिए? - Balanced Diet For Children
डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा बताती हैं कि बचपन शरीर के विकास की सबसे तेज रफ्तार वाला समय होता है। इस दौरान बच्चों की हड्डियां, मांसपेशियां, दिमाग और इम्यून सिस्टम तेजी से बढ़ते हैं। अगर इस समय उन्हें पर्याप्त पोषण नहीं मिले तो उनकी ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। बैलेंस डाइट बच्चों को पढ़ाई-लिखाई में फोकस करने, खेल-कूद में एक्टिव रहने और मानसिक विकास के लिए भी जरूरी है। इसके साथ ही यह भविष्य में होने वाली बीमारियों से बचाव की भी नींव रखता है।
बच्चों के लिए जरूरी पोषक तत्व
बैलेंस डाइट का मतलब है, हर पोषक तत्व भोजन में सही मात्रा में शामिल करना। बच्चों को प्रोटीन की जरूरत हड्डियों और मांसपेशियों के विकास के लिए होती है। दालें, दूध, पनीर, अंडा और दही इसके अच्छे सोर्स हैं। कार्बोहाइड्रेट बच्चों को एनर्जी देते हैं, जो चावल, रोटी, दलिया और आलू से मिलती है। हेल्दी फैट्स यानी अच्छे तेल, घी और ड्राई फ्रूट्स दिमाग के विकास में सहायक होते हैं। विटामिन और मिनरल्स जैसे आयरन, कैल्शियम और विटामिन D बच्चों की इम्यूनिटी और हड्डियों को मजबूत करते हैं। हरी सब्जियां, फल, सलाद और अंकुरित अनाज इनकी कमी को दूर करते हैं।
इसे भी पढ़ें: आयुर्वेद के अनुसार नाश्ते में क्या खाना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें
सुबह उठकर बच्चों को क्या खाना चाहिए? - What should kids eat first in the morning
बच्चों का दिन एनर्जी से भरा रहे, इसके लिए सुबह का नाश्ता (Breakfast) बहुत जरूरी है। डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा का मानना है कि स्कूल जाने वाले बच्चे अगर खाली पेट जाते हैं तो उनका ध्यान पढ़ाई में नहीं लगता। नाश्ते में अंडा, दूध, वेजिटेबल पराठा, पोहा, इडली, उपमा या दलिया जैसे विकल्प अच्छे रहते हैं। इनमें कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन दोनों होते हैं, जिससे बच्चों को लंबे समय तक भूख नहीं लगती और उनकी एक्टिविटी बनी रहती है।
बच्चों का लंच कैसा होना चाहिए? - What's good for lunch for kids
लंच बच्चों के लिए बैलेंस होना चाहिए। इसमें चावल या रोटी के साथ हरी सब्जी, दाल और दही से बना रायता जरूर शामिल करें। चाहें तो बच्चों के टिफिन में भी इस तरह का मिक्स फूड दें। दाल-चावल और सब्जी-रोटी जैसी कॉम्बिनेशन डिशेज बच्चों को न केवल भरपेट रखती हैं बल्कि उन्हें सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी देती हैं। अगर बच्चे सब्जियां खाने में आनाकानी करते हैं, तो पराठा, चीला या पनीर के साथ क्रिएटिव तरीके से सब्जियां शामिल करें।
इसे भी पढ़ें: सुबह के नाश्ते में नहीं करनी चाहिए ये 3 गलतियां, सेहत को पहुंच सकता है नुकसान
बच्चों का शाम का नाश्ता - Evening snacks for kids
अक्सर बच्चे स्कूल से लौटने के बाद भूख में फ्राई और जंक फूड मांगते हैं। लेकिन ये उनके लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसकी जगह उन्हें हेल्दी स्नैक्स दें जैसे भुना हुआ चना, मखाना, स्प्राउट्स, फ्रूट सलाद या सैंडविच। इनसे उन्हें एनर्जी भी मिलेगी और पेट भी भरेगा। कोशिश करें कि पैक्ड चिप्स, कोल्ड ड्रिंक और ज्यादा मीठी चीजें कम दें।
बच्चों को रात में क्या खिलाना चाहिए? - What can kids eat at night
बच्चों का डिनर हल्का लेकिन पोषण से भरपूर होना चाहिए। रात के खाने में रोटी, सब्जी या खिचड़ी अच्छा विकल्प है। इसके बाद अगर दूध शामिल किया जाए तो कैल्शियम की कमी भी दूर होगी। रात को बहुत भारी या ऑयली खाना देने से बच्चों को नींद की समस्या हो सकती है।
पानी और हाइड्रेशन
पेरेंट्स अक्सर बच्चे की डाइट पर ध्यान तो देते हैं लेकिन पानी पीने की आदत पर ध्यान नहीं देते। बच्चों को दिनभर पर्याप्त पानी पीना चाहिए ताकि उनका मेटाबॉलिज्म सही रहे। डिहाइड्रेशन से उन्हें थकान, सिर दर्द और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्मियों में नींबू पानी, नारियल पानी और छाछ भी अच्छे विकल्प हैं।
निष्कर्ष
बच्चों की हेल्दी ग्रोथ के लिए बैलेंस डाइट सबसे जरूरी है। इसमें सभी पोषक तत्वों का सही संतुलन होना चाहिए। दिनभर का खाना नाश्ते से लेकर डिनर तक हेल्दी और पौष्टिक होना चाहिए। दूध, मौसमी फल-सब्जियां, अनाज, दालें और हेल्दी फैट्स बच्चों के लिए रोजाना जरूरी हैं। साथ ही जंक फूड और पैकेज्ड चीजों से दूरी बनाना जरूरी है। अगर माता-पिता बचपन से ही बच्चों को बैलेंस डाइट की आदत डालें, तो वे न सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत बनेंगे, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी स्वस्थ रहेंगे।
All Images Credit- Freepik