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प्रेग्नेंसी में लोकाट खाने से सेहत को मिलते हैं ये 5 फायदे, होने वाली मां जरूर करें सेवन

Health benefits of Loquats in Pregnancy : प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कई प्रकार के प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती है। लोकाट के फल में ये सभी चीजें पर्याप्त मात्रा में पाई जाती हैं।
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प्रेग्नेंसी में लोकाट खाने से सेहत को मिलते हैं ये 5 फायदे, होने वाली मां जरूर करें सेवन


Health benefits of Loquats in Pregnancy : प्रेग्नेंसी में होने वाली मां के स्वस्थ रहने और गर्भस्थ शिशु के सही विकास के लिए महिलाओं को अतिरिक्त पोषक तत्वों की जरूरत होती है। यही कारण है कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं को खाने में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ शामिल करने की सलाह दी जाती है। लोकाट का एक ऐसा ही फल है, जो प्रेग्नेंसी के दौरान खाना काफी फायदेमंद होता है।

लोकाट में विटामिन ए, विटामिन सी, पोटेशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट (Benefits of Loquats) पाए जाते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाएं अगर लोकाट का सेवन करें, तो इससे मां और गर्भ में पलने वाले शिशु के विकास में मदद मिलती है। इस लेख में दिल्ली की आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर, एमडी आयुर्वेद और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा (Dr Chanchal Sharma, MD Ayurveda and Director of Asha Ayurveda Delhi) से जानेंगे प्रेग्नेंसी में लोकाट खाने के फायदों के बारे में।

प्रेग्नेंसी में लोकाट का सेवन खाने के फायदे - Health Benefits of Loquats in Pregnancy

डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि लोकाट एक छोटा पीला-नारंगी रंग का फल होता है, जो स्वाद में खट्टा-मीठा और रसीला फल होता है। प्रेग्नेंसी में लोकाट का सेवन करने से सेहत को कई प्रकार के फायदे मिलते हैं।

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1. कब्ज को करें दूर

लोकाट में हाई फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये आंतों की गति को सुधारने में मदद करता है और मल को नरम बनाता है। प्रेग्नेंसी में महिलाएं लोकाट का सेवन करें, तो इससे कब्ज, पेट में दर्द और पाचन से जुड़ी अन्य परेशानियां दूर रहती हैं।

2. बीमारियों का खतरा करें कम

लोकाट के फल में विटामिन सी पाया जाता है। यह प्रेग्नेंसी के दौरान कमजोर होने वाले इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इससे संक्रमित और मौसमी बीमारियों का खतरा कम होता है। प्रेग्नेंसी में लोकाट का सेवन करने सर्दी, खांसी और बुखार की समस्या कम होती है।

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3. आंखों की रोशनी तेज करें

लोकाट में विटामिन A और बीटा-कैरोटीन अच्छी मात्रा में होते हैं, जो आंखों की रोशनी को तेज करते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान लोकाट खाने से गर्भस्थ शिशु के आंखों का विकास भी अच्छी तरह से होता है।

4. खून की कमी को करता है दूर

लोकाट में आयरन और विटामिन C दोनों होते हैं। विटामिन C शरीर में आयरन के अवशोषण को बेहतर बनाता है। डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि प्रेग्नेंसी में लोकाट का सेवन करने से एनीमिया की समस्या दूर होती है। इस फल को एंटीऑक्सीडेंट का प्राकृतिक स्रोत भी माना जाता है, जिसकी वजह से यह प्रेगनेंट महिलाओं के कोशिकाओं को सुरक्षित रखता है।

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5. मूड स्विंग्स को करें दूर

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों की वजह से महिलाओं में मूड स्विंग्स की परेशानी देखी जाती है। लोकाट में पाए जाने वाले मैग्नीशियम और विटामिन B6 न्यूरोलॉजिकल फंक्शन को संतुलित करता है। इस फल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स सेरोटोनिन नामक हार्मोन को संतुलित कर मानसिक तनाव, चिंता और मूड स्विंग्स को कम करते हैं।

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प्रेग्नेंसी में लोकाट खाते वक्त सावधानियां- Precautions while eating loquat during pregnancy

डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान लोकाट का सेवन एक सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। प्रेग्नेंसी में ज्यादा मात्रा में लोकाट का सेवन करने से मां और गर्भ में पलने वाले शिशु को नुकसान पहुंच सकता है। जिन महिलाओं को अगर पहले से ही लोकाट से एलर्जी है, तो उन्हें प्रेग्नेंसी में इसके सेवन से बचना चाहिए। प्रेग्नेंट महिलाएं एक दिन में 1 या 2 पीस लोकाट का सेवन कर सकती हैं।

निष्कर्ष

प्रेग्नेंसी में लोकाट का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। महिलाएं इसका सेवन बिना किसी संकोच के कर सकती हैं, लेकिन आपको इसकी मात्रा का खास ध्यान रखना चाहिए। प्रेग्नेंसी में अगर आपको लोकाट खाने के बाद किसी प्रकार की एलर्जी, त्वचा पर खुजली, जलन या कोई अन्य परेशानी हो रही है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें।

 

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FAQ

  • प्रेगनेंसी में सुबह क्या खाना चाहिए?

    प्रेग्नेंसी में सुबह हाई प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। प्रोटीन प्रेग्नेंट महिलाओं के हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। प्रेग्नेंसी में सुबह प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है।
  • प्रेगनेंसी में रात को क्या खाएं?

    प्रेग्नेंसी में रात को हमेशा हल्का और फाइबर युक्त खाना चाहिए। प्रेग्नेंट महिलाएं रात को खाने में मूंगदाल की खिचड़ी या दलिया खा सकती हैं। इस तरह की चीजें पचाने में आसान होती हैं और नींद में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं पैदा करती है।
  • 1 महीने की प्रेगनेंसी में पपीता खाने से क्या होता है?

    प्रेग्नेंसी के पहले महीने में महिलाओं को कच्चा पपीता का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। कच्चे पपीते में लेटेक्स नामक एक पदार्थ होता है, जो गर्भाशय में संकुचन को बढ़ावा दे सकता है, जिससे गर्भपात हो सकता है। लेकिन प्रेग्नेंसी के पहले और पूरी प्रेग्नेंसी में पूरी तरह से पका हुआ पपीता खाया जा सकता है।

 

 

 

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