What Pregnant Women Eat and What to Avoid in Spring Season :प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए बहुत ही मुश्किल सफर होता है। आयुर्वेद में प्रेग्नेंसी को 'गर्भिणी परिचर्या' कहा जाता है। गर्भिणी परिचर्या प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली मां और गर्भस्थ शिशु की देखभाल की प्रक्रिया है। इस दौरान मां के खानपान और स्वास्थ्य को सर्वोपरि माना जाता है। आयुर्वेद में ऋतु यानी कि मौसम के हिसाब से प्रेग्नेंट महिलाओं को खाने-पीने की सलाह दी जाती है। इन दिनों जब बसंत का महीना चल रहा है, तब आयुर्वेद के अनुसार प्रेग्नेंट महिलाओं को क्या खाना चाहिए और किन चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए, यह जानना जरूरी है। इस लेख में हम इसी विषय पर बात करेंगे।
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बसंत ऋतु में महिलाओं को क्या खाना चाहिए- What should women eat in spring Season
दिल्ली की आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, बसंत ऋतु को आयुर्वेद में शरीर की सफाई और संतुलन बनाए रखने का सर्वोत्तम समय माना गया है। बसंत ऋतु में सर्दियां जा रही होती हैं और गर्मियों का मौसम शुरू होने वाला होता है। मौसम में परिवर्तन होने के कारण इस ऋतु में प्रेग्नेंट महिलाओं को विशेष रूप से अपने आहार और जीवनशैली पर ध्यान देना चाहिए। बसंत ऋतु में सही खानपान के जरिए ही प्रेग्नेंसी में आने वाली परेशानियों को दूर किया जा सकता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर की मानें, तो बसंत ऋतु में प्रेग्नेंट महिलाओंको हल्का और सुपाच्य खाना खाना चाहिए, ताकि उन्हें पाचन संबंधी परेशानी न हो।
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- मूंग दाल, खिचड़ी, दलिया खाने से पाचन संबंधी बीमारियां नहीं होती है।
- हरी सब्जियां जैसे पालक, मेथी, शलजम, बथुआ खाएं। इनमें आयरन होता है, जो खून को बढ़ाता है।
- रात को सोने से पहले हल्का गुनगुना हल्दी वाला दूध पिएं। यह संक्रमण का खतरा कम करता है।
- मौसमी फल जैसे सेब, नाशपाती, अनार और संतरा को डाइट का हिस्सा बनाएं।
- बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और अलसी खाएं, ताकि शिशु को ओमेगा-3 मिल सके।
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मौसम में बदलाव के कारण अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान सर्दी, खांसी और फ्लू की समस्या हो रही है, तो इससे राहत पाने के लिए तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी का काढ़ा या चाय बनाकर पिएं। इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और मौसमी बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
बसंत ऋतु में प्रेग्नेंट महिलाओं को क्या नहीं खाना चाहिए- What should pregnant women not eat in spring
डॉ. चंचल शर्मा की मानें, तो बसंत ऋतु में हल्की सर्दी और हल्की गर्मी का एहसास होता है। इस दौरान पाचन क्रिया बहुत धीमी हो जाती है। प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए यह मौसम और भी ज्यादा नाजुक होता है। इसलिए बसंत ऋतु में महिलाओं को कुछ खास चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। आइए आगे जानते हैं इसके बारे में।
- ज्यादा तला-भुना या मिर्च-मसाले वाला खाना खाने से बचना चाहिए। यह पेट में जलन और कब्ज का कारण बन सकता है।
- मटर, राजमा, चना और उड़द का सेवन भी बसंत ऋतु के दौरान नहीं करना चाहिए। यह सभी चीजें वादी होती हैं, इसके कारण पाचन से जुड़ी बीमारी होती है।
- फ्रिज में रखा ठंडा पानी, आइसक्रीम और बासी खाने से भी प्रेग्नेंट महिलाओं को परहेज करना चाहिए। इस तरह का भोजन वात को असंतुलित कर सकता है, जिससे परेशानी हो सकती है।
- इस ऋतु में अचार, सिरका और अधिक खट्टे फलों का सेवन कम करें, क्योंकि यह अम्लता बढ़ा सकता है।
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निष्कर्ष
बसंत ऋतु में संतुलित और पौष्टिक आहार को अपनाकर प्रेग्नेंट महिलाएं अपने और अपने शिशु के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान अगर आपके मन में खाने पीने को लेकर कोई सवाल है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करके सलाह जरूर लें।