Cardio Kya Hota Hai: वेट लॉस या फिटनेस के लिए आपने कई बार कार्डियो वर्कआउट (Cardio Workout) के बारे में सुना होगा, लेकिन कभी गौर किया है कि आखिर यह क्या होता है और क्यों किया जाता है? आपको बता दें कि कार्डियाे वर्कआउट हार्ट के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इससे वजन, तो कम होता ही है साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी सुधरता है और फेफड़ों की कार्यक्षमता भी मजबूत होती है। चाहे जिम हो या घर, कार्डियो वर्कआउट कहीं भी किया जा सकता है। सेज जर्नल के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि भारत में 20 % लोग बिलकुल निष्क्रिय हैं और 37 % लोग कम स्तर पर एक्टिव हैं। यानी कुल मिलाकर 57 % भारतीय डब्ल्यूएचओ के मानकों पर फिट नहीं बैठते। ऐसे में कार्डियो और एक्सरसाइज के महत्व को समझना और भी जरूरी हो जाता है, तो चलिए जानते हैं कार्डियो वर्कआउट के बारे में विस्तार से। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Payal Asthana, Certified Fitness Trainer, Australia से बात की।
कार्डियो वर्कआउट क्या है?- Cardio Kya Hota Hai
सीडीसी (Centers For Disease Control And Prevention) की साल 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कार्डियो वर्कआउट एक शारीरिक गतिविधि है जिसमें आपकी सांस तेज होती है और हृदय की धड़कन बढ़ती है। इसके कई प्रकार होते हैं जैसे- तेज चलना, दौड़ना, तैरना, साइकिल चलाना वगैरह। स्वस्थ वयस्कों को हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट मीडियम-इंटेंस एक्सरसाइज (Intense Exercise) या 75 मिनट हाई-इंटेंस एक्सरसाइज (Intense Exercise) करना चाहिए, या इन दोनों का मिश्रण हो। कार्डियो एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य हृदय और श्वसन प्रणाली को मजबूत बनाना है।
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कार्डियो वर्कआउट क्यों किया जाता है?- Cardio Exercise Kyu Kiya Jata Hai
संयुक्त राज्य अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग द्वारा साल 2008 में प्रकाशित नेशनल फिजिकल एक्टिविटी गाइडलाइन्स के मुताबिक, कार्डियो करने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। जैसे-
- वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
- हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
- टाइप-2 डायबिटीज, मेटाबॉलिक सिंड्रोम वगैरह का खतरा घटता है।
- हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
- मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
- मूड सुधरता है और अनिद्रा की समस्या दूर होती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा साल 2019 में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, मीडियम-इंटेंस कार्डियो जैसे- वॉक करने और हेल्दी डाइट लेने से हाई बीपी, बैड कोलेस्ट्रॉल और अन्य जोखिम कारकों को कंट्रोल किया जा सकता है जिससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा कम होता है।
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कार्डियो वर्कआउट कैसे करें?- Cardio Workout Kaise Karte Hain
- फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना ने बताया कि कार्डियो या कोई भी एक्सरसाइज शुरू करने से पहले वार्म-अप करें। 5 से 10 मिनट वॉक करें या स्ट्रेचिंग (Stretching) करें।
- अपनी क्षमता अनुसार, कोई भी कार्डियो वर्कआउट चुनें, जैसे ट्रेडमिल वॉक, जॉगिंग, साइकिल चलाना या एचआईआईटी वगैरह।
- कार्डियो की शुरुआत 20 मिनट से करें और धीरे-धीरे समय को 60 मिनट तक बढ़ा सकते हैं।
- अच्छे रिजल्ट के लिए हफ्ते में 4 से 5 बार कार्डियो वर्कआउट करें।
- हर सत्र के बाद 5 से 10 मिनट रेस्ट करें और स्ट्रेचिंग करें।
- पर्याप्त पानी पिएं और हेल्दी डाइट का सेवन करें।
मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद है कार्डियो- Mental Health Benefits Of Cardio Exercise
फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना ने बताया कि कार्डियो केवल आपके शरीर के लिए ही अच्छा नहीं है, यह आपके मन के लिए भी कमाल करता है। जब आप एक्सरसाइज करते हैं, तो आपका शरीर स्वाभाविक रूप से एंडोर्फिन रिलीज करता है, जो मूड को बेहतर बनाते हैं और तनाव को कम करते हैं। यह चिंता और एंग्जाइटी को कंट्रोल करने और तनाव के लक्षणों को कम करने का एक बेहतरीन तरीका है। दौड़ने, टहलने या बस थोड़ा-सा हिलने-डुलने से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है और मूड बेहतर हो जाता है।
किसे कितना कार्डियो करना चाहिए?- How Much Cardio To Do
- यदि आप बिगिनर्स (Beginners): हैं, तो पहले 20 मिनट हल्के कार्डियो से शुरुआत करें।
- वजन घटाने वाले लोग (Weight Loss): 30-45 मिनट मीडियम से हाई इंटेंसिटी कार्डियो करें।
- एथलीट्स या एडवांस्ड लेवल: 45-60 मिनट हाई इंटेंसिटी कार्डियो करें।
निष्कर्ष:
वेट लॉस के साथ-साथ कार्डियो वर्कआउट की मदद से आप हार्ट को मजबूत बना सकते हैं, फेफड़ों की क्षमता को बढ़ा सकते हैं और जीवनशैली को एक्टिव बना सकते हैं।
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