High AQI Health Risks For Elderly: दिल्ली समेत कई शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। राजधानी के कई इलाकों में 29 नवंबर को एक्यूआई 400 के करीब दर्ज किया गया। बढ़ते एक्यूआई के कारण सरकार हर जरूरी एक्शन ले रही है। प्रदूषण का लेवल बढ़ता ही जा रहा है और इसका सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों पर पड़ता है। बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिससे वे प्रदूषण से जुड़ी समस्याओं के प्रति ज्यादा सेंसिटिव हो जाते हैं। प्रदूषण के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनसे बुजुर्गों का जीवन प्रभावित हो सकता है। इस लेख में हम ऐसी 5 स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बात करेंगे, जो प्रदूषण के कारण बुजुर्गों में ज्यादा बढ़ सकती हैं और इसके बचाव के उपायों के बारे में भी जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. सांस की समस्याएं हो सकती हैं- Respiratory Issues
प्रदूषण के कारण सबसे ज्यादा सांस संबंधी बीमारियां होती हैं। हवा में मौजूद धूल, प्रदूषण, धुएं और जहरीली गैसें, बुजुर्गों के फेफड़ों पर बुरा असर डाल सकती हैं। इससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या फेफड़ों की अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
बचाव के उपाय:
- घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
- प्रदूषण के समय घर के अंदर ही रहें और बाहर जाने से बचें।
- मास्क पहनकर बाहर जाएं, खासकर उन दिनों में जब प्रदूषण का लेवल ज्यादा हो।
- घर में पौधे रखें जो हवा को शुद्ध करें, जैसे मनी प्लांट और स्नेक प्लांट।
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2. हृदय रोग हो सकते हैं- Heart Diseases
प्रदूषण हृदय की सेहत पर भी असर डालता है। हवा में मौजूद जहरीले तत्व ब्लड में शामिल हो जाते हैं, जो दिल की अनियमित धड़कन का कारण बनते हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकते हैं।
बचाव के उपाय:
- स्वस्थ आहार लें, जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियां और फल शामिल हों।
- नियमित रूप से हल्की एक्सरसाइज करें, जैसे पैदल चलना।
- धूम्रपान से बचें, क्योंकि यह हृदय रोग के खतरे को और बढ़ा सकता है।
- वजन को कंट्रोल करें और बीपी को सामान्य बनाए रखें।
3. त्वचा की समस्याएं हो सकती हैं- Skin Problems
प्रदूषण से त्वचा पर भी बुरा असर पड़ता है। प्रदूषित वायु में मौजूद केमिकल्स और कण त्वचा में जलन, खुजली और अन्य एलर्जी का कारण बन सकते हैं। बुजुर्गों की त्वचा पहले से ही सेंसिटिव होती है, जिससे यह समस्याएं और बढ़ सकती हैं।
बचाव के उपाय:
- घर के अंदर रहें और त्वचा की देखभाल के लिए नमी बनाए रखें।
- नियमित रूप से त्वचा पर मॉइश्चराइजर लगाएं।
- धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
- त्वचा को शुद्ध रखने के लिए हल्के फेस वॉश का इस्तेमाल करें।
4. आंखों की समस्याएं हो सकती हैं- Eye Issues
प्रदूषण से आंखों में जलन, रेडनेस और सूजन की समस्या हो सकती है। प्रदूषण की वजह से आंखों में एलर्जी हो सकती है, जो बुजुर्गों के लिए और भी परेशानी का कारण बन सकती है, क्योंकि उनकी आंखों उम्र के कारण ज्यादा कमजोर होती हैं।
बचाव के उपाय:
- बाहर जाते समय सनग्लासेज पहनें, जो आंखों को धूल और प्रदूषण से बचाएं।
- आंखों की नियमित सफाई के लिए पानी से धोएं और आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
- आंखों को आराम देने के लिए पर्याप्त नींद लें।
5. मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं- Mental Health Issues
प्रदूषण का मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर पड़ सकता है। प्रदूषण से होने वाली शारीरिक समस्याओं के कारण स्ट्रेस बढ़ सकता है। साथ ही, वायु प्रदूषण से ऑक्सीजन की कमी भी मानसिक थकान और चिंता का कारण बन सकती है।
बचाव के उपाय:
- स्ट्रेस से बचने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, जिससे मानसिक स्थिति में सुधार हो।
- पॉजिटिव सोच रखें और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
- घर में डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
प्रदूषण का बुजुर्गों पर बुरा असर हो सकता है, लेकिन अगर जरूरी सावधानियां बरती जाएं, तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
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