आज के दौर में तेजी से बदलती लाइफस्टाइल, काम का बढ़ता दबाव, अनहेल्दी खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी का असर सीधे तौर पर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। फास्ट फूड, प्रोसेस्ड आइटम्स और कम पोषक तत्वों वाले भोजन ने लोगों की सेहत को अंदर ही अंदर कमजोर कर दिया है। इन सबका सबसे अधिक प्रभाव तब देखने को मिलता है जब व्यक्ति 50 की उम्र पार कर लेता है। 50 की उम्र आते-आते शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और अंगों की कार्यक्षमता भी पहले जैसी नहीं रहती। इसके साथ ही शरीर में जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स को अवशोषित करने की क्षमता भी घटने लगती है। इस लेख में नोएडा के मैट्रो अस्पताल के डॉ. ब्रजेश कुमार अग्रवाल (Dr. Brajesh Kumar Agrawal, Consultant - Internal Medicine, Metro Hospital, Noida) से जानिए, 50 की उम्र के बाद शरीर में किन विटामिन्स की कमी होने लगती है?
50 की उम्र के बाद शरीर में किन विटामिन्स की कमी होने लगती है? - Vitamins Lacking After 50 Years of Age
1. विटामिन D की कमी
विटामिन D हड्डियों की मजबूती और इम्यूनिटी के लिए बहुत जरूरी है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में विटामिन D को त्वचा द्वारा प्राकृतिक रूप से बनाना कम हो जाता है, खासकर यदि व्यक्ति धूप से दूर रहता है या शरीर को पूरी तरह ढक कर रखता है। विटामिन D की कमी से हड्डियों का कमजोर होना, ऑस्टियोपोरोसिस और मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। डॉक्टर अक्सर 50 की उम्र के बाद विटामिन D की नियमित जांच और सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।
इसे भी पढ़ें: त्वचा पर अचानक उभर रहे हैं नीले धब्बे? इस विटामिन की कमी को न करें नजरअंदाज
2. विटामिन B12 की कमी
50 की उम्र के बाद हमारे शरीर की पाचन प्रणाली विटामिन B12 को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाती। इसकी कमी से थकान, चक्कर आना, याददाश्त कमजोर होना और यहां तक कि न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी हो सकती हैं। जिन लोगों में यह कमी अधिक होती है, उन्हें सप्लीमेंट और डाइट की सलाह दी जाती है।
इसे भी पढ़ें: विटामिन D की कमी के कारण हड्डियों में दर्द क्यों होता है? जानें एक्सपर्ट से
3. विटामिन C की कमी
विटामिन C की कमी 50 के बाद एक चिंता का विषय बन सकती है। यह विटामिन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाता है और स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी से घाव भरने में देरी, मसूड़ों से खून आना और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। संतरे, कीवी, स्ट्रॉबेरी, नींबू और आंवला जैसे फलों का सेवन इसकी कमी को दूर करने में सहायक होता है। इन विटामिन्स के साथ-साथ विटामिन A और विटामिन K की कमी भी हो सकती है।
50 की उम्र पार करने के बाद शरीर की चयापचय दर (मेटाबॉलिज्म) धीमी हो जाती है। इस कारण शरीर को पहले की तुलना में ज्यादा ध्यान और संतुलित पोषण की जरूरत होती है। यदि समय पर विटामिन की कमी की पहचान न की जाए, तो यह न सिर्फ स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि जीवन की क्वालिटी पर भी असर डालती है।
निष्कर्ष
उम्र के इस पड़ाव पर स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना सबसे जरूरी है। विटामिन्स की कमी को नजरअंदाज करना आने वाले वर्षों में बड़ी समस्याओं को जन्म दे सकता है। ऐसे में सही जानकारी, समय पर जांच और बैलेंस लाइफस्टाइल अपनाकर हम अपने स्वास्थ्य को लंबे समय तक बेहतर बनाए रख सकते हैं।
All Images Credit- Freepik