What kind of salt is Good for the Thyroid Patient : थायराइड एक छोटी ग्रंथि है जो गर्दन में स्थित होती है और हार्मोन्स (टी3 और टी4) का उत्पादन करती है। ये हार्मोन्स शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं। थायराइड समस्याएं मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं - हाइपरथायरायडिज्म (अधिक हार्मोन उत्पादन) और हाइपोथायरायडिज्म (कम हार्मोन उत्पादन)। इन दिनों जीवनशैली, खानपान, प्रदूषण और अन्य कारणों से लोगों को थायराइड की समस्या हो रही है। थायराइड पहले सिर्फ बुजुर्ग में देखा जाता था, लेकिन अब युवा और बच्चे भी इस समस्या से परेशान हैं। थायराइड की समस्या से परेशान लोग अक्सर डॉक्टर से एक ही सवाल पूछते हैं कि उन्हें कौन सा नमक खाना चाहिए?
थायराइड के मरीजों को कौन सा नमक खाना चाहिए- What kind of salt is Good for the Thyroid Patient
दिल्ली के जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, थायराइड ग्रंथि सही तरीके से काम करे, इसके लिए सही नमक का सेवन करना जरूरी है। थायराइड ग्रंथि को सही तरीके से कार्य करने के लिए आयोडीन की आवश्यकता होती है।आयोडीन की कमी होने पर हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए, थायराइड के मरीजों को हमेशा आयोडीन युक्त नमक (Iodized Salt) का ही सेवन करना चाहिए। यह नमक आमतौर पर रिफाइंड टेबल सॉल्ट के रूप में मिलता है और इसमें आयोडीन मिलाया जाता है। आयोडीन युक्त नमक थायराइड ग्रंथि को सही तरीके से कार्य करने में मदद करता है और हाइपोथायरायडिज्म के जोखिम को कम करता है।
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थायराइड में आयोडीन क्यों जरूरी है- Why is iodine important for thyroid
आयोडीन थायराइड हार्मोन्स (टी3 और टी4) के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी कमी से गलगंड (गलगांठ) जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आयोडीन की पूर्ति करने के लिए आयोडीन युक्त नमक का सेवन करना आवश्यक है।
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थायराइड के मरीजों को नहीं खाने चाहिए ये नमक
- डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि थायराइड के मरीजों को हिमालयन पिंक सॉल्ट (Himalayan Pink Salt) का सेवन करने से बचना चाहिए। हिमालयन पिंक सॉल्ट में आयोडीन की मात्रा बहुत कम होती है। यह नमक उन लोगों के लिए ज्यादा उपयोगी होता है, जिन्हें आयोडीन का सेवन सीमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है। जिन लोगों को हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) की समस्या होती है, उन्हें हिमालयन पिंक सॉल्ट का सेवन करना चाहिए।
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- थायराइड में सी-सॉल्ट का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इसमें प्राकृतिक रूप से आयोडीन की मात्रा कम होती है। यह भी हाइपरथायरायडिज्म वाले लोगों के लिए बेहतर हो सकता है, लेकिन आयोडीन की कमी से पीड़ित लोगों के लिए नहीं है।
निष्कर्ष
थायराइड की समस्या होने पर किस प्रकार का नमक खाना चाहिए, यह व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है। हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों को आयोडीन युक्त नमक का सेवन करना चाहिए जबकि हाइपरथायरायडिज्म वाले लोग हिमालयन पिंक सॉल्ट या सी सॉल्ट का चुनाव कर सकते हैं। अगर आप थायराइड के मरीज हैं, तो अपने लिए उपयुक्त नमक के लिए डॉक्टर से बात करें।
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