डाउन सिंड्रोम बच्चों की डाइट कैसी होनी चाहिए? जानें एक्सपर्ट से

डाउन सिंड्रोम बच्चों की डाइट कैसी होनी चाहिए? इस बारे में हम एक्सपर्ट से विस्तार में जानेंगे। 
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डाउन सिंड्रोम बच्चों की डाइट कैसी होनी चाहिए? जानें एक्सपर्ट से

Diet for Down Syndrome Children: डाउन सिंड्रोम एक जेनेटिक डिसऑर्डर है। इससे पीड़ित बच्चों में एक एक्सट्रा गुणसूत्र होता है। इसका मतलब है कि बच्चे का विकास सामान्य बच्चों से थोड़ा अलग होता है। बता दें कि इस स्थिति को क्रोमोजोम या गुणसूत्र 21 (Chromosome 21 Disorder) डिसऑर्डर भी कहा जाता है। डाउन सिंड्रोम से जूझ रहे बच्चों की नाक चपटी, तिरछी आंखें, छोटी गर्दन, छोटे कान या छोटे हाथ-पैर जैसे लक्षण नजर आते हैं। इसलिए इन बच्चों को सही पोषण मिलना बेहद जरूरी है। इसलिए हम जानेंगे कि डाउन सिंड्रोम बच्चों की डाइट कैसी होनी चाहिए। इस विषय पर हमने आयुर्वेदिक डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ, डाइट क्लिनिक, डॉ. अंजना (Dr. Anjana Kalia Ayurvedic Doctor & Nutritionist, Diet Clinic) से बात की। आइए जानते हैं विस्तार में।

डाउन सिंड्रोम बच्चों के लिए क्यों जरूरी है सही पोषण-Why Proper Nutrition is important for Down Syndrome Children?

डाउन सिंड्रोम की स्थिति से जूझ रहे बच्चों की मांसपेशियां कमजोर होती हैं, छोटा मुंह होता है और दांतों का विकास भी सही से नहीं हो पाता है। बच्चों को खाना निगलते वक्त सांस लेने में दिक्कत भी होती है। इसलिए इन बच्चों के लिए सही डाइट की जरूरत होती है। क्या है यह सही डाइट? जानिए।

खूब पानी पिएं।

डाउन सिंड्रोम से जूझ रहे बच्चों को खूब पानी पीना चाहिए। अगर बच्चा कम पानी पी रहा है तो उसे कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि माता-पिता इस बात का ध्यान रखें कि बच्चों को समय-समय पर पानी पीने के लिए कहें।

अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करें।

अगर बच्चा डाउन सिंड्रोम विकार से ग्रसित है तो उसकी डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ा दें क्योंकि इस स्थिति से जूझ रहे बच्चों को सबसे बड़ी समस्या पाचन से जुड़ी समस्या होती है, इसलिए उस डाइट को फॉलो करें जिससे यह समस्या न हो सके। फाइबर से भरपूर भोजन जैसे केला, शकरकंद, दलिया, सेब, पॉपकॉर्न, जामुन, एवोकाडो और आम हैं।

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संतुलित आहार बनाने की कोशिश करें।

डाउन सिंड्रोम से जूझ रहे बच्चों की डाइट को संतुलित रखना बेहद जरूरी है, उन्हें सही समय पर नाश्ता, लंच और डिनर दें। साथ ही पर्याप्त मात्रा में विटामिन और पोषण से भरपूर आहार दें। इस बात का भी ध्यान रखें कि दिन में दो या तीन बार स्नैक्स भी दें।

उन बच्चों को खुद खाना खाने दें।

इस स्थिति से ग्रसित बच्चों को खुद से खाना खाने के लिए प्रेरित करें और उनका पसंदीदा बर्तन दें जिसमें उन्हें खाना खाना अच्छा लगे।

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जंक फूड से दूर रखें।

इन बच्चों को पोषण तत्वों से भरपूर ही भोजन दें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि इस विकार से जूझ रहे बच्चों का मोटापा न बढ़े, इसलिए जंक फूड बिल्कुल न खिलाएं।

भोजन की मात्रा कितनी हो इसका भी ध्यान रखें।

दरअसल, डाउन सिंड्रोम के बच्चों को भोजन की मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है। ऐसे बच्चे ज्यादा खाना न खाएं, क्योंकि मोटापे को कंट्रोल रखना जरूरी होता है। इसलिए खाने को सीमित मात्रा में दें।

प्रोटीन से बचें।

डाउन सिंड्रोम बच्चों को ग्लूटेन फ्री रखें, यानी कि जिन भोजन में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है, उनको डाइट में शामिल न करें। इसमें फल, सब्जियां, अंडे, चावल, मछली और साबुत अनाज शामिल हैं।

मीठे से बचें।

हम बार-बार बात करें मोटापे की, तो शुगर भी उसमें से एक है जिससे मोटापा बढ़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि जिस आहार में शुगर की ज्यादा मात्रा होती है उसको भी डाइट में शामिल न करें, जैसे कि सोडा, ड्रिंक्स, चॉकलेट मिल्क और फलों का जूस आदि ज्यादा मात्रा में न दें।

खाने को लेकर दबाव न डालें।

डाउन सिंड्रोम बच्चों को नए खाने से परिचित कराएं। उन्हें कुछ खाना पसंद नहीं आ सकता है, लेकिन वह उनके लिए हेल्दी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि उन्हें उस खाने से परिचित कराएं और किसी भी तरह का कोई दबाव न डालें।

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हल्का व्यायाम कराएं।

कुछ बच्चों को खाना चबाने, निगलने में दिक्कत आती है। उन बच्चों को कुछ हल्का व्यायाम करा सकते हैं, जिससे उन्हें खाना पचाने में दिक्कत न आए। किसी प्रोफेशनल की मदद भी ले सकते हैं जो खाने और व्यायाम के बारे में सलाह दे।

मेनू बनाएं और बच्चों को भी बताएं।

इस स्थिति में यह जरूरी हो जाता है कि बच्चों को मेनू में शामिल करें, उन्हें मेनू के बारे में सारी जानकारी दें और किस दिन किस समय क्या भोजन खाना चाहिए।

बच्चों के साथ भोजन करें।

बच्चों को बेशक माता-पिता से अलग हो, लेकिन उनके साथ ही भोजन करें, जिससे उन्हें अच्छा माहौल मिलेगा।

डाउन सिंड्रोम बच्चों के लिए व्यायाम-Exercises for Down Syndrome Children

डाउन सिंड्रोम बच्चों के लिए सही डाइट के अलावा फिजिकल एक्टिविटी भी बेहद जरूरी है। इसलिए बच्चों को एक्टिव रखने के लिए व्यायाम करना जरूरी है।

  • पार्क में किकबॉल खेलें
  • वॉक करें
  • स्विम करें
  • रस्सी कूदना, लुका छिपी जैसे गेम खेलें

निष्कर्ष
डाउन सिंड्रोम बच्चों की डाइट का संतुलित होना जरूरी है। उनकी डाइट में पोषण और फाइबर वाली चीजें होनी चाहिए, हालांकि प्रोटीन और वसा भी जरूरी हैं, लेकिन सीमित मात्रा में होनी चाहिए। हर बच्चे की जरूरतें अलग-अलग होती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि किसी एक्सपर्ट की सलाह लें और उनसे ही डाइट प्लान बनवाएं ताकि बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास सही से हो पाए।

FAQ

  • डाउन सिंड्रोम में क्या खाना चाहिए?

    डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों को फाइबर से भरपूर भोजन जैसे केला, शकरकंद, दलिया, सेब, पॉपकॉर्न, जामुन, एवोकाडो और आम खाना चाहिए। 
  • डाउन सिंड्रोम वाले लोगों को क्या नहीं खाना चाहिए?

    डाउन सिंड्रोम वाले लोगों को तली भुनी चीजें या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • डाउन सिंड्रोम के साथ वजन के मुद्दे क्या हैं?

    डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों का वजन बढ़ जाता है, यानी कि कमर के आसपास चर्बी जमा हो जाती है। 

 

 

 

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