
आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में बहुत से लोग कैल्शियम की कमी से जूझ रहे हैं, खासकर महिलाएं और बुजुर्ग। जंक फूड, डेयरी उत्पादों से दूरी, धूप की कमी और असंतुलित डाइट कैल्शियम की कमी के बड़े कारण बनते जा रहे हैं। अगर शरीर में लंबे समय तक कैल्शियम की कमी बनी रहे, तो यह धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियों का रूप ले सकता है। शुरुआत में यह कमजोरी, थकान या जोड़ों के दर्द के रूप में दिखता है, लेकिन समय रहते ध्यान न दिया जाए तो हड्डियों के टूटने, दांतों की सड़न और दिल की समस्याओं तक का खतरा बढ़ जाता है। आइए जानें, कैल्शियम की कमी से होने वाली 5 गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. M. Sheetal Kumar, Consultant Physician, Yashoda Hospitals, Hyderabad से बात की।

1. हड्डियां कमजोर होना- Weak Bones And Osteoporosis
- कैल्शियम की कमी से हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
- Dr. M. Sheetal Kumar ने बताया कि इस स्थिति में हड्डियां इतनी नाजुक हो जाती हैं कि मामूली चोट से भी टूट सकती हैं। खासकर 40 के बाद महिलाओं में इसका खतरा ज्यादा होता है।
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2. दांतों से जुड़ी समस्याएं- Dental Problems
- कैल्शियम दांतों की मजबूती के लिए मुख्य पोषक तत्व है।
- इसकी कमी से दांतों में दर्द, सड़न, मसूड़ों से खून आना या दांतों का जल्दी गिरना जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
3. मांसपेशियों में ऐंठन और थकान- Muscle Cramps And Fatigue
- अगर बार-बार पैरों या हाथों में ऐंठन महसूस होती है, तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है।
- इससे मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं और थकान (Fatigue) जल्दी महसूस होती है।
4. दिल की अनियमित धड़कन- Irregular Heartbeat
- कैल्शियम की कमी के कारण अनियमित दिल की धड़कन की समस्या हो सकती है।
- इस वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
- दिल की अनियमित धड़कन के कारण अरिद्मिया (Arrhythmia) जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
5. मूड स्विंग और डिप्रेशन- Mood Swings & Depression
- शरीर में कैल्शियम की कमी से दिमाग के केमिकल संतुलन पर असर पड़ता है।
- कैल्शियम की कमी से चिड़चिड़ापन, बेचैनी, मूड स्विंग या डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं हो सकती है।
कैल्शियम की कमी से कैसे बचें?- How To Prevent Calcium Deficiency
- दूध, दही, पनीर, तिल और हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें।
- धूप में 15 से 20 मिनट बैठें ताकि शरीर को विटामिन-डी मिल सके।
- डॉक्टर की सलाह पर कैल्शियम सप्लीमेंट ले सकते हैं।
- ज्यादा कैफीन या कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने से बचें, इससे कैल्शयम के एब्जॉर्ब होने की प्रक्रिया पर असर पड़ता है।
निष्कर्ष:
कैल्शियम की कमी को नजरअंदाज न करें। समय रहते हेल्दी डाइट और डॉक्टर की सलाह अपनाएं ताकि कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सके। सेहतमंद रहने के लिए डाइट में कैल्शियम को शामिल करें।
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FAQ
कैल्शियम की कमी के लक्षण क्या हैं?
बार-बार मांसपेशियों में ऐंठन, थकान, हड्डियों में दर्द, दांत कमजोर होना, नाखून टूटना और दिल की धड़कन असामान्य होना कैल्शियम की कमी के आम लक्षण हैं।कैल्शियम की कमी होने पर क्या करें?
कैल्शियम की कमी होने पर डॉक्टर से जांच कराएं और जरूरत के मुताबिक कैल्शियम और विटामिन-डी सप्लीमेंट लें। रोजाना धूप में कुछ समय बिताएं और रोज एक्सरसाइज करें।कैल्शियम की कमी होने पर क्या खाएं?
दूध, दही, पनीर, तिल, बादाम, हरी पत्तेदार सब्जियां, सोया उत्पाद और अंजीर खाएं। ये फूड्स शरीर में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम का लेवल बढ़ाने में मदद करते हैं।
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Nov 04, 2025 20:38 IST
Published By : Yashaswi Mathur