Expert

लो इंपेक्ट एक्सरसाइज क्‍या होती है? एक्‍सपर्ट से जानें फायदे और प्रकार

लो इंपेक्ट एक्सरसाइज (Low Impact Exercise) शरीर पर कम दबाव डालकर फिटनेस बढ़ाने का आसान तरीका हैं। जानें यह एक्सरसाइज क्या होती है, इसके फायदे और कौन-कौन से प्रकार आपको फिट रख सकते हैं?
  • SHARE
  • FOLLOW
लो इंपेक्ट एक्सरसाइज क्‍या होती है? एक्‍सपर्ट से जानें फायदे और प्रकार

आजकल फिटनेस की दुनिया लगातार बदल रही है और लोग ऐसी एक्‍सरसाइज तकनीकों की तलाश में रहते हैं जो आसान भी हों, सुरक्षित भी हों और लंबे समय तक शरीर को हेल्दी बनाए रखें। मेट्रो सिटीज से लेकर छोटे शहरों तक, हर जगह लोग खराब लाइफस्टाइल के कारण बीमारियों, जोड़ों के दर्द और बढ़ते वजन से परेशान हैं। ऐसे में ऐसी एक्सरसाइज की जरूरत बढ़ जाती है जो शरीर पर कम दबाव डालें पर पूरा फायदा दें। लो इंपेक्ट एक्सरसाइज इसी जरूरत को पूरा करती हैं। ये उन लोगों के लिए भी फायदेमंद होती हैं जो फिटनेस की शुरुआत कर रहे हैं या चोट से उबर रहे हैं। इस लेख में जानेंगे क‍ि लो इंपेक्ट एक्सरसाइज क्‍या होती है? इसके फायदे क्‍या हैं और इसके प्रकार क्‍या हैं? इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने Director Ozefit Fitness Club, Australia & Certified Fitness Coach Payal Asthana से बात की।


इस पेज पर:-


लो इंपेक्ट एक्सरसाइज क्या होती है?- What Is Low Impact Exercise

लो इंपेक्ट एक्सरसाइज वह वर्कआउट होते हैं जिनमें शरीर के जोड़ों पर कम दबाव पड़ता है। इनमें जंपिंग, अचानक दिशा बदलना या तेज झटके वाला मूवमेंट नहीं होता। इन्हें करते समय हमेशा एक पैर जमीन पर रहता है, जिससे इंपैक्ट काफी कम हो जाता है। ऐसी एक्सरसाइज धीरे-धीरे शरीर को एक्टिव बनाती हैं और बिना ज्यादा थकान के मांसपेशियों को मजबूत करती हैं। इन्हें हर उम्र के लोग कर सकते हैं, खासकर वे लोग जिनके घुटनों में दर्द, बैक पेन या वजन ज्यादा हो।

यह भी पढ़ें- साइकिलिंग से घुटने बनते हैं मजबूत या हो जाते हैं खराब? ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से जानें

लो इंपेक्ट एक्सरसाइज के फायदे- Benefits Of Low Impact Exercise

  • लो इंपेक्ट एक्सरसाइज को करने से घुटनों और कूल्हों पर दबाव नहीं पड़ता। अर्थराइटिस और ऑस्टियोअर्थराइटिस वाले लोगों के लिए यह बेहद फायदेमंद है।
  • लो इंपेक्ट होने के बावजूद, ये कैलोरी बर्न करने में बेहद असरदार हैं। इन एक्‍सरसाइज को न‍ियम‍ित तौर पर क‍िया जाए, तो मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ाकर फैट लॉस प्रक्र‍िया को तेज कर सकते हैं।
  • वॉकिंग, साइक्लिंग या स्विमिंग जैसी एक्सरसाइज हार्ट रेट को सुरक्षित लेवल पर बढ़ाकर कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ में सुधार लाती हैं।
  • हाई इंपेक्ट वर्कआउट की तुलना में इनमें चोट लगने की संभावना बेहद कम होती है, इसलिए एक्‍सरसाइज की शुरुआत करने वाले लोगों और बुजुर्गों के लिए यह सुरक्षित विकल्प है।
  • ऐसी एक्सरसाइज, स्‍ट्रेस के लक्षण कम करती हैं, दिमाग को रिलैक्स करती हैं और नींद की क्वालिटी में भी सुधार करती हैं।

यह भी पढ़ें- सर्दियों में फिजिकली एक्टिव रहने के लिए क्या करें? अपनाएं ये 5 टिप्स

लो इंपेक्ट एक्सरसाइज के प्रकार- Types Of Low Impact Exercise

what-is-low-impact-exercise

लो इंपेक्ट वर्कआउट कई तरह के होते हैं और हर उम्र एवं फिटनेस लेवल के हिसाब से इन्हें चुना जा सकता है-
1. वॉकिंग (Walking): यह सबसे आसान और प्रभावी लो इंपेक्ट वर्कआउट है। रोज 30-40 मिनट वॉक हार्ट हेल्थ सुधारती है और कैलोरी बर्न करती है।
2. स्विमिंग (Swimming): पानी के अंदर वजन कम महसूस होने से जोड़ों पर दबाव घट जाता है। यह फुल बॉडी वर्कआउट है और फेफड़ों के लिए भी बहुत अच्छा वर्कआउट है।
3. साइक्लिंग (Cycling): यह एक्‍सरसाइज पैरों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और कार्डियो का एक बेहतरीन विकल्प है।
4. योग (Yoga): यह स्ट्रेचिंग, बैलेंस और ब्रीदिंग तकनीक से शरीर को शांत रखते हुए मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
5. प‍िलाटे (Pilates): कोर स्ट्रेंथ को बढ़ाने के लिए यह एक्‍सरसाइज फायदेमंद है।
6. लो इंपेक्ट डांस वर्कआउट (Low Impact Dance Workout): बिना जंप‍िंग किए जाने वाले डांस मूव्स, वेट लॉस करने में बेहद असरदार हैं।

न‍िष्‍कर्ष:

लो इंपेक्ट एक्सरसाइज उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं जो शरीर पर कम दबाव डालकर फिट रहना चाहते हैं। हर उम्र के लोगों के लिए यह सुरक्षित, आसान और असरदार वर्कआउट है, जिसे नियमित रूप से अपनाने पर शरीर मजबूत और हेल्दी महसूस करता है।

उम्‍मीद करते हैं क‍ि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

यह विडियो भी देखें

FAQ

  • लो इंपेक्ट एक्सरसाइज के उदाहरण क्‍या हैं?

    लो इंपेक्ट एक्सरसाइज में वॉकिंग, साइक्लिंग, स्विमिंग, योग, प‍िलाटे जैसे मूव्स शामिल होते हैं। ये जोड़ों पर दबाव डाले बिना शरीर को एक्टिव रखने में मदद करती हैं।
  • लो इंपेक्ट एक्सरसाइज के फायदे क्‍या हैं?

    ये एक्सरसाइज जोड़ों का दर्द कम करती हैं, वजन कंट्रोल करती हैं, हार्ट हेल्थ सुधारती हैं और लचीलापन बढ़ाती हैं। ओवरवेट और सर्जरी के बाद रिकवरी ले रहे लोगों के लिए यह बेहद सुरक्षित एक्‍सरसाइज होती हैं।
  • लो इंपेक्ट एक्सरसाइज से कौन सी बीमार‍ियां दूर होती हैं?

    लो इंपेक्ट एक्सरसाइज डायबिटीज, हाई बीपी, मोटापा, हृदय रोग, जोड़ दर्द, बैक पेन और स्ट्रेस जैसी समस्याओं को कंट्रोल करने में मदद करती हैं। 

 

 

 

Read Next

हर घंटे 5 मिनट की वॉक क्यों जरूरी है? एक्सपर्ट से जानें

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Nov 27, 2025 17:45 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

TAGS