प्रोटीन हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा है। हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों के विकास से लेकर मजबूती बनाए रखने तक के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है। अगर शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो इससे कई बीमारियां आपको हो सकती हैं। दिल्ली के प्रीतमपुरा स्थित आरोग्य डायबिटीज के डॉ. सुरेंद्र कुमार की मानें तो प्रोटीन की कमी की वजह से मांसपेशियों का कमजोर होना, इम्यूनिटी की कमी, शारीरिक विकास का सही तरीके से न होना, थकान, कमजोरी और बाल-स्किन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। डॉक्टर का कहना है कि प्रोटीन की कमी से होने वाली इन आम बीमारियों के लक्षणों को पहचाना जा सकता हैं, लेकिन कुछ दुर्लभ बीमारियां भी हैं, जो प्रोटीन की कमी का कारण हो सकती हैं। आज इस लेख में हम प्रोटीन की कमी से होने वाली ऐसी ही 5 दुर्लभ बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. एडिमा - Edema
प्रोटीन की कमी की वजह से एडिमा होना बहुत ही सामान्य बात मानी जाती है। डॉ. सुरेंद्र कुमार का कहना है कि एडिमा एक ऐसी दुर्लभ बीमारी है, जिसमें शरीर में द्रव का निर्माण होता है, जिससे टखनों, पैरों और पैरों में सूजन आ जाती है। इस बीमारी में वजन तेजी से बढ़ने लगता है। वजन बढ़ने की वजह से चलते वक्त सांस लेने में परेशानी और कई तरह की समस्याएं महसूस हो सकती हैं। Harvard हेल्थ के अनुसार, किडनी और लीवर की बीमारी के कारण खून में प्रोटीन का स्तर कम हो जाता है, जिसकी वजह से एडिमा की समस्या हो सकती है। इसके अलावा प्रोटीन खून की नलियों के अंदर नमक और पानी को बनाए रखने में मदद करते हैं ताकि तरल पदार्थ ऊतकों में लीक न हो। यदि रक्त प्रोटीन, जिसे एल्ब्यूमिन कहा जाता है, बहुत कम हो जाता है, जिसकी वजह से पैरों के टखनों और बाकी हिस्सों में सूजन आ जाती है और यह एडिमा कहलाता है।
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2. मार्फन सिंड्रोम
मार्फन सिंड्रोम एक आनुवंशिक विकार है जो शरीर के संयोजी ऊतक को प्रभावित करता है। मार्फन सिंड्रोम वाले लोगों के अंग, उंगलियां और पैर की उंगलियां अक्सर लंबी होती हैं। प्रोटीन की कमी से होने वाली इस दुर्लभ बीमारी के अन्य लक्षणों में स्कोलियोसिस, छाती की विकृति और लेंस अव्यवस्था जैसी आंखों की समस्याएं शामिल हैं। डॉ. कुमार का कहना है कि वर्तमान में मार्फन सिंड्रोम का कोई सटीक इलाज नहीं है, लेकिन इसे कुछ थेरेपी और दवाओं के जरिए ठीक किया जा सकता है।
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3. फेब्री रोग
फेब्री रोग एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार है जो शरीर की कोशिकाओं में ग्लोबोट्रियाओसिलसेरामाइड नामक एक विशेष प्रकार के फैट की वजह से होता है। यह एंजाइम ग्लोबोट्रियाओसिलसेरामाइड को तोड़ने के लिए जिम्मेदार है। प्रोटीन की कमी से होने वाली दुर्लभ बीमारी की वजह गुर्दे, हृदय और अन्य अंगों से जुड़ी किसी बीमारियां परेशान कर सकती हैं।
4. मरास्मस- Marasmus
मरास्मस प्रोटीन की कमी से होने वाला यह रोग कुपोषण का एक गंभीर रूप । इसमें शरीर अत्यधिक वजन घटने लगता है और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। इस बीमारी में व्यक्ति के शरीर कंकाल का रूप ले लेता है। अगर किसी व्यक्ति को मरास्मस की बीमारी होती है, तो उसमें थकान, कमजोरी और मांसपेशियों का कम होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। डॉ. कुमार की मानें तो अगर किसी व्यक्ति को मरास्मस जैसी दुर्लभ स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो उसे डॉक्टर के अनुसार खान-पान और अन्य दवाओं का सेवन करना चाहिए।
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5. एनीमिया
जिन व्यक्तियों के शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, उनमें एनीमिया का खतरा भी ज्यादा रहता है। यह एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं। डॉक्टर के अनुसार, जिन लोगों को अक्सर थकान, कमजोरी, सिर में दर्द और चक्कर आने जैसी समस्या होती है, उन्हें स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह पर एनीमिया टेस्ट करवाना चाहिए।
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