आयुर्वेद में हजारों वर्षों से नेचुरल तत्वों को औषधि के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। इनमें से दो बेहद प्रभावशाली तत्व हैं सेंधा नमक यानी रॉक सॉल्ट और शहद। दोनों के अपने-अपने औषधीय गुण हैं, जो शरीर को कई तरह की समस्याओं से बचाने और ठीक करने में मदद करते हैं। लेकिन जब इन दोनों का संयोजन किया जाता है, यानी जब शहद में एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर सेवन किया जाता है, तो यह मिश्रण कई शारीरिक परेशानियों का सरल और प्रभावी समाधान बन जाता है। सेंधा नमक मुख्य रूप से उपवास में उपयोग किया जाता है और यह आयोडीन रहित, शुद्ध और नेचुरल नमक होता है, जो शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन सुधारने और कफ को संतुलित करने में मदद करता है। दूसरी ओर, शहद न सिर्फ एनर्जी को सोर्स है, बल्कि यह कफ शामक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और इम्यून बूस्टर भी है।
इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा (Ayurvedacharya Shrey Sharma of Ramhans Charitable Hospital, Sirsa) से जानिए, सेंधा नमक और शहद के क्या फायदे हैं?
सेंधा नमक और शहद के क्या फायदे हैं? - Sendha Namak With Honey Benefits
सेंधा नमक एक नेचुरल मिनरल है जो पर्वतीय क्षेत्रों से प्राप्त होता है और इसे बेहद शुद्ध और सात्विक माना जाता है। यह आमतौर पर उपवास के समय उपयोग में लाया जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें आयोडीन नहीं होता और यह शरीर को शीतलता प्रदान करता है। वहीं शहद एक नेचुरल मीठा पदार्थ है जिसे मधुमक्खियां फूलों के पराग से तैयार करती हैं। यह न केवल एनर्जी का सोर्स है, बल्कि इसका उपयोग सदियों से औषधि के रूप में भी किया जा रहा है। आयुर्वेद में शहद को 'योगवाहि' कहा गया है, यानी वह पदार्थ जो अन्य औषधियों के गुणों को शरीर के अंदर गहराई तक पहुंचाने में सहायता करता है।
डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं कि शहद और सेंधा नमक का मिश्रण विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो बार-बार सर्दी-जुकाम, गले में खराश या बलगम की शिकायत से परेशान रहते हैं। शहद स्वाभाविक रूप से कफ शामक है, यानी यह कफ को शांत करता है और शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। वहीं सेंधा नमक में विदाही गुण (Expectorant properties) होते हैं जो बलगम को ढीला कर उसे बाहर निकालने में सहायता करते हैं। जब इन दोनों को मिलाकर सेवन किया जाता है, तो यह फेफड़ों और गले में जमा कफ को बाहर निकालने में मदद करता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए कारगर है जो धूल-प्रदूषण या धूम्रपान के कारण बार-बार बलगम से जूझते हैं।
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1. पाचन सुधारे
सेंधा नमक पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है और शहद आंतों को चिकनाई प्रदान करता है, जिससे कब्ज की समस्या में राहत मिल सकती है।
2. इम्यूनिटी बूस्ट करे
शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। जब इसे सेंधा नमक के साथ लिया जाए तो शरीर को अंदर से शुद्ध करने में मदद मिलती है।
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3. गले की खराश में राहत
यदि आप अक्सर गले की खराश या सूजन से परेशान रहते हैं तो यह मिश्रण एक नेचुरल औषधि की तरह कार्य करता है। शहद की चिकनाई और नमक के सूजननाशक गुण इसमें राहत प्रदान करते हैं।
4. वजन घटाने में सहायक
सेंधा नमक और शहद का यह संयोजन मेटाबॉलिज्म को तेज कर सकता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक हो सकता है, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है।
सेवन की विधि
- 1 चम्मच शुद्ध शहद लें।
- उसमें एक चुटकी सेंधा नमक मिलाएं।
- इसे सुबह या रात को सोने से पहले सेवन करें।
यदि आपको गले में खराश या कफ बहुत अधिक है तो इस मिश्रण में थोड़ी मात्रा में मुलेठी चूर्ण या सुहागा भी मिलाया जा सकता है। इससे कफ को ढीला करने और गले को राहत देने में और अधिक सहायता मिलती है।
निष्कर्ष
शहद और सेंधा नमक का संयोजन एक सरल आयुर्वेदिक उपाय है, जो विशेष रूप से कफ संबंधी समस्याओं के लिए कारगर है। इसके नियमित उपयोग से न केवल कफ से राहत मिलती है बल्कि पाचन, इम्यूनिटी और संपूर्ण स्वास्थ्य में भी सुधार आता है। हालांकि किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले अपने शरीर की प्रकृति और रोग की स्थिति को समझना जरूरी है। यदि संदेह हो तो किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
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FAQ
क्या हम रोज सेंधा नमक खा सकते हैं?
सेंधा नमक खाने के अनेक फायदे होते हैं और इसका सेवन रोजाना किया जा सकता है। लेकिन अगर आप किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं तो डाइटिशियन या डॉक्टर की सलाह के अनुसर नमक का सेवन करें।क्या डायबिटीज रोगी शहद का सेवन कर सकते हैं?
शहद में नेचुरल शुगर होती है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में सेवन करने से शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है।सेंधा नमक के साथ शहद किस समय और कैसे लिया जाए?
इसे सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले लिया जा सकता है। 1 चम्मच शहद में 1 चुटकी सेंधा नमक मिलाकर धीरे-धीरे चाटें। चाहें तो इसमें थोड़ा मुलेठी चूर्ण भी मिला सकते हैं।